
मित्रो,
आज मुझे विश्वास हो गया कि इस देश को मात्र योगी आदित्यनाथ ही सुधार सकते हैं,
उनसे अच्छा इस देश की “असली” समस्याओं को कोई राजनेता नहीं समझता।।
वर्षों से एक षड्यंत्र रचकर HALAL certified products खरीदने के लिए हमें बाध्य किया गया। जो मांसाहारी खाद्य-पदार्थ हैं, उन पर तो Halal का ठप्पा समझ में आता है, लेकिन ऐसा कुचक्र चलाया गया कि तुलसी और हल्दी तक Halal की stamp के साथ आने लगे। इतना ही नहीं, जो खाने-पीने की वस्तुएं नहीं हैं जैसे कि कपड़े, बर्तन आदि, उन पर भी Halal लिखा आने लगा।
कंपनियों को कुछ मुस्लिम-संस्थाओं को मोटी फीस देकर Halal का प्रमाणपत्र प्राप्त करना पड़ता है। पहले इसका प्रयोग मात्र Arab countries में export करने के लिए किया जाता था लेकिन धीरे-धीरे भारत में भी वही Halal stamp लगे products बिकने लगे।
जिस तुलसी को हम हिन्दू हज़ारों वर्षों से पूजते हैं, जब वो भी Halal के ठप्पे के साथ मिलती है, तो बहुत कष्ट होता है। मैंने स्वयं Organic India कंपनी को इस बारे में संपर्क करके पूछा था कि जब 99% तुलसी खरीदने वाले हिन्दू होते हैं, तो तुम क्यों हमें Halal लिखी हुई तुलसी खरीदने को बाध्य कर रहे हो? कंपनी के पास कोई संतोषजनक उत्तर नहीं था।
लेकिन अब सुखद समाचार ये है कि UP सरकार इस Halal के फर्जीवाड़े को बंद करने वाली है। सरकार के पास शिकायत पहुँची है कि Halal के सर्टिफिकेट बेचकर मुस्लिम-संस्थान जो करोड़ो रूपये कमा रहे हैं, उनका दुरुपयोग आतंकवाद आदि देश-विरोधी गतिविधियों में किया जा रहा है।
इसके अलावा, जो कंपनियां ये सर्टिफिकेट नहीं खरीदतीं, उनको ब्लैकमेल किया जाता है कि उनके products मुसलमान नहीं खरीदेंगे। इससे समाज में वैमनस्यता भी बढ़ रही है क्योंकि बहुसंख्यक हिन्दू-समाज को मजबूरी में शाकाहारी खाद्य-पदार्थ भी Halal वाले खरीदने पड़ते हैं।।
अब योगी सरकार ने जाँच आरंभ कर दी है, सर्टिफिकेट जारी करने वाली संस्थाओं पर FIR भी दर्ज कर ली गई है।। और जल्दी ही उत्तरप्रदेश में Halal लिखे products पर ban लगा दिया जाएगा।
अब Organic India में दम है तो 23 करोड़ जनसंख्या वाले बड़े मार्किट उत्तरप्रदेश को या तो छोड़ दे, या Halal वाली तुलसी बेचकर दिखाए।
HALAL सर्टिफिकेट जारी करने वाली सबसे बड़ी संस्था को जमीअत-उलेमा-ए-हिन्द चलाती है, और इससे करोड़ों रुपए कमाती है। और ये बात सब जानते हैं कि जमीअत-उलेमा-ए-हिन्द ही पकड़े गए आतंकियों के केस भी लड़ती है। मतलब कि घूम फिरकर पैसा हमारे ही खिलाफ इस्तेमाल हो रहा है।
अमूल्यरत्न न्यूज – शिवम् राज गोरखपुरी