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बागेश्वर धाम सिद्ध पीठ, पीठाधीश्वर पंडित श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के आशीर्वाद से बुंदेलखंड क्षेत्र के आठ जिला में मोटरसाइकिल से यात्रा, 6 वर्षों में मोटरसाइकिल पंचर नहीं है अद्भुत चमत्कार ।
बागेश्वर धाम छतरपुर…………….
वर्तमान में बागेश्वर धाम धार्मिक तीर्थ स्थल के पीठाधीश्वर पंडित श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी भारत के प्रत्येक सनातन संस्कृति हिंदू धर्म को धारण करने वाले प्रत्येक व्यक्ति परिवार में उनके कार्यों की उनके विचारों की नम्रता प्रेम की वाणी विनम्रता शिष्टाचार और सरलता सहजता के कारण वह अल्पायु में भारत के संत ऋषि मुनि तपस्वी प्रवचन करता और अनेक धार्मिक तीर्थ स्थल पर सनातन धर्म को कम करने वालों संत महात्माओं धार्मिक संस्थाओं से वर्तमान में सर्वाधिक लोकप्रिय जन प्रिय एवं जनमानस में आत्मा और मन में स्थान बना चुके हैं।
नौगांव क्षेत्र के समाजसेवी संतोष गंगेले कर्मयोगी को बागेश्वर धाम सिद्ध पीठ, पीठाधीश्वर पंडित श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के आशीर्वाद से बुंदेलखंड क्षेत्र के आठ जिला में मोटरसाइकिल से यात्रा, 6 वर्षों में मोटरसाइकिल पंचर नहीं है अद्भुत चमत्कार ।
आध्यात्मिकता और ईश्वरी शक्ति के कारण 68 वर्ष की आयु में बुंदेलखंड में लगातार सामाजिक क्षेत्र में काम करने वाले संतोष गंगेले के जीवन और संघर्ष को आप पर यह समझिए और उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा ।
पूरा जीवन समाज और राष्ट्र सेवा के लिए समर्पित। संतोष गंगेले कर्मयोगी
साधारण जिझोतिया गंगेले ब्राह्मण परिवार ग्राम वीरपुरा पोस्ट नौगांव जिला छतरपुर में एक साधु संत महात्मा किसान हरिहर बाबा के जेष्ठ पुत्र के रूप में संतोष गंगेले कर्मयोगी का जन्म 11 दिसंबर 1956 को मां श्रीमती सुमित्रा देवी की कोख से जन्म लेकर 11 वर्ष की आयु से घर परिवार का संचालन शुरू कर दिया था ।
अल्पायु विद्यार्थी जीवन बचपन से संघर्ष का रास्ता तय करते हुए जीवन से प्रेरणा लेकर अपने परिवार का संचालन करने के बाद बुंदेलखंड क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों में समाज और राष्ट्र के लिए कार्य करने का संकल्प लिया ।
विषम परिस्थितियों गरीबी कठिनाइयां संघर्ष जिसकी कल्पना नहीं की जा सकती है ऐसी विषम परिस्थितियों में मजदूरी करते हुए घर की जिम्मेदारियां निभाते शिक्षा भी ग्रहण करने का रास्ता चलकर अपना जीवन स्वयं आत्मनिर्भर के साथ आगे बढ़ाया और परिवार की जिम्मेदारियां को लेकर के समाज और राष्ट्र के लिए कार्य किया ।
कक्षा 1 से स्नातक की शिक्षा प्राप्त करने में माता-पिता से अधिक शिक्षक गण गुण और मित्रों साथियों का अद्भुत सहयोग रहा वर्ष 1980 से छतरपुर जिले में नौगांव न्यायालय तहसील में पंडित श्री गोविंद तिवारी जी अधिवक्ता के यहां टाइपिस्ट मुंशी गिरी का काम किया इस समय से छतरपुर से प्रकाशित दैनिक राष्ट्र भृमण समाचार पत्र के संपादक श्री सुरेंद्र अग्रवाल जी जी के मार्गदर्शन में प्रिंट मीडिया पत्रकारिता शुरू की ।
