राष्ट्रीय पत्रकार संघ भारत के राष्ट्रीय संरक्षक कुलदीप सिंह राठौर साहब के पुत्र खंडवा राजघराने के राजकुमार दिव्य भानू सिंह राठौड़ ने भारत का नाम रोशन किया।
किसी चिराग का अपना मका नहीं होता
जहां भी जायेगा अपनी रौशनी लुटायेगा।
राजस्थान की खंडवा राजघराने के राजसी माहौल से दूर सुदूर देश नार्वे में अपनी अलग पहचान बनाकर विश्व स्तरीय छबि कायम करने वाले कुंवर दिव्य भानू सिंह राठौर ने जिस मंजिल पद दस्तक दिया है वह विरले को ही नसीब होता है।आईए एक छोटा सा परिचय के साथ राष्टीय पत्रकार संघ भारत के संरक्षक मंडल सदस्य दिव्य भानू सिंह के बुलन्दी पर फहरते परचम के संघर्षों
की दास्तां बयां करता हूं।—
अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त खंडवा राजघराने के राज कुमार दिव्य भानू सिंह राठौड़ जो की पहले नार्वे के लैंड हाकी टीम के गोलकीपर हुआ करते थे! लेकिन कहा गया है न मंजिलें उनकी कदम चूम लेती जिस राही के इरादे में जान होती है।मेहनत रंग लाई और दिव्य भानू,हाकी टीम के कैप्टन बना दिए गए। बुलन्दी पर पहुंचने के लिए है शिद्दतें लाज़िम
तपिश पाकर ही पानी आसमां पर अब्र बनता है।
इस समय हाकी फेडरेशन के अध्यक्ष पद पर धमाकेदार इन्ट्री कर एक साल से नार्वै की धरती पर कमाल कर दिए हैं। नार्वे से संगठन के राष्टीय संरक्षक कुलदीप सिंह राठौर साहब ने खबर दिया है की इस समय दिव्य भानू सिंह राठौड़ को पोलैंड में हो रही ग्रीष्म कालीन यूरोपियन मास्टर पुरुष वर्ग तथा महिला वर्ग के लिए हाकी एपायरिंग की जिम्मेदारी मिली हुई है। जो भारत के लिए गौरव की बात है। दिव्य भानू सिंह को राष्टीय पत्रकार संघे भारत के तरफ से हार्दिक बधाई हार्दिक शुभकामनाएं दिया गया है