पटना के 64 वर्षीय अनिल कुमार ने स्वाभिमान की एक अनोखी मिसाल पेश की है। उनके बेटे आशीष भारती और बहू बिहार पुलिस में डीआईजी (DIG) हैं, जबकि बेटी अनीशा भारती पटना में एसडीएम (SDM) के पद पर तैनात हैं। बच्चों के इतने बड़े अधिकारी होने के बावजूद, अनिल कुमार आज भी पटना के बोरिंग रोड पर अपनी पुरानी किताबों की दुकान ‘कुमार बुक सेंटर’ चलाते हैं।
एक इंसान ऐसा भी जो ना कभी गुरुर में रहा ना ही कोई घमंड किया ……..
अनिल कुमार जवानी में खुद आईपीएस (IPS) बनना चाहते थे, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण उनका सपना अधूरा रह गया। इसके बाद उन्होंने संकल्प लिया कि वे अपने बच्चों को अफसर बनाएंगे। उन्होंने 1986 में किताबों की दुकान खोली और उसी कमाई से बच्चों को पढ़ाया। आज बच्चे सफल हैं, फिर भी अनिल कुमार अपनी मेहनत की कमाई पर ही निर्भर हैं और जरूरतमंद छात्रों के लिए ‘द ऑफिसर्स क्लासेज’ नाम से मुफ्त ऑनलाइन कोचिंग भी चलाते हैं।

