
रायबरेली के थाना गुरबक्शगंज के क्षेत्र में जिले में सबसे ज्यादा अवैध हरे पेड़ों का हो रहा बिना परमिट के कटान ताजा मामला अटौरा ला कालेज के पास बनी वन विभाग की नर्सरी से लगभग 300 मीटर दूरी पर दो बड़े हरे आम के पेड़ काटे गये हैं।
एन्टीकरप्शन मीडिया न्यूज संवाददाता –
उसी के पास बड़ी बाग में तीन महुआ के पेड़
काटे गए हैं लेकिन नर्सरी में बैठे कर्मचारी व अधिकारी तक पता नहीं चला ।
जबकि इलेक्ट्रॉनिक आगे की आवाज 1 किलोमीटर दूर तक जाती है तो यह समझ लीजिए अधिकारी व कर्मचारी क्यों चुप हैं ।
इसका मतलब वन माफिया से बड़ी साठ गांठ है और चार दिन पहले चंदी का पुरवा मजरे सनिका मऊ में तीन बड़े हरे महुआ के पेड़ काटे गए और पोरई गांव में दो नीम के पेड़ हरे पेड़ काटे गए हैं
इन पर कोई कार्यवाही आज तक और उच्च अधिकारियों को फोन किया जाता तो उनका फोन नहीं उठता चाहे पूरे जिले के पेड़ कट जाएं उनका फोन नहीं उठता डीएफओ साहब को कई बार फोन किया गया लेकिन उनका फोन नहीं उठता वन माफिया पूरी तरह से हरियाली को नष्ट करने में जुटे हुए हैं ।
हरे पेड़ रोज कटवा रहे हैं वन विभाग और गुरबक्शगंज थाने की पुलिस की मिली भगत से इन पर नहीं होती कोई कार्यवाही ।
हर तरफ उत्तर प्रदेश सरकार हरियाली और पेड़ों को लगाने में करोड़ों रुपया खर्च करती है और दूसरी तरफ वन विभाग और पुलिस पूरी तरह से पेड़ों को कटाने में जुटी हुई है