
अपनी माटी के लिए कुछ कर गुजरने के जज़्बे का दूसरा नाम है राकेश कुमार मणि त्रिपाठी उर्फ सुशील बाबू
_लीक-लीक गाड़ी चले, लीकहि चले कपूत।_
_लीक छाड़ि तीनों चलें, शायर-सिंह-सपूत।_
जी हां!
आज हम आपको गोरखपुर से सटे चौरी चौरा मुंडेरी बाजार के एक ऐसे सपूत के बारे में बताएंगे जिसने न केवल अपनी दरियादिली और दृढ़ इच्छाशक्ति से क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाई बल्कि अब वो समाजसेवा के माध्यम से माटी के कर्ज को उतारने की भी यथासंभव कोशिश कर रहे हैं। क्षेत्र की जनता के बीच निष्काम कर्मयोद्धा के तौर पर स्थापित हो चुके राकेश कुमार मणि त्रिपाठी को लोग प्यार से सुशील बाबू भी कहते हैं।
छात्र जीवन से ही शुरु हो गई थी संघर्षों की कहानी
चौरी चौरा मुंडेरी बाजार से प्राथमिक शिक्षा ग्रहण करने के बाद राकेश कुमार मणि त्रिपाठी जब महादेव प्रसाद इंटर कॉलेज में पहुंचे तो वहां पर भी छात्रों के हक और हूकूक की लड़ाई लड़ते हुए छात्र संघ के अध्यक्ष चुने गए। इस गरिमामयी पद पर रहते हुए उन्होने छात्रों के कल्याण और विकास के लिए कई सराहनीय कार्य किए। तदोपरान्त उच्च शिक्षा के लिए राकेश कुमार मणि त्रिपाठी ने गोरखपुर विश्वविद्यालय का रुख किया और अपनी कुशल नेतृत्व क्षमता का परिचय देते हुए परास्नातक स्तर पर कला प्रतिनिधि के तौर पर कार्य किया।
आरएसएस में कार्य प्रबंधन का भी है लंबा अनुभव
अपनी बेहतरीन कार्यशैली और सरल व्यवहार के लिए क्षेत्रीय जनता के दिलों में विशेष स्थान रखने वाले राकेश कुमार मणि त्रिपाठी उर्फ सुशील बाबू के पास संघ के शाखा प्रबंधक के तौर पर कार्य करने का लंबा तजुर्बा है। इसके पहले वह ग्राम सभा बसहिंया में संघ के शाखा प्रबंधक के साथ साथ संघ कार्यवाह जैसी अहम भूमिका का भी बखूबी निर्वाह कर चुके हैं।
*वक्त आने दे बता देंगे तुझे ऐ आसमां, हम अभी से क्या बतायें क्या हमारे दिल में है*
गोरखपुर के 326 विधानसभा क्षेत्र चौरी चौरा मुंडेरी बाजार की सम्मानित जनता की सेवा का जज़्बा रखने वाले राकेश कुमार मणि त्रिपाठी उर्फ सुशील बाबू मुख्य रूप से छात्र, नौजवान, किसान और क्षेत्रीय जनता के विकास के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। चाहे कोरोना काल के दौरान लोगों को मूलभूत सुविधाएं प्रदान करना हो या फिर जानलेवा ठंड में मुफ़लिसी की मार झेल रहे लोगों को कंबल बांटना हो….. राकेश कुमार मणि त्रिपाठी ने ऐसे सामाजिक कार्यों की रुपरेखा तैयार करके उसे मूर्त रूप देने में महती भूमिका निभाई है जिसकी वजह से इस क्षेत्र की जनता के दिलों में इनके लिए खास जगह भी बन चुकी है।
*चौरी-चौरा मुण्डेरी बाजार विधानसभा के सर्वांगीण विकास का है सपना*
अपने स्तर पर विभिन्न सामाजिक उत्थान की योजनाओं को चलाने वाले राकेश कुमार मणि त्रिपाठी उर्फ सुशील बाबू अब अपने क्षेत्र के चौतरफा विकास के लिए कुछ बड़े काम करने की कवायद में हैं। समाजसेवा को अपने जीवन का ध्येय मानने वाले इस कर्मयोद्धा का सपना है कि सरदार नगर की बंद पड़ चुकी सुगर मिल को फिर से चलाया जाए जिससे इस क्षेत्र के गन्ना किसानों को उसका सीधा लाभ मिले। इसके अलावा इस एरिया को सबसे ज्यादा पिछड़ा क्षेत्र घोषित करके यहां पर नए रोजगार का सृजन किया जाए, चौरी-चौरा क्षेत्र में पांच बड़ी औद्योगिक इकाईयों की स्थापना की जाए, वास्तविक तौर पर गरीबी रेखा के नीचे जीवनयापन करने वाले लोगों को जीवन की मूलभूत सुविधाएं प्रदान की जाएं और आंगनबाड़ी व आशा कार्यकत्रियों को भी ग्रेड पे दिया जाए।
अमूल्यरत्न न्यूज संवाददाता – शिवम् राज गोरखपुरी