
एक पति पत्नी की शादी को 5 साल हुए थे ।
पिछले 4 सालों से पति ने अपनी बहन से राखी नहीं बंधवाई थी।
क्योंकि…..
उसकी पत्नी को अपनी नंनद यानी कि अपने पति की बहन बिल्कुल पसंद नहीं थी और उसने साफ कह दिया था,
कि वह नहीं चाहती कि उसका पत अपनी बहन से कोई भी रिश्ता रखें।
खैर आज राखी का दिन था।
पत्नी अपने भाई के पास गई हुई थी और अपने भाई को राखी बांध रही थी।
दोनों भाई-बहन बचपन के यादों को ताजा करके खुश हो रहे थे और मजे कर रहे थे।
पति चुपचाप एक कोने में बैठा था ,अपने बचपन और अपनी बहन को याद करते हुए, और तब उसे एहसास हुआ की अपनी मूर्खता में उसने अपने जीवन के चार साल अपनी बहन से रिश्ता तोड़ कर और अपनी कलाई सूनी रखकर गुजार दिए।
इतना अनमोल पल गवां दिए।
थोड़ी ही देर में पति ने कहा,
जल्दी चलो,
मुझे भी अपनी बहन के घर जाना है,
राखी बंधवाने।
पत्नी ने साफ बोला,
कोई जरूरत नहीं है वहां जाने की ।
मुझे वह बिल्कुल पसंद नहीं है ,
मुझे फूटी आंख नहीं सुहाती है तुम्हारी बहन।
पति ने बोला ,
वह सब मुझे नहीं पता,
आज राखी है और मेरी कलाई सूनी है ।
मुझे भी अपनी बहन से राखी बंधवानी है ।
अब पत्नी ने भी साफ बोला ,
तुम्हें मुझमें या अपनी बहन में से किसी एक को चुनना पड़ेगा ।
मैं तुम्हारी बहन के साथ कोई रिश्ता नहीं रख सकती।
पति ने भी साफ बोला,
अगर चुनने की बात है,
तो मेरी मजबूरी है और अपने बच्चे के खातिर मुझे अपने बच्चे की मां यानी कि अपनी पत्नी को ही चुनना पड़ेगा।
पत्नी मुस्कुराने लगी ।
पति ने आगे बोला….. लेकिन जब रिश्ते शर्तों पर चलने लगे,
तो मेरी भी एक शर्त है।
तुम्हें मुझमें और अपने भाई में से किसी एक को चुनना पड़ेगा ।
पत्नी ने बोला……. यह क्या बकवास है ?
ऐसे कैसे मैं तुम दोनों में से किसी एक को चुन सकती हूं?
मेरे लिए तुम दोनों मायने रखते हो ।
इस पर पति ने बोला……
जैसे तुम्हारी शर्त है वैसे ही मेरी भी शर्त है और तुम्हें मेरी शर्त माननी ही पड़ेगी।
क्योंकि मैने भी तुम्हारी शर्त मानी है।
अब तुम सोच लो….. तुम्हें मुझसे रिश्ता रखना है या अपने भाई से।मैं बाहर गाड़ी में इंतजार कर रहा हूं।
10 मिनट में अपना जवाब दे देना कहकर पति अपनी गाड़ी में जाकर बैठ गया ।
10 मिनट के बाद पत्नी गाड़ी में आ चुकी थी यह बोलते हुए ।जल्दी चलो, दीदी के घर चलना है नहीं तो राखी का मुहूर्त बीत जाएगा।
क्योंकि उसे समझ में आ चुका था की शर्तों पर रिश्ते नहीं निभाए जाते।
💕💕 कभी भी सोच अच्छा रखना चाहिए