
जीवन मे इतना कष्ट नही है जितना हमने अपनी इच्छाओं के कारण बनाया हुआ है। हम अपना जीवन इच्छाओ की पूर्ति करते हुए व्यर्थ कर देते है। इस संसार की कोई भी वस्तु हम साथ लेकर नही जा सकते फिर भी पूरा जीवन इकठ्ठा करने में लगा देते है और अंत मे सबकुछ यही छोड़कर चले जाते है।
संसार से जो कुछ भी प्राप्त हुआ है वो कुछ क्षण के लिए प्राप्त हुआ है चाहे धन संपदा हो या सबन्ध, स्वयं की शरीर भी क्षण भर के लिए प्राप्त हुई है।
अब इन सबका सदुपयोग करके हम अपने जीवन को सफल करे या असफल हमारे ही हाथों में है।
सांसारिक वस्तुओं को जीवन की यात्रा में सहयोगी बनाना चाहिए लेकिन हम इनका दिखावे में प्रयोग अधिक करते है।
🔱 जय श्री महाकाल🔱🙏🚩 Jay Shri Krishna 🙏🚩