
*मुरली से नहीं बनेगा काम,सुदर्शन चक्र आवश्यक, त्रिपुरा में गरजे सीएम योगी*
एन्टीकरप्शन मीडिया न्यूज संवाददाता – शिवम् राज गोरखपुरी
लखनऊ।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज सोमवार को पश्चिम त्रिपुरा के बराकथल में सिद्धेश्वरी मंदिर के उद्घाटन एवं प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल हुए।इस दौरान सीएम ने लोगों को संबोधित करते हुए बड़ा बयान दिया।सीएम ने कहा कि अयोध्या,मथुरा और काशी यह तीन सनातन हिंदी धर्म के महत्वपूर्ण स्तंभ है,जो भी सामर्थ्यवान होगा,अपनी ताकत का अहसास अपने दुश्मनों को कराएगा, वह हमेशा सुरक्षित रहेगा।केवल मुरली से काम नहीं चलेगा, बल्कि सुरक्षा के लिए सुदर्शन भी आवश्यक है।
सीएम योगी ने कहा कि यूपी में डबल इंजन की भाजपा सरकार ने विकास और विरासत के अभियान को आगे बढ़ाया है। श्री अयोध्या धाम में प्रभु श्री राम का मंदिर निर्माण हो या त्रिपुरा में मां त्रिपुर सुंदरी के मंदिर के सुंदरीकरण एवं पुनरुद्धार का कार्य, सभी उसके साक्षात उदाहरण हैं। सीएम ने कहा कि यूपी में डबल इंजन की सरकार आई और सुरक्षा का माहौल मिला। दंगाइयों के लिए बुलडोजर भी दिया गया और साथ ही साथ भक्तों के लिए श्री राम मंदिर का निर्माण भी कराया गया।
सीएम योगी ने कांग्रेस और पाकिस्तान पर भी जमकर हमला बोला। सीएम ने कहा कि कांग्रेस ने अपने स्वार्थ के लिए देश का विभाजन स्वीकार किया।सीएम ने कहा कि आरएसएस ने खतरे को 1925 में भांप लिया था। वो जानते थे कि अगर हम इसी तरह से कांग्रेस की चलाई गई संधि पर चलते गए तो वे देश का विभाजन करा देंगे। जो सोचा था वो सच साबित हुआ और देश का विभाजन हो गया।
सीएम योगी ने कहा कि जो लोग भारत के विभाजन के लिए जिम्मेदार है,उनके बारे में सही जानकारी देने की जरूरत है। पाकिस्तान एक नासूर है और जब तक इसका ऑपरेशन नहीं होगा तब तक इस कैंसर से निजात नहीं मिलेगा। जब तक पाकिस्तान इस धरती पर है, तब तक समाधान नहीं हो सकता है। इसके लिए ताकतवर देशों को साथ आना होगा।
सीएम योगी ने कहा कि अगर आप धर्म की रक्षा करेंगे तो धर्म आपकी रक्षा करेगा,लेकिन अगर आप इसका इस्तेमाल स्वार्थ के लिए करेंगे तो यही होगा। हम एक मजबूत भारत के लिए काम कर रहे हैं। सीएम ने कहा कि त्रिपुरा स्वतंत्र था क्योंकि उसके राजा ने अपनी ताकत दिखाई थी,जो भी अपनी ताकत खोकर और अपने दुश्मन को समझने की भूल करेगा,वो उसी तरह का खामियाजा भुगतेगा, जैसा आज बांग्लादेश में हो रहा है।