
गोरखपुर जिले में तेज आंधी के कारण लगभग 555 गांवों की बिजली हुई ठप
गोरखपुर – सोमवार शाम को आई तेज आंधी से और हल्की बूंदाबांदी ने मौसम सुहान कर दिया।
लेकिन तेज रफ्तार हवा के कारण कई जगह पेड़ उखड़ गए। पेड़ों की डाल टूट कर विद्युत पोल पर गिर गई। जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति व्यवस्था बिगड़ गई है।
कहीं पर बिजली के खंभे तो कहीं पर तार टूटकर गिर गए। इससे 555 गांवों की विद्युत आपर्ति ठप हो गई।
चौरी चौरा क्षेत्र में सोमवार की शाम चार बजे आई तेज आंधी ने चौरी चौरा,मुंडेरा बाजार,नौवाबारी पालिपा व सरदारनगर सहित सभी उपकेंद्र की विद्युत व्यवस्था ध्वस्त हो गई है।
जिससे 200 गांवों की आपूर्ति शाम 4 बजे से रात 7 बजे तक आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी थी। बिजली निगम के अधिकारियों का कहना था कि रात 10 बजे तक आपूर्ति शुरू होने की संभावना है।
आंधी के साथ हुई बूंदाबांदी से लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिली है। लेकिन लाइट कटने से तमाम घरों में पानी की समस्या खड़ी हो गई।
तेज आंधी में चौरी चौरा विद्युत उपकेंद्र से जुड़े मुंडेरा बाजार के भोपा पोखरे के पास आम के पेड़ की डाली टूटकर गिर जाने से विद्युत सप्लाई ठप हो गई।
इसके अलावा सरदारनगर में तेज आंधी ने जर्जर हो चुके तारों को अपना निशाना बनाया, जिससे यहां आपूर्ति बाधित हो गई।
आंधी थमने का बाद बिजलीकर्मी सप्लाई को बहाल करने के लिए मैदान में उतर गए। एसडीओ महेन्द्रनाथ भारती व जेई योगेश सिंह आपूर्ति बहाल कराने के लिए प्रयास में जुटे है।
कैम्पियरगंज क्षेत्र में सोमवार की शाम 5 बजे आई तेज आंधी ने कैम्पियरगंज,सोनौरा,नेतवर सहित सभी उपकेंद्र की विद्युत व्यवस्था ध्वस्त हो गई है।
क्षेत्र के तीन उपकेन्द्र के सैकड़ों गांवों में बिजली आपूर्ति ठप हो गयी। आंधी थमने के बाद बिजली कर्मी सप्लाई को बहाल करने के लिए मैदान में उतर गए।
जेई राकेश कुमार ने बताया कि आपूर्ति बहाल कराने के लिए बिजली कर्मी जुटे हैं। फाल्ट ठीक कर कुछ देर बाद बिजली सप्लाई बहाल होने की उम्मीद है।
खजनी क्षेत्र में सोमवार दोपहर बाद आई आंधी से सैकड़ों गांवों की बिजली गुल हो गई। उनवल एवं हरनही फीडर पर तैनात जेई अच्छेलाल ने बताया कि फाल्ट ढूंढा जा रहा है जैसे ही मिलेगा जोड़कर बिजली बहाल कर दी जाएगी।
वहीं गंगटही विद्युत सबस्टेशन पर तैनात जेई राजकुमार का मोबाइल 6.50 बजे तक स्वीच ऑफ बता रहा था।
खबर लिखे जाने तक खजनी से पश्चिम उनवल,हरनही एवं गंगटही सबस्टेशन से जुड़े गांवों की विद्युत आपूर्ति बहाल नहीं हो पायी थी।
घघसरा,पाली क्षेत्र मे सोमवार शाम को आई तेज आंधी के कारण घघसरा गाही बिजली घर से जुडे 100 गांवों की बिजली आपूर्ति शाम चार बजे ठप हो गयी।
तेज आधी के कारण पनिका,नचनी,डुमरी गयी एचटी सप्लाई का तार पेड़ की डाली टूटकर गिरने से तार टूट गिर गया है। जिसके कारण बिजली आपूर्ति शाम चार बजे से ठप हो गयी है।