पत्रकारिता की अल्प समय में चार वर्षो में 12 जिलों में पत्रकारिता में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करके पत्रकारिता को शिखर पर पहुंचा और मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश भारत की राजधानी दिल्ली तक के समाचार पत्रों में लिखने का काम किया ।
छतरपुर जिले के जिला कलेक्टर श्री होशियार सिंह जी द्वारा सामाजिक कार्य करने समाज में गतिविधियों में भाग लेने मानवता के साथ करने के लिए उनका आशीर्वाद देकर नौगांव तहसील कार्यालय में अधिकृत लेखक के रूप में रोजगार देकर परिवार को संचालन करने के लिए प्रत्येक तरह से सहयोग किया ।
छतरपुर पुलिस प्रशासन को अनेक तरह के सहयोग करने के कारण पुलिस अधीक्षक बी एल अटल जी द्वारा पुलिस अधीक्षक कार्यालय में सीधा बाबू बनाने का अवसर दिया गया लेकिन समाज सेवा करने के कारण उन्होंने वह नौकरी वह स्वीकार नहीं किया समाज सेवा देशभक्ति का रास्ता तय करने का अपना संकल्प जारी रखाहै ।
किसी भी राजनीति के दल के नेता से बिना सहयोग किया जनमानस के बीच सामाजिक समस्या के कार्य करने जनमानस की समस्याओं को अपनी लेखनी और निष्पक्ष पात्रता के कारण मध्य प्रदेश में मीडिया प्रिंट मीडिया के क्षेत्र में स्थान बनाया बिना दहेज शादी करने के कारण प्रशासनिक और शासन स्तर पर उनकी प्रतिष्ठा मान सम्मान भी बड़ा ।
नौगांव न्यायालय में अधिकृत बार टाइपिस्ट अधिवक्ताओं का काम करने की अनुमति तत्काल रजिस्ट्री लेखक के रूप जुलाई 1984 में रजिस्ट्री लेखक का लाइसेंस प्राप्त हो गया इस समय से पारिवारिक स्थिति अद्भुत तरह से विकसित हुई विकास की गति आंधी की तरह आगे बड़ी पारिवारिक स्थिति मजबूत हो चुकी थी जिसमें क्षेत्रीय हिसाब से गडकरी ग्रामीण सरपंच जनपद सदस्य जिला पंचायत एवं क्षेत्रीय विधायक नगर पालिका प्रशासन राजनेताओं ने भी सामाजिक काम करने के कारण पूर्ण सहयोगकिया ।
घर की स्थिति मजबूत होने के कारण समाज उद्देश्य के काम करने के लिए ईश्वर में शक्ति दी जज्बा दिया राष्ट्रीय एकता दिवस 31 अक्टूबर 2007 से जन्मभूमि ग्राम वीरपुरा पोस्ट नौगांव जिला छतरपुर मध्य प्रदेश प्राथमिक पाठशाला विद्यालय में गांव के बुजुर्ग शिक्षक गण बेटियों का पूजन का बुंदेलखंड क्षेत्र में काम करने के लिए संकल्प लिया कि जब तक जीवन रहेगा समाज और राष्ट्र सेवा के लिए जीवन समर्पित रहेगा और इस संकल्प को पूरा करने के लिए बुंदेलखंड क्षेत्र के छतरपुर टीकमगढ़ निवाड़ी पन्ना दमोह सागर दतिया उत्तर प्रदेश के महोबा बांदा हमीरपुर झांसी ललितपुर क्षेत्र में भारतीय संस्कृति संस्कारों नैतिक शिक्षा व्यवहारिक जीवन नशा मुक्ति वाहन दुर्घटना रोकने, दहेज एक सामाजिक कलंक है जैसे महत्वपूर्ण विषय को लेकर 31 अक्टूबर 2007 से 2013 तक मोटरसाइकिल से यात्रा की ।
आर्थिक स्थिति अच्छी हो जाने के कारण चार पहिया वाहन नया खरीद कर भारत के महान क्रांतिकारी पत्रकार शहीद श्री गणेश शंकर विद्यार्थी जी की जीवनी पढ़कर मध्य प्रदेश स्तर का पत्रकार संगठन तैयार किया जिसमें सभी जाति वर्ग के लोगों को स्थान देकर संगठन को संचालित किया ।
22 जनवरी 2013 को सागर में संस्था का पंजीयन करने के बाद मध्य प्रदेश में पत्रकार संपादक और पत्रकारता से जुड़े लोगों को संगठित कर उनकी समस्या सुनने का काम शुरू किया।
