
उम्र बढ़ने के साथ खास स्वास्थ्य स्थितियों जैसे ऑस्टियोपोरोसिस, कैंसर और हाइपरटेंशन होने का जोखिम भी बढ़ जाता है. दूसरे शब्दों में कहा जाए तो 50 वर्षीय शख्स का शरीर 20 वर्षीय युवा के शरीर की तुलना में बहुत अलग दिखाई देता है. ऐसी स्थिति में खास सप्लीमेंट्स लेने का नतीजा कुछ अद्भुत प्रभाव की शक्ल में हो सकता है. कई लोगों ने पिछले कुछ वर्षों के दौरान विटामिन डी पूरक पर भरोसा किया है. ये सप्लीमेंट इतना लोकप्रिय हो गया है कि अमेरिकियों के जरिए खाया जानेवाला दूसरा आम सप्लीमेंट है और विटामिन डी की कमी के अभाव की स्थिति का सामना करनेवालों के लिए निश्चित रूप से बढ़िया.
विटामिन डी अनोखा है क्योंकि धूप के संपर्क में आने पर इंसानी शरीर इस पोषक को बना सकता है. लेकिन ज्यादातर लोगों को पहले की तरह धूप नहीं मिलने की वजह से इस प्रमुख विटामिन को पैदा करने का अवसर कम हो जाता है. अगर आप 50 साल से ऊपर के हैं और विटामिन डी सप्लीमेंट लेनेवालों की श्रेणी में आते हैं, तो आपको कुछ प्रभावों को जानना चाहिए.
आपकी हड्डियां मजबूत हो सकती हैं- जैसा की लोगों की उम्र बढ़ती है, तो उनके ऑस्टियोपोरोसिस का जोखिम बढ़ जाता है. विटामिन डी के पूरक से ज्यादा मजबूत हड्डी और कमजोर हड्डियों का खतरा के बीच संबंध जोड़ा गया है. विशेषकर मासिक धर्म के स्थायी रूप से बंद हो जाने की सूरत में हड्डी की सेहत पर फोकस करना जरूरी हो जाता है क्योंकि फ्रैक्चर का खतरा बढ़ता है.
कैंसर का कम जोखिम हो सकता है- बढ़ती उम्र खास प्रकास के कैंसर का सबसे महत्वपूर्ण जोखिम फैक्टर है. कैंसर के होने की दर उम्र के बढ़ने पर तेजी से बढ़ती है, इसका मतलब हुआ कि जोखिम को कम करने के तरीकों की तलाश बुनियाद है. बीएमजे में प्रकाशित नतीजों से पता चला है कि विटामिन डी का अधिक लेवल पुरुषों और महिलाओं में खास कैंसर के जोखिम को 20 फीसद कम करता है. अगर आप भी विटामिन डी का सप्लीमेंट ले रहे हैं और अंत में लेवल ऊंचा हो रहा है, तो आप भी खास कैंसर का कम खतरा देख सकते हैं.
आपका ब्लड प्रेशर स्वस्थ हो सकता है- विटामिन डी का कम लेवल और उम्र की वृद्धि के साथ कई बीमारियों जैसे हाइपरटेंशन के बीच संबंध है. जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, हाइपरटेंशन का जोखिम काफी बढ़ जाता है. इसलिए, अगर आप विटामिन डी सप्लीमेंट नियमित ले रहे हैं, तो स्वस्थ ब्लड प्रेशर के तौर पर एक हैरतअंगेज इफेक्ट देख सकते हैं, हालांकि इसका ये मतलब नहीं हुआ कि आप स्वस्थ डाइट खाने को नजरअंदाज करना शुरू कर दें.