
बद से बदतर होती जा रही जंगबहादुर गंज क्षेत्र की विद्युत व्यवस्था,
बिजली न आने से क्षेत्र की जनता बेहाल।
अनुराग सिंह गौर …………. जंगबहादूर गंज
लखीमपुर जनपद के पसगवां ब्लॉक में स्थित जंगबहादुर गंज विद्युत व्यवस्था के मामले में अपनी बदहाली पर आसू बहा रहा है। लखीमपुर खीरी जनपद की सीमा के आखरी छोर पर बसा यह कस्बा वैसे तो अन्य मामलों में अग्रणी है।
शिक्षा क्षेत्र के मामले में इस कस्बे में तथा इसके आस पास के क्षेत्र में एडेड केन ग्रोवर्स इंटर कालेज जंगबहादुर गंज के अतिरिक्त कई प्राइवेट इंटर कॉलेज व डिग्री कॉलेज है।
वही चिकित्सा क्षेत्र में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जंगबहादुर गंज के अतिरिक्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पसगवां स्थित है।
इसके अतिरिक्त मल्टी स्टोरीज डॉक्टर एस पी सिंह का हॉस्पिटल है।
साथ ही साथ डॉक्टर प्रदीप सूर्यवंशी एमबीबीएस एमडी सहित कई अन्य डॉक्टर है।
पुलिस प्रशासन के मामले में जंगबहादुर गंज पुलिस चौकी, उचौलिया थाना, तथा पसगवां कोतवाली स्थित है।
इसके साथ ही पसगवां में खंड विकास अधिकारी कार्यालय स्थित है।
वही भारी उद्योगों में यहां डी.सी.एम श्रीराम चीनी मिल अजबापुर स्थित है।
हालाकि चीनी मिल भी बिजली का उत्पादन कर रही है तथा इसको पावर कार्पोरेशन के माध्यम से बेच रही है परंतु क्षेत्र की जनता इससे मरहूम है।
साथ ही क्षेत्र की बाजार व्यवस्था भी उच्च स्तर की है। जनपद के विकसित क्षेत्रों में से एक यह कस्बा विद्युत व्यवस्था के मामले में इसकी स्थित बद से बदत्तर होती जा रही है।
पहले इस कस्बे में स्थित पावर हाउस को पड़ोसी जनपद शाहजहापुर के पैना केंद्र से जोड़ा गया था।
परंतु अत्यंत जर्जर लाइन होने की वजह से इसमें रोज ही खराबिया और विद्युत फॉल्ट होते रहते थे।
बिजली की अत्यंत दयनीय स्थिति और रोजाना होने वाले फाल्टो से जानता त्रस्त होकर इसकी गुहार स्थानीय विधायक एवम दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री लोकेंद्र प्रताप सिंह से लगाई।
और…………
उन्होंने जनता की समस्याओं का त्वरित संज्ञान लेकर शासन में प्रयास किया।
क्षेत्र को सुचारू रूप से निर्वाध विद्युत आपूर्ति हो इसके लिए शाहजहांपुर के पैना विद्युत केंद्र के स्थान पर लोकेंद्र प्रताप सिंह के प्रयासों से मोहम्मदी से जंगबहादुर गंज नई विद्युत लाइन का निर्माण हुआ।
स्थानीय विधायक का प्रयास जनता के प्रति अत्यंत सराहनीय था। परंतु मोहम्मदी जंगबहादुर गंज की नई विद्युत लाइन होने के बाद भी स्थित बद से बदतर हो गई।
एक तो पैना फीडर की अपेक्षा मोहम्मदी फीडर से कम विद्युत आपूर्ति होना वही दूसरी ओर नई लाइन होने के बावजूद भी लाइन में फॉल्ट होने में कमी न आना भी प्रमुख कारण है।
इस लाइन में भी आए दिन तार टूटना, केबल भष्ठ होना आम बात है।
जरा सी बारिश होने या हल्की सी तेज हवा चलने पर ही नई लाइन होते हुए भी कई कई दिन लाइट गुल हो जाती है।
अत्यंत भीषण गर्मी में जहा सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्पष्ट आदेश की पूरे प्रदेश को चौबीस घंटे निर्बाध रूप से विद्युत आपूर्ति की जाय परंतु जंगबहादुर गंज पावर हाउस से महज 4 या 5 घंटे इस समय क्षेत्र को बिजली की आपूर्ति की जा रही है।
वही यदि हल्की भी बारिश या तेज हवा चल जाए तो कहना ही क्या 2-3 दिन के लिए बिजली गायब हो जाती है।
किसान भी बिजली की कम आपूर्ति के कारण अपने प्राइवेट ट्यूबवेल से फसलों की सिंचाई नही कर पा रहे है और उनकी फसले नष्ट हो रही है।
वही यहां के बिजली विभाग के अधिकारीगण कान में तेल डाले और आंखों पर पट्टी बांध मुख्यमंत्री के 24 घंटे बिजली आपूर्ति के आदेश की धज्जियां उड़ा रहे है।
अब देखना है कि शासन प्रशासन अधिकारीगण क्षेत्र की बदहाल विद्युत व्यवस्था को ठीक करने के लिए कोई ठोस कदम उठायेंगे या फिर क्षेत्र की जनता इस भीषण गर्मी में क्षेत्र की बदहाल विद्युत व्यवस्था के लिए त्राहि त्राहि करती रहेगी।