
हिंदू राष्ट्र के मुद्दे पर परमहंस को हिंदू महासभा ने दिया समर्थन
हिंदू राष्ट्र के लिए हिंदू महासभा है कृत संकल्पित
7 नवंबर 2023 से हिंदू राष्ट्र के लिए होगा पुनः आमरण अनशन
अयोध्या भारत और को हिंदू राष्ट्र बनाए जाने के मुद्दे पर हिंदू महासभा ने जगत गुरु परमहंस आचार्य को अपना समर्थन प्रदान किया है हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबा पंडित नंदकिशोर मिश्र के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल द्वारा अयोध्या स्थित तपस्वी छावनी पहुंचकर जगतगुरु परमहंस आचार्य को समर्थन देते हुए कहा गया कि वर्तमान समय में भारत को हिंदू राष्ट्र बनाए जाने की परम आवश्यकता है इसके लिए हिंदू महासभा उस प्रत्येक व्यक्ति का समर्थन करती है जो हिंदू राष्ट्र के प्रति कृत संकल्पित है, हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबा पंडित नंदकिशोर मिश्र द्वारा यह कहा गया कि परमहंस जी अपने संघर्ष चिंतन और वाणी से राष्ट्र और विश्व को उद्वेलित कर रहे हैं जिससे भारत को हिंदू राष्ट्र बनाया जा सके 1915 से ही हिंदू राष्ट्र के लिए हिंदू महासभा ना सिर्फ कृत संकल्पित है बल्कि पूरे मनोयोग से इसके लिए आंदोलित रथ भी है बाबा पंडित नंदकिशोर मिश्र ने यह भी कहा कि हिंदू राष्ट्र बनाए जाने की आवश्यकता है क्योंकि भारत सहित संपूर्ण विश्व के हिंदुओं की अस्मिता और अस्तित्व तथा भविष्य के लिए यह आवश्यक है उन्होंने कहा कि हिंदू महासभा का चिंतन वासुदेव कुटुंबकम रहा है इसीलिए हिंदू महासभा और हिंदू राष्ट्र ऐसा बरगद है जिसके अंतर्गत सभी पल सकते हैं किंतु यदि इस्लाम और ईसाइयत को मानने वालों का छत्र बड़ा हुआ तो हिंदुओं का जीना मुश्किल हो जाएगा उन्होंने यह भी कहा कि हमारा एकमात्र सिद्धांत जिओ और जीने दो रहा है परमहंस जी हिंदू महासभा के चिंतन और सिद्धांत तथा संकल्प को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं इसलिए उनका अभिनंदन करने हेतु स्वयं उपस्थित हुआ हूं , हिंदू महासभा के समर्थन से अभिभूत दिखे तपस्वी छावनी के पीठाधीश्वर जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने कहा कि मेरे द्वारा अनेकों बार भारत को हिंदू राष्ट्र बनाए जाने के लिए संघर्ष किया जाता रहा है भारत सरकार के प्रतिनिधियों द्वारा निरंतर आश्वासन दिया गया किंतु इस विषय पर भी कभी गंभीर नहीं दिखाई दिए इसलिए मेरे द्वारा पुनः 7 नवंबर 2023 से अन्य जल का परित्याग करते हुए आमरण अनशन प्रारंभ किया जा रहा है मुझे पूरे देश के हिंदू संगठनों का समर्थन प्राप्त हो रहा है हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अधिवक्ता मनीष पांडेय ने कहा कि भारत को प्रणाम हिंदू राष्ट्र बनाए जाने का उद्घोष सर्वप्रथम हिंदू महासभा द्वारा ही किया गया था इस्लाम के आने से पूर्व भारत एक हिंदू राष्ट्र ही था श्री पांडेय ने आगे कहा कि हिंदू महासभा के संस्थापक और राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे वीर विनायक दामोदर सावरकर यह मानते थे कि भारत में जन्म लेने के बावजूद मुसलमान और ईसाई राष्ट्र जाति और संस्कृति जोकि हिंदुत्व की तीन मूल मंत्र है को कद आप यहां से नहीं कर सकते हैं इसलिए हिंदू ही हिंदू राष्ट्र है भारत हिंदुओं की पुण्य भूमि है मुसलमान और ईसाईयो के लिए भारत पुण्य भूमि नहीं हो सकती, श्री पांडे ने यह भी कहा कि हिंदू राष्ट्र के लिए वीर सावरकर की संकल्प को आगे बढ़ाने के लिए इस देश का प्रत्येक हिंदू अपने प्राणों का बलिदान करने के लिए तत्पर है प्रतिनिधिमंडल में प्रमुख रूप से हिंदू महासभा के राष्ट्रीय संगठन मंत्री यशवंत सिंह ,हिंदू महासभा के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह, हिंदू महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष महंत रामलोचन शरण शास्त्री राजन बाबा, प्रदेश उपाध्यक्ष रवि शंकर पांडेय, बिहार संगठन मंत्री राधेश्याम पांडेय, कार्यालय मंत्री अनिल मौर्य, जिला अध्यक्ष पंडित विधि पूजन पांडेय, जिला मंत्री अजय शुक्ला, सहित अन्य लोग मौजूद रहे