बारिश के इंतजार में बेहाल हुए अन्नदाता, प्रदेश में सूखे जैसे हालात
महराजगंज,बारिश न होने के चलते उत्तर प्रदेश के कई जिलों में किसानों के चेहरे पर मायूसी दिख रही है।खेतों में दरारें पड़ चुकी हैं।जो किसान सिर्फ खेती करके अपना जीवन-यापन करते हैं उनके लिए सूखे की स्थिति काफी बड़ा संकट लेकर आई है। किसानों का कहना है कि इस बार उनके खाने भर को भी धान हो जाए तो बड़ी बात है।
अगस्त का आधा महीना तकरीबन बीत चुका है लेकिन उत्तर प्रदेश के कई जिलों में अभी भी उम्मीद के मुताबिक बारिश नहीं हो पाई है।कम बारिश के चलते धान की फसल बर्बाद होने की कगार पर है।पूर्वांचल सहित प्रदेश के कई जिलों में सूखे के आसार दिखने लगे हैं। चंदौली से लेकर आजमगढ़,गोरखपुर, देवरिया,बलिया रायबरेली और सुल्तानपुर महराजगंज तक के किसान बढ़िया बारिश ना होने की वजह से परेशान हैं।
गोरखपुर मंडल में सूखे के आसार
बारिश ना होने के चलते गोरखपुर जनपद किसानों के चेहरे पर मायूसी साफ दिख रही है। खेतों में दरारें पड़ चुकी हैं। जिला कृषि अधिकारी ने कहा कि अगर आगे भी मौसम ऐसे रहा तो जनपद सूखाग्रस्त घोषित हो सकता है।अब तक जिले में बहुत कम प्रतिशत ही बारिश हुई है।
यहां के दरौली, शिकारपुर, भीसवा के रहने वाले किसान रघुबंश सिंह, राजेंद्र वर्मा, पड़ोही वर्मा, अनरुद्ध पटेल, विनोद लाल, अजित श्रीवास्तव, कृष्णमुरारी लाल कहते हैं कि अगर अभी एक-दो दिनों में बारिश होती है तो स्थिति को संभाला जा सकता है, वर्ना किसानों को भारी नुकसान हो सकता है। वहीं, किसान ढोढई यादव बताते हैं कि बहुत जरूरी है बारिश जल्द से जल्द हो जाए। सिंचाई से फसलों को उतना फायदा नहीं पहुंचेगा। बरसात के पानी से ही फसल को बचाया जा सकेगा।जो किसान सिर्फ खेती करके अपना जीवनयापन करते हैं उनके लिए सूखे की स्थिति काफी बड़ा संकट लेकर आएगी।

