
👉 अमूल्यरत्न न्यूज संवाददाता
👉 एयर क्वालिटी ट्रैकर रामनाथपुरम सहित 80 शहरों में साफ रही हवा, 111 शहरों में संतोषजनक रहा स्तर
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड देश के 223 में से 80 शहरों में हवा ‘बेहतर’ रही, जबकि 111 शहरों की श्रेणी ‘संतोषजनक’ रही, 31 शहरों में वायु गुणवत्ता ‘मध्यम’ रही, जबकि सोनीपत (203) में वायु गुणवत्ता का स्तर दमघोंटू रहा।
यदि दिल्ली की बात करें तो यहां की वायु गुणवत्ता ‘मध्यम’ श्रेणी में है।
दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स 123 दर्ज किया गया है।
दिल्ली के अलावा फरीदाबाद में इंडेक्स 131, गाजियाबाद में 119, गुरुग्राम में 120, नोएडा में 112, ग्रेटर नोएडा में 172 पर पहुंच गया है।
देश के अन्य प्रमुख शहरों से जुड़े आंकड़ों को देखें तो मुंबई में वायु गुणवत्ता सूचकांक 63 दर्ज किया गया, जो प्रदूषण के ‘संतोषजनक’ स्तर को दर्शाता है।
जबकि लखनऊ में यह इंडेक्स 94, चेन्नई में 81, चंडीगढ़ में 123, हैदराबाद में 66, जयपुर में 69 और पटना में 90 दर्ज किया गया।
देश के इन शहरों की हवा रही सबसे साफ
देश के जिन 80 शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 50 या उससे नीचे यानी ‘बेहतर’ रहा, उनमें अगरतला 44, अमरावती 31, अंकलेश्वर 39, अररिया 44, अरियालूर 32, आसनसोल 27, औरंगाबाद (बिहार) 36, बागलकोट 42, बल्लभगढ़ 49, बारीपदा 42, बेलापुर 46, बेलगाम 46, बेंगलुरु 47, भिलाई 23, बीदर 39, बिहारशरीफ 47, बिलासपुर 37, चामराजनगर 42, चिकबलपुर 41, चिक्कामगलुरु 41, चित्तूर 40, कुड्डालोर 21, दमोह 30, दावनगेरे 30, देवास 48, धुले 43, दुर्गापुर 34, एलूर 47, हावेरी 40, होसुर 33, हावड़ा 27, जलना 48, झालावाड़ 41, झांसी 35, कडपा 50, करौली 40, कटनी 42, क्योंझर 36, कोलार 44, कोल्हापुर 39, कोलकाता 31, कोरबा 23, कुंजेमुरा 21, लातूर 46, मैहर 34, मांडीखेड़ा 49, मैसूर 44, नगांव 40, नागपुर 41, नाहरलगुन 30, नासिक 39, नयागढ़ 33, ऊटी 28, पलवल 40, पिंपरी चिंचवाड़ 48, रायरंगपुर 29, राजमहेंद्रवरम 46, राजसमंद 42, रामानगर 34, रामनाथपुरम 20, रतलाम 43, ऋषिकेश 42, सलेम 33, सांगली 31, शिलांग 30, सिलचर 39, सिलीगुड़ी 48, सिरोही 35, शिवसागर 24, सुआकाती 38, टेंसा 39, ठाणे 48, तिरुवनंतपुरम 32, थूथुकुडी 36, तिरुपति 40, तुमिडीह 23, वाराणसी 29, विजयवाड़ा 46, वृंदावन 36, यादगीर 34, आदि शामिल रहे।
वहीं आगरा, अहमदाबाद, अजमेर, अकोला, अलवर, अंबाला, अमरावती, अनंतपुर, आरा, औरंगाबाद (महाराष्ट्र), बदलापुर, बांसवाड़ा, बारां, बरेली, बाड़मेर, बेतिया, भरतपुर, भिवाड़ी, भिवंडी, भिवानी, भोपाल, बिलीपाड़ा, बूंदी, चंद्रपुर, चरखी दादरी, चेंगलपट्टू, चेन्नई, छपरा, चित्तौड़गढ़, चुरू, दौसा, धारूहेड़ा, फिरोजाबाद, गांधीनगर, गंगटोक, गया, गुम्मिडिपूंडी, गुवाहाटी, ग्वालियर, हाजीपुर, हापुड़, हुबली, हैदराबाद, इंदौर, जबलपुर, जयपुर, जैसलमेर, जालंधर, जलगांव, झुंझुनूं, जींद, जोधपुर, कैथल, कल्याण, कन्नूर, कानपुर, करनाल, काशीपुर, कटिहार, खन्ना, किशनगंज, कोच्चि, कोहिमा, कोल्लम, कोटा, कुरूक्षेत्र, लखनऊ, लुधियाना, महाड, मंडी गोबिंदगढ़, मंडीदीप, मानेसर, मंगलौर, मंगुराहा, मुरादाबाद, मोतिहारी, मुंबई, नलबाड़ी, नांदेड़, नारनौल, नवी मुंबई, पाली, परभनी, पटियाला, पटना, पीथमपुर, प्रतापगढ़, प्रयागराज, पुदुचेरी, पुणे, रायचुर, रायपुर, राजगीर, रोहतक, सागर, समस्तीपुर, सतना, सवाई माधोपुर, शिवमोगा, सीकर, सिंगरौली, सोलापुर, तालचेर, त्रिशूर, टोंक, तुमकुरु, उदयपुर, उल्हासनगर, वातवा, विजयपुरा और विशाखापत्तनम आदि 111 शहरों में हवा की गुणवत्ता संतोषजनक रही, जहां सूचकांक 51 से 100 के बीच दर्ज किया गया।
क्या दर्शाता है यह वायु गुणवत्ता सूचकांक, इसे कैसे जा सकता है समझा?
देश में वायु प्रदूषण के स्तर और वायु गुणवत्ता की स्थिति को आप इस सूचकांक से समझ सकते हैं जिसके अनुसार यदि हवा साफ है तो उसे इंडेक्स में 0 से 50 के बीच दर्शाया जाता है।
इसके बाद वायु गुणवत्ता के संतोषजनक होने की स्थिति तब होती है जब सूचकांक 51 से 100 के बीच होती है।
इसी तरह 101-200 का मतलब है कि वायु प्रदूषण का स्तर माध्यम श्रेणी का है, जबकि 201 से 300 की बीच की स्थिति वायु गुणवत्ता की खराब स्थिति को दर्शाती है।
वहीं यदि सूचकांक 301 से 400 के बीच दर्ज किया जाता है जैसा दिल्ली में अक्सर होता है तो वायु गुणवत्ता को बेहद खराब की श्रेणी में रखा जाता है।
यह वो स्थिति है जब वायु प्रदूषण का यह स्तर स्वास्थ्य को गंभीर और लम्बे समय के लिए नुकसान पहुंचा सकता है।
इसके बाद 401 से 500 की केटेगरी आती है जिसमें वायु गुणवत्ता की स्थिति गंभीर बन जाती है।
ऐसी स्थिति होने पर वायु गुणवत्ता इतनी खराब हो जाती है कि वो स्वस्थ इंसान को भी नुकसान पहुंचा सकती है, जबकि पहले से ही बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए तो यह जानलेवा हो सकती है।