
बी आर डी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर व सदर अस्पताल गोरखपुर के डाक्टरों द्वारा प्राईवेट प्रेक्टिस के सन्दर्भ में विज्ञप्ति………..
माननीय मुख्यमंत्री जी अवगत कराना है कि ज्यादातर डाक्टर एन पी ए का लाभ लेते हैं और शपथ पत्र भी देते है की वो प्राईवेट प्रेक्टिस नहीं करते है , जबकि सच्चाई इससे इतर है!
95% डाक्टर अपना खुद का क्लिनिक या नर्सिंग होम चलाते हैं , सरकारी अस्पताल में प्राइवेट कर्मचारी भी अस्पताल या मेडिकल कालेज में बहुत ही कम समय देते हैं व सरकारी अस्पतालों पर आने वाले मरीजों को गुमराह करके प्राइवेट क्लीनिक या नर्सिंग होम में आने का सलाह देते हैं इनके क्लिनिक या नर्सिंग होम पर मेडिकल कॉलेज या सदर अस्पताल के ओ पी डी से अधिक मरीज देखें जाते है डाक्टर या उनके तीमारदार मरीजों से सुविधा के नाम बे खौफ अधिक से अधिक धन उगाही करते हैं , मेडिकल कॉलेज व सदर अस्पताल के डाक्टर अधिकांश अपने रिश्तेदारों परिचितों के क्लिनिक, नर्सिंग होम व मेडिकल पर अपना भरपूर समय देते हैं इनके यहां सीसीटीवी कैमरे लगे होते हैं जिससे सारी गतिविधियों का समय समय पर जानकारी मिलती रहे इन लोगों की कारश्तानी इनके ही नर्सिंग होम क्लिनिक या मेडिकल के दुकानों के सीसीटीवी कैमरे में कैद है इन कैमरों की जांच कराकर दुध का दुध और पानी का पानी अलग किया जा सकता है ,
ये डाक्टर मेडिकल कॉलेज या सदर अस्पताल में कम आपरेशन करते हैं ज्यादा से ज्यादा समय अपने नर्सिंग होम में देते हैं