
क्यों मनाया जाता है‘मकर संक्रांति’का त्योहार,
महाराजगंज,हमारे देश में सभी त्योहारों का अपना एक विशेष महत्त्व है और इन्हें मनाने का तरीका भी अलग -अलग है। नए साल के पहले महीने जनवरी में मकर संक्रांति के महा पर्वों की शुरुआत होती है।किसी न किसी रूप में लोग अपनी-अपनी मान्यताओं के अनुसार मकर संक्रांति को सेलिब्रेट करते हैं।वहीं इस खास दिन पर तिल, गुड़ के पकवानों का आनंद लिया जाता है साथ ही स्नान का भी विशेष महत्व होता है। आपको बता दें मकर संक्रांति का महापर्व सिर्फ उत्तर भारत में ही नहीं बल्कि दक्षिण भागों के साथ अलग-अलग राज्यों में अनेक नामों से मनाया जाता है।ऐसे में एक बात क्या आप जानते है कि हम सभी मकर संक्रांति को क्यों मनाते है।अगर नहीं जानते तो अब जान लीजिए,
दरअसल यह खगोल से जुड़ा हुआ है। मकर संक्रांति के दिन सूर्य धनु राशि से निकल अपने पुत्र शनि की राशि मकर में प्रवेश करते हैं। कहा जाता है कि इस खास दिन पर सूर्य अपने पुत्र शनि से मिलने के लिए खुद उनके घर में प्रवेश करते है।इस दौरान कहते है कि एक संक्रांति से दूसरी संक्रांति के बीच का समय ही सौर मास है। बता दें वैसे तो सूर्य संक्रांति 12 हैं, लेकिन इनमें से चार संक्रांति बेहद अहम हैं जिनमें मेष, कर्क, तुला, मकर संक्रांति हैं।यही कारण है कि इस खास दिन को हम सभी मकर संक्रांति के नाम से जानते है और इसे मानते है ।इस बार14 जनवरी को मकर संक्रांति के पर्व की तिथि है।परन्तु इस साल कुछ कारण वश मकर संक्रांति 15 जनवरी को मनाना निश्चित है।