
शादी के बाद अगर बीवी कहे कि मुझे दोस्त बनाने दो तो कोई पति क्या करे?
मेरी शादी को चौदह साल गुजर चुके हैं। मेरी एक बेटी बारह साल की है और नौ साल का एक बेटा है।
मैं सरकारी नौकरी करता हूं और सैलरी अच्छी है।
बीवी और बच्चों की जिम्मेदारी उठाता हूं।
मां-पिताजी नहीं रहे।
करीब एक साल पहले मेरी बीवी का बर्ताव अचानक बदल गया।
मुझसे वो चिढ़ी-चिढ़ी रहने लगी।
छोटी-छोटी बात पर क्लेश करने लगी।
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झगड़ा यहां तक पहुंच गया कि उसे मेरा छूना बुरा लगने लगा।
कभी कहती कि मेरा हाथ गर्म है, कभी कहती कि मेरा हाथ ठंडा है। यही सब कहकर पास आने नहीं देती थी।
यहां तक कि वह अपने पैरों के बीच तकिया फंसाकर सोने लगी। पूछने पर कहती कि इससे पैरों को आराम मिलता है।
मेरे घर में वॉशिंग मशीन, गर्म पानी के लिए गीजर, बर्तन धोने के लिए बाई सब है लेकिन फिर भी बीवी कहने लगी कि घर का काम मुझसे नहीं होगा, आपको भी करना होगा।
हलांकि बाहर का सारा काम मेरे जिम्मे है।
राशन, सब्जी, दूध, गेहूं पिसाना, बच्चों को डॉक्टर के पास ले जाना, सारे काम मैं ही करता हूं।
फिर भी घर का काम करना अब उसको भारी लगता है।
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इसी साल अगस्त में बीवी का फोन देखा तो एक नंबर पर एक-दो घंटे के कई कॉल डिटेल मिले।
उसी नंबर के वाट्सएप पर भी कई कॉल और मैसेज थे। चैट में मेरी बीवी ने अपनी सुंदर तस्वीरें शेयर की थीं।
जब मैं ड्यूटी पर जाता तो मेरे पीछे ये सब चल रहा था।
जब मैंने इस बारे में बीवी से पूछा तो कहने लगी कि मेरे कॉलेज का एक दोस्त है।
मैं कहा कि क्या तुम इस लड़के से बात करके, अपनी तस्वीरें भेजकर ठीक काम कर रही हो?
तो बीवी ने जवाब दिया कि ऐसा क्या बुरा काम कर दिया?
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उस दिन मेरा उससे बहुत झगड़ा हुआ।
मैंने उससे कहा कि तुम्हारे मम्मी पापा से पूछता हूं कि ये बुरा काम है कि नहीं?
मैंने जब उसको बहुत सुनाया तो उसने सारे कॉल डिटेल और चैट्स डिलीट कर दिए।
पर उसका व्यवहार वैसा ही रहा। मैं डिप्रेशन में चला गया और हाल में डॉक्टर ने बताया कि मैं शुगर का मरीज बन चुका हूं।
मैंने उसके पापा को यह बात बताई तो उन्होंने मेरे दिमाग ठीक होने पर ही सवाल उठा दिया।
कहा कि आपकी दिमागी हालत सही नहीं लग रही। सच में, बीवी ने मुझे मानसिक रोगी भी बना दिया।
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झगड़े के बाद वो मायके चली गई। उसके मम्मी, पापा और बड़े भाई को उसकी करतूत के बारे में मैंने बता दिया था।
जबसे मायके से वापस आई है तबसे बीवी का व्यवहार काफी हद तक ठीक लग रहा है लेकिन कल ही वो मुझसे बोली कि ‘आपका कोई दोस्त नहीं है, इसलिए आप चाहते हैं कि मेरा भी कोई दोस्त न बने।
मैं आपके लिए अपने दोस्त को नहीं छोड़ सकती।’ खैर अभी तक तो उसके फोन में कोई कॉल डिटेल या चैट नहीं देखी हैं लेकिन एक अनजाना सा डर मन में बना रहता है।
मुझे क्या करना चाहिए?
सुरेश देववंशी जिला देवरिया