
केन ग्रोवर्स इंटर कॉलेज जंगबहादुर गंज के एरियर घोटालेबाजों पर आखिर कब होगी जांच के बाद कार्यवाही।
प्रधानाचार्य हरिश्चंद्र वर्मा पूर्व वित्त एवम लेखाधिकारी रविकांत सिंह अवकाश प्राप्त लेखाकार महेंद्र त्रिवेदी, माध्यमिक शिक्षा के ज्वाइंट डायरेक्टर सुरेंद्र तिवारी डीडीआर विभा मिश्रा तथा माध्यमिक शिक्षा बोर्ड इलाहाबाद के कुछ अधिकारीगण उक्त प्रकरण में हो सकते है शामिल।
अनुराग सिंह गौर
एन्टिकरप्शन मीडिया न्यूज संवाददाता लखीमपुर खीरी
हमेशा किसी न किसी रूप में क्षेत्र में चर्चा में बने रहने वाले एक मात्र एडेड विद्यालय केन ग्रोवर्स इंटर कॉलेज जहा पढ़ाई से ज्यादा घोटालों की लंबी फेहरिस्त है। इस विद्यालय में कभी शिक्षको के बिना अवकाश लिए गायब रहने का प्रकरण हो या फिर प्रधानाचार्य द्वारा फर्जी शुल्क मद बनाकर गरीब छात्र छात्राओं से उगाही का मामला हो या फिर मिड डे मील में फर्जी छात्र संख्या भेज लाखो के घोटालों की हो, या फिर बहुमंजिला दुकान निर्माण कराकर पैसा दुकान निर्माण खाते में न डालकर प्रधानाचार्य के खाते में डालकर लाखो का घोटाला करने का हो, या फिर विद्यालय में जीपीएफ घोटाला होहमेशा यह विद्यालय फर्जी कार्यों को लेकर क्षेत्र में चर्चा का विषय बना रहता है। इन सब घोटालों में जिला विद्यालय निरीक्षक खीरी कार्यालय के पूर्व वित्त एवम लेखाधिकारी रविकांत सिंह एवम अभी कुछ समय पूर्व अवकाश प्राप्त हुए लेखाकार महेंद्र त्रिवेदी एवम वर्तमान कार्यवाहक प्रधानाचार्य हरिश्चंद्र वर्मा की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।विद्यालय के कार्यवाहक प्रधानाचार्य हरिश्चंद्र वर्मा इन्ही सब फर्जी प्रकरणों के कारण सुर्खियों में बने हुए है। विद्यालय इस समय एक अन्य प्रकरण शिक्षक एरियर घोटाले को लेकर सुर्खियों में है। उक्त प्रकरण में विद्यालय के तथाकथित कार्यवाहक प्रधानाचार्य के द्वारा एक शिक्षक जो कि अब अवकाश ग्रहण कर चुका है के साथ मिलकर दो बार फर्जी एरियर का लाभ लेकर जिसमे पहली बार 423591(चार लाख तेईस हजार पांच सौ इक्यानवे तथा दूसरी बार में उसी शिक्षक को लगभग 93000,( तिरानवे हजार) का लाभ पहुंचकर बंदर बांट किया गया। यही नही कार्यवाहक प्रधानाचार्य हरिश्चंद्र वर्मा की मेहरबानी से उक्त अवकाश प्राप्त शिक्षक प्रति माह हजारों रुपए का पेंशन में मूल पेंशन से अधिक अतरिक्त लाभ प्राप्त कर रहा है। तथा प्रतिवर्ष सरकारी खजाने को लाखो का चूना लगा रहा है। इस प्रकरण की अगर गहनता से जांच की जाय तो प्रधानाचार्य हरिश्चंद्र वर्मा पूर्व वित्त एवम लेखाधिकारी रविकांत सिंह अवकाश प्राप्त लेखाकार महेंद्र त्रिवेदी, माध्यमिक शिक्षा के ज्वाइंट डायरेक्टर सुरेंद्र तिवारी डीडीआर विभा मिश्रा तथा
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड इलाहाबाद के कुछ अधिकारीगण तक भी मोटे चढ़ावे के कारण जांच के दायरे में आएंगे। नोएडा में अपनी तेजतर्रार एवम ईमानदार छवि से खनन माफियाओं की नाक में दम करने वाली जनपद की ईमानदार जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल क्या उक्त प्रकरण पर जांच टीम गठित कर दोषियों से उक्त फर्जी एरियर के नाम से हड़पे गए सरकारी खजाने के धन की रिकवरी कराकर दोषियों पर कठोर कार्यवाही करेगी यह भविष्य के गर्भ में है।