
ड्रग विभाग की मंडलीय टीम द्वारा दवा व्यापारियों की गई जांच पड़ताल पर उठे सवाल
जनपद मुजफ्फरनगर का दवा मार्किट लगातार चर्चाओं में है अवैध नशे के कारोबार के साथ साथ विभाग के संबंधित अधिकारी भी लगातार चर्चाओं में है आज जनपद मुजफ्फरनगर के अग्रवाल मार्किट में दवा व्यापारियों के कामकाज की जांच पड़ताल की गई नगर के जिला परिषद मार्केट के बाद अग्रवाल मार्किट दवा बिक्री का दूसरा बड़ा मार्किट है काफी समय से मुजफ्फरनगर में नशीली व नकली दवाओ की जांच की मांग जोरशोर से उठाई जा रही है, जिसको लेकर सोशल मीडिया पर एक एफिडेविट भी तेजी से वायरल हो रहा है जिसमे कुछ दवा व्यापारियों की पिछले 7 वर्षों की सेल परचेज की मांग करते हुए सूबे के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा गया था, साथ ही एक वीडियो डिप्टी सीएम बृजेश पाठक से फोन पर शिकायत करते हुए वायरल हो रहा है ऐसा माना जा रहा है की शासन के निर्देश अनुसार उक्त प्रकरण में जांच के लिए मंडलीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया है जिसके लिए एक जांच टीम बनाई गई है जिसमे डीएलए सहारनपुर शशि मोहन गुप्ता,औषधि निरीक्षक शामली निधि पांडे, मुजफ्फरनगर औषधि निरीक्षक पवन साकया सहित एक टीम बनाई गई है, सूत्रों की माने तो ड्रग विभाग का उन लोगो को संरक्षण प्राप्त है जिनकी जांच की मांग एक दवा व्यापारी द्वारा की गई थी बायकायदा उक्त प्रकरण में शिकायतकर्ता द्वारा एफिडेविट दिए गए थे जो शोशल मिडिया पर वायरल है आज जिस तरह से दवा व्यापारियों की जांच की गई है उस पर विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे है जांच के लिए आई मंडलीय टीम उन लोगो को साथ लेकर घूम रही है जो पहले से जांच के दायरे में है व्यापारियों का कहना है की जांच के नाम पर व्यापारियों का शोषण किया जा रहा है जिससे दवा व्यापारी बहुत आहत है आज की गई कथित कार्यवाही मार्केट में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है।