सर्वप्रथम श्री मखन विजयवर्गीय जी श्री दिनेश जमादार जी डॉक्टर भेरुलाल जी श्री ओम प्रकाश जी गुप्ता श्री जफर खान जी राजगढ़ ब्यावरा के पत्रकार साथियों ने सबसे पहले प्रांतीय सम्मेलन जीरापुर राजगढ़ में आयोजित किया जिसमें लगभग 400 पत्रकारों ने भाग लिया और वहां पर संगठन की शक्ति पूरे प्रदेश में जागृत हुई ।
गणेश शंकर विद्यार्थी प्रेस क्लब पत्रकार संगठन ने भोपाल में एक विशाल सम्मेलन गांधी भवन में रखा जिसमें मध्य प्रदेश के 41 जिलों के पत्रकारों ने 500 से अधिक संख्या में पहुंचकर पत्रकारों की हितों की रक्षा के लिए काम किया ।
इंदौर क्षेत्र के श्री आदित्य उपाध्याय जी के प्रयास से इंदौर महानगर में तीन राष्ट्रीय सम्मेलन किया जिसमें हजारों लोगों ने भाग लिया और पत्रकारों की समस्याओं का समाधान किया गया प्रकार से प्रदेश के अनेक जनपद जिलों में गणेश शंकर विद्यार्थी प्रेस क्लब पत्रकार संगठन ने अपना संपूर्ण कार्य खेत बढ़ाया संपूर्ण कार्य क्षेत्र बढ़ाने में मध्य प्रदेश के ईमानदार लग्नशील करतब लिस्ट देशभक्त राष्ट्रभक्ति और शहीद गणेश शंकर विद्यार्थी के जीवन परिचित लोगों ने ही संगठन में अपनी सहभागिता सहयोग और पदाधिकारी बने की भूमिका को निभाया ।
संस्थापक प्रांतीय अध्यक्ष श्री संतोष गंगेले कर्मयोगी नौगांव बुंदेलखंड द्वारा अपने पद को छोड़कर प्रदेश के विभिन्न उच्च पत्रकारों को संगठन चलाने के लिए संगठन में स्थान दिया लेकिन यह संगठन अन्य लोग किसी न किसी स्वागत के कारण नहीं चला सके और संगठन सफल हो गया ।
पत्रकारिता समाज सेवा जन समस्याओं को लेकर कार्य करने का जो जज्बा श्री संतोष गंगेले कर्मयोगी नौगांव बुंदेलखंड द्वारा 31 अक्टूबर 2007 से अपनी जन्मभूमि से उठाया गया था उन्होंने पत्रकारिता की रुचि काम करते हुए भारत की संस्कृति संस्कार नैतिकता समाप्त हो रही थी!
उसे रोकने के लिए अपना जीवन संकल्प करते हुए मोटरसाइकिल से यात्रा करना उचित समझो और उन्होंने मध्य प्रदेश और बुंदेलखंड के आठ जिलों में अपनी मोटरसाइकिल लगातार यात्रा की वर्ष 2018 से छतरपुर जिले के धार्मिक तीर्थ स्थल के रूप में बुंदेलखंड में जनमानस के बीच चर्चा का केंद्र बना बागेश्वर धाम गढ़ा गंज थाना बमीठा जिला छतरपुर मध्य प्रदेश के पीठाधीश्वर पंडित श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी से ग्राम के ही रहने वाले श्री रिक्की सिंह जी के माध्यम से उनसे मुलाकात हुई हमारी पत्रकारिता लेखन ए धर्म आस्था के प्रति अधिक होने के कारण पंडित श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी ने लगभग 21 कर्मकांडी ब्राह्मण कथा व्यास विद्वान पंडितों के बीच खड़े होकर के आशीर्वाद दिया कि बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए नौगांव के रहने वाले संतोष गंगेले कर्मयोगी जी मानवता के धनी हैं।
इन्होंने अपना जीवन समाज और राष्ट्र को समर्पित किया है
बागेश्वर धाम पीठ की ओर से यह सामाजिक काम करने के लिए जो संकल्प लिया है।
वह इनका पूरा होगा कठिनाइयां आएंगी परेशानियां आएगी अनेक विरोधी विरोध भी करेंगे लेकिन यह अपनी सफलता प्राप्त करते हुए जनमानस में समझ में अपना स्थान बनाएंगे ।
बागेश्वर धाम सिद्ध पीठ तीर्थ स्थल जो वर्तमान में भारत सहित विश्व के अनेक देशों तक सनातन संस्कृति हिंदू धर्म का प्रचार प्रसार और समस्याओं के समाधान का केंद्र बन गया है।
उनके पीठाधीश्वर पंडित श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी द्वारा जो शुभकामनाएं आशीर्वाद दिया था ।
वह आज पूर्ण रूप से फलीभूत हो रहा है और संपूर्ण बुंदेलखंड में मोटरसाइकिल से यात्रा चल रही है ।
सिद्ध पीठ तीर्थ स्थल से 12 फरवरी 2023 को अज्ञात चोर द्वारा श्री संतोष गंगेले कर्मयोगी नौगांव बुंदेलखंड की मोटरसाइकिल पीठाधीश्वर जी के बाजू से चली गई थी ।
उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा था कि इस मोटरसाइकिल से भविष्य में आपके साथ बहुत बड़ी दुर्घटना होने वाली थी ।
इसलिए ईश्वर ने श्री हनुमान जी ने या मोटरसाइकिल एक पापी एक अपराधी अभ्यस्त कर के माध्यम से आपकी जिंदगी बचाने के लिए मोटरसाइकिल चुरा ली है ।
अब उसे मोटरसाइकिल के बारे में आप भविष्य में किसी तरह की चर्चा ना करें लेकिन कानूनी रूप से पुलिस में इसकी सूचना जरूर दर्ज कर दें और अपराधी को ईश्वर ने बहुत तरह के दंड निर्धारित किए हैं जो वह उनको भुगतना होगा ।
बुंदेलखंड के सामाजिक क्षेत्र में काम करने वाले समाजसेवी श्री संतोष गंगेले कर्मयोगी नौगांव बुंदेलखंड द्वारा जोकर बुंदेलखंड क्षेत्र में अभी तक किया गया है।
उसकी बराबरी करने वाला कोई व्यक्ति नहीं है ।
उनको भारत देश के पांच राज्यों में 100 से अधिक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सामाजिक संस्थाओं द्वारा सम्मानित किया जा चुका है वह कभी भी प्रदेश सरकार भारत सरकार राजनेताओं से मान सम्मान प्राप्त करने के लिए भीख नहीं मांगेगा।
नौगांव बुंदेलखंड जिला छतरपुर एवं मध्य प्रदेश के उत्तर प्रदेश के सभी प्रशासनिक अधिकारी राजनेता जनप्रतिनिधि अनेक सामाजिक संगठन उनके सामाजिक संगठन उनके सामाजिक कार्यों की तुलना नहीं कर सकते हैं।
क्योंकि उनकी उम्र 68 वर्ष होने के बाद भी वह प्रतिदिन 100 किलोमीटर से 200 किलोमीटर से अधिक यात्रा करते हैं !
प्रतिदिन तीन से पांच विद्यालय में हजारों बच्चों से मिलकर भारत की संस्कृति संस्कार नैतिक शिक्षा विभिन्न प्रकार की प्रतिभाओं को खोज कर विद्यार्थियों में आप विश्वास आप शक्ति सामाजिक संस्कार भारतीय संस्कृति की अलग जगह कर उनका मनोबल और प्रोत्साहन कर रही है !
उनका प्रतिदिन 500 से 1000 रुपया दिन घर से खर्च हो रहा है पर वह आज भी अपना दिनचर्या में समाज और राष्ट्र सेवा के लिए काम कर रहे हैं।
लेकिन उनके सामाजिक कार्यों की समीक्षा इस बुंदेलखंड के बुद्धिजीवी पर राजनेता और सत्ताधीश मंत्री शांति अधिकारी आंखों पर चश्मा लगाकर के उनके कार्यों को देखते हैं।
उनका आत्मविश्वास मनोबल बढ़ाने में कभी दो शब्द नहीं बोल सकते हैं ना लिख सकते हैं !
जबकि भारत सरकार के पांच केंद्रीय मंत्री सांसद , एक दर्जन से अधिक विधायकों से मिलने के बाद उनके सामाजिक कार्यों कि प्रशंसा कर चुके हैं,
लेकिन उन्होंने कभी लिखित में या सार्वजनिक समारोह स्थान पर उनके कार्यों को उदाहरण के रूप में प्रस्तुत नहीं किया है ।
बुंदेलखंड क्षेत्र के अनेक संत महात्मा कथा व्यास एवं कर्मकांडी ब्राह्मण ने उनके सामाजिक कार्यों की धार्मिक मंचों से हमेशा मनोबल बढ़ाया है उनका सहयोग किया है और आज वही आध्यात्मिक कार्यों के कारण अपने अभियान को गति दे रहे हैं ।