
विधायक का कहना बेकार प्रभारी मंत्री का आदेश दरकिनार?
एन्टिकरप्शन मीडिया न्यूज संवाददाता —
इंस्पेक्टर पर कार्रवाई के निर्देश,
फिर भी वह जमे हुए हैं
क्यों नहीं हुई कार्रवाई?
लखीमपुर – खीरी मंगलवार को समीक्षा बैठक में विधायक विनोद शंकर अवस्थी ने प्रभारी मंत्री आशीष पटेल जी से शिकायत की थी और कहा था इंस्पेक्टर से जान का खतरा है। यह कि कोई मामूली बात नहीं एक जनता द्वारा चुना गया विधायक इतना भयभीत की इंस्पेक्टर को हटाने की गुजारिश करते हुए जान का खतरा बताया गौरतलब है।धौरहरा विधायक की शिकायत पर प्रभारी मंत्री आशीष पटेल ने इंस्पेक्टर को हटाने का आदेश दिया था,लेकिन दो दिन बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।इंस्पेक्टर साहब क्यों नहीं हटाए गये इसके पीछे का राहस्य तो सभी लोग समझ ही गए होंगे।योगी तेरे राज्य में सत्ताधारी विधायक नहीं सुरक्षित आम आदमी की क्या बिसात अब इसे धौरहरा विधायक की बेबसी कहिए की प्रभारी मंत्री की समीक्षा बैठक में इंस्पेक्टर को हटाएं जाने और उसने अपनी जान का खतरा होने की बात कहते हुए विधायक भावुक हो गए बाकी विधायक प्रभारी मंत्री की बैठक से ग़ायब एक आए भी उनकी बेबसी देख ऐसा प्रतीत हो रहा जो ज़रूरत से ज़्यादा दुःख इंस्पेक्टर को हटाने की बात कही प्रभारी मंत्री ने आदेश दे दिए चलें गये विधायक जी छले गए दो दिन हो गये शायद हटाने वाले आदेश खो गये पीछे की हवा काफी जोर से चल रही कुछ होने नहीं देती बहुत गंभीरता से लेने वाली बात है।विधायक ने अपनी जान का खतरा बताते हुए इंस्पेक्टर पर गंभीर आरोप लगाए थे।प्रभारी मंत्री ने इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई कर उन्हें हटाने का आदेश दिया था,लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। यह बात पड़कर रोज़ रोज़ जिला अधिकारी एसपी के चक्कर लगाने वाले हताश फरियादी यह जरूर सोच रहे होंगे।जब विधायक के कहने पर प्रभारी मंत्री इंस्पेक्टर को हटाने का आदेश दे दे ऐसे इंस्पेक्टर के पावर और पकड़ को दिल से सलाम और विधायक के साथ सहानुभूति लोकप्रिय विधायक सदैव लोगों के साथ खड़ा रहा चुनाव हो या चुनाव से पहले एक समाजसेवी का जज्बा दिल में लिए।