
सातवें चरण के चुनाव में सबसे अमीर प्रत्याशी गुड्डू जमाली, दागी उम्मीदवारों में विजय मिश्र सबसे आगे
एडीआर के अनुसार सातवें चरण में 170 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले पाए गए हैं। गंभीर आपराधिक मामले वाले 131 प्रत्याशी हैं। वहीं इस चरण में 217 करोड़पति उम्मीदवार हैं। सबसे अमीर प्रत्याशी आजमगढ़ के मुबारकपुर से एआइएमआइएम प्रत्याशी गुड्डू जमाली हैं।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के सातवें व अंतिम चरण में नौ जिलों की 54 सीटों पर सोमवार को मतदान है। इस चरण के लिए कुल 613 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। पूर्वांचल के जिलों में होने वाले इस चुनाव में 28 प्रतिशत प्रत्याशी आपराधिक प्रवृत्ति के हैं। वहीं, गंभीर आपराधिक प्रवृत्ति के मामले 22 प्रतिशत है। यह दर पूर्व के छह चरणों में 26 प्रतिशत रही है। इसमें समाजवादी पार्टी सबसे ऊपर है तो भाजपा का स्थान दूसरा है। बसपा, कांग्रेस और आप भी बहुत पीछे नहीं हैं।
उत्तर प्रदेश इलेक्शन वाच एसोसिएशन फार डेमोक्रेटिक रिफर्म्स (एडीआर) के अनुसार सातवें चरण में 170 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले पाए गए हैं। गंभीर आपराधिक मामले वाले 131 प्रत्याशी हैं। सातवें चरण के कुल उम्मीदवारों में सपा के सर्वाधिक 58 प्रतिशत आपराधिक प्रवृत्ति के हैं। भाजपा के 44 प्रतिशत, बसपा के 38 प्रतिशत और कांग्रेस के 37 प्रतिशत उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले चल रहे हैं। सपा के 44 प्रतिशत प्रत्याशियों पर गंभीर आपराधिक मामले चल रहे हैं।
भाजपा के 40 प्रतिशत, बसपा के 25 प्रतिशत और कांग्रेस के 22 प्रतिशत ऐसे प्रत्याशी मैदान में हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव में शुचिता की बात करने वाली आम आदमी पार्टी के 17 फीसद प्रत्याशी आपराधिक और 15 फीसद गंभीर आपराधिक प्रवृत्ति के हैं। यही कारण है कि सातवें चरण की 54 में से 35 प्रतिशत सीटें संवेदनशील हैं। युवा प्रत्याशियों की संख्या भी बढ़ी है। 37 प्रतिशत उम्मीदवार 25 से 40 वर्ष के हैं।
विजय मिश्र पर है सबसे अधिक मामले : भदोही जिले के ज्ञानपुर से विधायक विजय मिश्र पर सर्वाधिक 24 मामले दर्ज हैं। उनके खिलाफ 50 गंभीर धाराएं लगाई गई हैं। दूसरे स्थान पर गाजीपुर से बसपा के राजकुमार सिंह पर 11 मामले हैं, जिसमें 25 गंभीर धाराएं हैं। तीसरे स्थान पर वाराणसी में पिंडरा से कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय हैं। उनके खिलाफ 17 मामले दर्ज हैं और 18 गंभीर धाराएं लगाई गई हैं।