
महोबा
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पीएम आवास योजना पर लगी भ्रष्टाचार की नजर
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भ्रष्टाचारी रूपी दीमक पात्रो का हक चट कर रहा
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आइए रूबरू होते है महोबा में प्रधानमंत्री आवासीय योजना में हुए बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की महोबा में कर्मचारियो और विचौलियो की मिलीभगत से योजना का लाभ पात्रो को नहीं अपात्रो को दिया जा रहा है गरीबो को छत देने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना का शुभारंभ हुआ तो गरीबो के चेहरे खिल गये किन्तु वही भ्रष्टाचारियो की बांहे खिल गई योजना के नाम पर लाभुको से धन उगाही की जा रही है और ऐसे लोंगो को लाभ दिया रहा है जो इसके वास्तविक हकदार ही नहीं है और जो वास्तविक हकदार है उन्हें दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही है मिट्टी के कच्चे मकान जनपद में अनगिनत है जिनको योजना का लाभ आज तक नहीं मिल सका,सिर्फ यही नहीं हजारो गरीब लाचार लोंग ऐसे भी है जिनका नाम तक योजना में शामिल नहीं है जनपद के ग्रामीण और शहरी इलाको में हजारो तथ्य मौजूद पर जिम्मेदार सुध तक नहीं ले रहे है साहब अपात्रो से मोटी रकम वसूल पात्र बना रहें वही पात्र लाचार असहाय गरीबो का हक डकार रहें है सर्वे से भ्रष्टाचार शुरू हो अंतिम किस्त तक यह प्रक्रिया जारी रहती,उच्चो को तथ्यानुसार सूचना देने या शिकायत करने पर जांच का हवाला दें फर्जी आख्या लगा आपात्र से और धन ले मजे उडाते,गरीब पात्र ठगा सा बैठा है आपात्र और भ्रस्टाचारी मजे लूट रहे,भ्रष्टाचार का दीमक गरीब असहाय लाचारो का हक चट कर रहा जिम्मेदार कुम्भकर्णीय निद्रा में है डूडा विभाग के फोर्ट में बाबू करते लूट,हजारो के सूट है सैकड़ो के बूट,सैकड़ो के बूट,फ्रूट व मक्खन खाये,दलालो के साथ पिऐ,पिलाऐ मौज उड़ाएं,इनके घर में दूध दही की बहती गंगा,छांछ पी रहा दीन,लाचार पात्र होकर नंगा,कह कलमकार जब व्रत उपवासो के दिन आते,साहब, बाबू ,दलालो के संग अन्न त्यागकर रिश्वत खाते।।
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