
गोरी: मैंने सुना कि तुम्हारा ये अंधा दोस्त 7 घड़ियालों में एक साथ सुराख कर सकता है।_
Ghori laughed and said:
चंद क्या वाकई तुम्हारा ये मित्र ये करिश्मा कर सकता है?_
Chandra Vardai smiled and said:
वो तो आप खुद ही देख लीजियेगा, हुज़ूर।_
And Chandra Vardai went to Samrat Prithviraj Chauhan!
चंद : शब्द सुना गोरी का राजन, कौन दिशा में है सिंहासन।
सम्राट पृथ्वीराज: हां, चंद एक धनुष दो और दो बाण मुझे देदो।_
चंद : एक बाण राजन, एक बाण चौहान। राम ने रावण भेदा, एक बाण चौहान। पार्थ ने कर्ण को भेदा, एक बाण चौहान। त्रिपु को शंकर ने भेदा, एक बाण चौहान।_
एक बाण साम्प्रधनी, केवल एक बाण।
तीर चलाओ राजन।_
Prithviraj Chauhan agreed!
चंद : हुज़ूर मेरे मित्र की बेड़िया खोल दी जाए और उसे धनुष बाण थमाया जाए।_
Ghori laughed and ordered his soldier to free Prithviraj
चंद : हुज़ूर एक निवेदन है मेरा मित्र बाण तब ही चलाएगा जब 3 बार उसे हुक्म देंगे।_
Ghori and his feudals laughed and said:
ये तुम्हारे सम्राट ने तो बड़ा जल्दी हमारी गुलामी स्वीकार करली।_
गोरी: पृथ्वीराज तैयार होजाओ, समय बर्बाद ना करो।_
और ये सुनते ही सम्राट ने अपनी माटी को सर पर लगाकर उसे प्रणाम किया।_
चंद : हे पृथ्वीराज! कमान बाण दो मुट्ठी ग्रहण कर।
छोड़ निराशा आत्मशक्ति भर और ध्यान कर,
जो कुछ तूने कहा मुझे उसको पूरा कर।_
मत चूके चौहान, प्राण अंजलि में लेकर।
कर दे तू निशब्द, शब्द को शब्द भेदकर।।_
Ghori in a witty tone :
पृथ्वीराज कमान पर तीर सजा, ज़रा हमें भी तो तेरा जोहर दिखा।_
चंद : है अंतिम अवसर यही, सुन देकर तू ध्यान।
एक बाण से लक्ष्य कर, मत चूके चौहान।।_
चार बांस चौबीस गज, अंगुल अष्ट प्रमाण।
ता ऊपर घड़ियाल (सुल्तान) है, मत चूके चौहान।।_
और अगले ही क्षण कमान से वह ऐतिहासिक बाण अपनी तीव्रगति से गोरी के कंठ को चीरता हुआ निकल गया।_
And that bastard Ghori died within few seconds!
A great roar and howl went up!
और उस ग़ज़नी के मलेच्छ आततायी का अंत कर अगले ही पल अंतिम हिन्दू हृदय सम्राट पृथ्वीराज चौहान और चंद्र वरदाई दोनों शत्रु के करीब आने से पूर्व ही एक दूसरे के हाथों वीरगति को प्राप्त हुए और अपना शीश और चौहान कुल की शान को झुकने नही दिया।