
एस डी एम के आदेश का पालन न होना,नायब तहसीलदार का जमीन से वापस आना,बनता जा रहा पेचीदा
महराजगंज शिकारपुर सदर कोतवाली अंतर्गत ग्राम सभा शिकारपुर के शाहनवाज खान पुत्र इशहाक अहमद द्वारा दिनांक 23/92021 को एवं श्रीमती आशा देवी पत्नी राम संवारे ,नरेंद्र पुत्र रामजस ग्रामवासी शिकारपुर दिनांक 3/ 11/2021 को प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया गया जिस पर तहसीलदार सदर ने जांच कराई तहसीलदार सदर द्वारा जांच आख्या 23/11/ 2021 से ज्ञात हुआ कि ग्रामसभा भिसवा की अराजी नंबर 105 रखवा 0.004 हेक्टेयर, 106 रखवा 0.004 हेक्टेयर, 109/0.004 व आराजी नंबर 110 रकबा 0.008 हेक्टेयर चकनाली आराजी संख्या 478 रकबा 0.012 हेक्टेयर चकमार्ग के खाते में अंकित है ।
जिसको शाह आलम पुत्र ही ईशहाक द्वारा कटीली तार लगाकर अवरुद्ध कर दिया गया है इसी के संदर्भ में उप जिला अधिकारी साईं तेजा सीलम ने सदर तहसीलदार व सदर कोतवाल को सूचना प्रेषित कर तदनुसार आवश्यक पुलिस बल के साथ सार्वजनिक भूमि पर किए गए कब्ज़ा को हटाए जाने के संबंध में आदेश दिए थे। नायब तहसीलदार कानूनगो सदर कोतवाल रवि राय व हलका इंचार्ज भूपेंद्र कुमार सिंह और नगर चौकी इंचार्ज पुलिस बल के साथ आये लेकिन कुछ कटीली तार काटने के बाद अतिक्रमण हटवाने में असफल रहे ।मजे की बात यह है कि नायब तहसीलदार कब्जा किए हुए व्यक्ति को सिखा रहे थे कि तुम स्थगन आदेश लाओ तो यहां पर कोई कार्यवाही नहीं होगा सरकारी कर्मचारी सरकार की संपत को हड़पने का बता रहा फार्मूला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद में जब ऐसे ही अधिकारी रहेंगे तो मुख्यमंत्री के आदेशों का क्या पालन हो पाएगा एक तरफ मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि सरकारी जमीन पर जितने लोगों का अवैध कब्जा है ,उसको तत्काल हटाए लेकिन ऐसे अधिकारी से क्या उम्मीद की जा सकती है कि सरकारी जमीन से कब्जा हट पाएगा शाह आलम के मकान के पीछे किसानों का खेत है। वह अपने खेत में आने जाने में असमर्थ हैं दूर के रास्ते नहर की पटरी पकड़कर मेड से होकर अपने खेत तक जाते हैं ।जिससे उनको काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है इस दौरान मौके पर ग्राम वासियों समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे।