
*सांसद इमरान मसूद को महंगी पड़ गई लाशों पर ओछी सियासत, भागने को मजबूर हुए*
_★ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की प्रभावितों की आर्थिक मदद ★
जब पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और विधायक आशु मलिक प्रभावितों की करते हैं लाखों लाखों रुपए की आर्थिक मदद, तो फिर देश की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस के सांसद इमरान मसूद क्यों नहीं कर सकते आर्थिक मदद की घोषणा-?_
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_मेरठ मे बड़ा दर्दनाक दिल दहला देने, और रूह कंपकंपा देने वाला हादसा हुआ।
हम अल्लाह से दुआ करते हैं कि इसमें मरने वालों की अल्लाह मगफिरत फरमाए, जो जख्मी हुए वो जल्द ठीक हो और मुतास्सिरीन के घर वालों को सब्र दे।
लेकिन वहां लाशों पर सियासत करने गए सहारनपुर के सांसद और कांग्रेस नेता को घेर कर जिस तरह से मेरठ की जनता ने आईना दिखाया और कहा कि यह सहारनपुर नहीं, यह मेरठ है।
यहां सांसद जी आपको लाशों पर सियासत नहीं करने दी जाएगी।
पहले आप यह बताएं कि आप एक सांसद हैं और कांग्रेस के बड़े नेता हैं।
आप इस आपदा के मुतास्सिरीन लोगों के लिए क्या घोषणा कर रहे हैं-?
और क्या देकर जाएंगे-?
जब मेरठ की जनता ने यह सवाल सांसद इमरान मसूद से किया, तो उनके पास कोई उत्तर नहीं था। जब लोगों ने घेर कर और जबरदस्ती विरोध किया, तो इमरान मसूद ने अपने साथियों के साथ चुपके से वहां से खिसकने में ही अपनी भलाई समझी_
■ _झारखंड-छत्तीसगढ़ में पिछले दिनों गंगोह क्षेत्र के कंई इलाकों के युवकों की मॉब लिंचिंग में हत्या हुई, कहीं बड़े दर्दनाक हादसे जिले में हुए उन सब में पूर्व मंत्री और विधायक आशु मलिक वह सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ना केवल मर्तकों के आश्रितों की लाखों रूपयो से आर्थिक मदद की बल्कि विधायक आशु मलिक ने तो ऐसे बच्चों की पढ़ाई और शादी तक का जिम्मा ले लिया, जो इन हादसों में अपनी जान गंवा चुके हैं।
और सहारनपुर में जितने भी इस तरह के हादसे हुए अगर सॉसद इमरान मसूद ने किसी को चवन्नी देकर मदद की हो, तो कोई उदाहरण दे दे,तो उसे हम इनाम देंगे।
बल्कि हमेशा इमरान मसूद ने तो इस तरह के हादसों पर सिर्फ पोस्टमार्टम हाउस और मर्तकों के घर पहुंच कर सोशल मीडिया पर अपने फोटो डालकर सस्ती लोकप्रियता की ही सियासत की है, जो घोर निंदनीय और समझने योग्य है_
■ _अब जो बात सहारनपुर की जनता 50 सालों में नहीं समझी, वो मेरठ की जनता ने ज़ाकिर नगर इलाके में हुए हादसे पर सॉसद की आमद से समझ लिया। जब मेरठ की जनता ने सवाल किया था, तो सांसद इमरान मसूद को दिल बड़ा करके मर्तको के आश्रतों के जीवन बसर के लिए तत्काल घोषणा कर देनी चाहिए थी।
क्योंकि इमरान मसूद ना तो खुद आर्थिक रूप से कमजोर हैं,उनका खुद का करोड़ों रुपयो का साम्राज्य है और ना ही उनकी पार्टी इतनी छोटी है कि वो आर्थिक मदद नहीं कर सकते। समाजवादी पार्टी की प्रदेश सहित देश मे कहीं भी सरकार नहीं है,तो सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, उनके विधायक आशु मलिक, राष्ट्रीय महासचिव चौधरी रूद्र सेन-चौधरी इंद्रसेन, जिला अध्यक्ष चौधरी अब्दुल वाहिद,विधायक उमर अली खान आदि नेताओं ने प्रभावितो की आर्थिक मदद लाखों रुपए में कर और करवा देते हैं, तो फिर जो देश की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस और कंई राज्यों में उसकी सरकार है, तो उसके सांसद इमरान मसूद क्यों नहीं कर सकते-?
लेकिन इस सब काम के लिए साफ नियत का होना बेहद जरूरी है और वो शायद कांग्रेस और कांग्रेस के नेताओं की नहीं है और यही वो कारण है कि मेरठ के लोगों ने लाशों पर सहारनपुर के सांसद और कांग्रेस नेता इमरान मसूद को सस्ती सियासत नहीं करने दी और वहां से पिछले पैरों भागने पर मजबूर कर दिया। जो सहारनपुर वालों के लिए एक सबक भी है_