बिजली कर्मी तारों को ठीक कर आपूर्ति बहाल करने का प्रयास कर रहे है। देर शाम तक आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी है। अवर अभियन्ता जवाहीर प्रसाद ने बताया आंधी के कारण तारों पर पेड़ की डाली गिरने से आपूर्ति ठप हुई है।
तारों को ठीक कराकर आपूर्ति बहाल कराने की कोशिश की जा रही है।
बेलघाट क्षेत्र मे सोमवार को देर शाम आई आंधी और हल्की बूंदाबांदी से लोगों को गर्मी से राहत मिली है।
लेकिन आंधी से बेलघाट क्षेत्र के तकरीबन 55 गांव में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। खेतों मे धान का बीज गिराने के लिए तैयारी कर रहे किसानों को बारिश होने से लाभ मिला।
विद्युत उपकेन्द्र विधना पार से बिजली सप्लाई क्षेत्र में सोपाई गांव के पास दो पोल,उपकेंद्र के पीछे 11 केवी के तार पर पेड़ टूट कर गिर गया है। दो तीन अन्य जगहों पर पोल गिरे हैं।
विधना पार उपकेंद्र से जुड़े 55 गांव में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है।
दरवाजे पर गिरा आम का पेड़,बड़ा हादसा टला
हरपुर बुदहट क्षेत्र में सोमवार शाम को एक घंटे चली तेज आंधी से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया।
कई जगह पेड़ उखड़कर गिर गए। धूल और कचरा आसमान में उड़ने के साथ ही हल्की बारिश भी हुई। हरपुर बुदहट क्षेत्र के कौशल शुक्ला का आम का पेड़ जड़ से उखड़कर दरवाजे पर गिर गया,गनीमत रही कि कोई हादसा नहीं हुआ। वही,
बुदहट,कटसहरा,अनन्तपुर, सोनबरसा में दर्जनों चाय की गुमटी उजड़ गयी। वही क्षेत्र के तमाम पोलो से तार टूटकर गिर गए।
आंधी में गिरा बहलोल का पेड़,बाल-बाल बचे
चौरी चौरा क्षेत्र के सोनबरसा बाजार मे सोमवार को आई तेज आंधी और पानी से नहर की पटरी पर बहलोल का विशाल पेड़ गिर गया।
जिससे राहगीर और आस-पास के लोग घायल होने से बाल-बाल बच गए। नहर की पटरी पर बना सड़क पर आवागमन घंटो अवरुद्ध रहा। वही, आंधी पानी आने से क्षेत्र के लोगों को तपती गर्मी से राहत मिली।
आंधी के चलते विद्युत आपूर्ति भी बाधित हो गया है।
धूल भरी हवाओं से हुई बूंदाबांदी ने दिलाई गर्मी से राहत
गोला के दक्षिणांचल में अपराह्न चार बजे शाम धूल भरी आंधी चली उसके बाद हुई बारिश ने राहत प्रदान की।
हालांकि तमाम क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति लोकल फाल्ट के कारण प्रभावित है। बारिश भी खूब हुई जिससे जगह-जगह जलभराव हो गया।
पूर्व अपर जिला कृषि अधिकारी राम आधार यादव का कहना है कि किसान अब इस पानी से आसानी से अपने खेत की गर्मी की जुताई करा सकते हैं।
जिनको हरी खाद के लिए सनई ढैचा बोना बो सकते हैं। वह चाहे तो जून के अंतिम पखवारा या जुलाई के प्रथम पखवारा में पलट कर उसी पर धान की रोपाई या लेव दे सकते हैं।
बेहन डालने के लिए खेत की तैयारी कर सकते हैं। लम्बी अवधि के धान की बेहन 20 मई के बाद पड़ जानी चाहिए।