
👉 अमूल्यरत्न न्यूज
👉 2 करोड़ की सम्पत्ति हड़पने को कराया मौसेरे भाई का कत्ल
👉 मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश
मुजफ्फरनगर मौसेरे भाई का वारिस नहीं होने के कारण उसकी करोड़ों रुपये की सम्पत्ति को हथियाने के लिए 10 लाख रुपये की सुपारी देकर हत्या कराने वाले आरोपी मौसेरे भाई सहित चार हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
थाना छपार पुलिस एवं सर्विलांस की संयुक्त टीम द्वारा हत्या के अभियोग का अनावरण करने के साथ ही आरोपियों के कब्जे व निशादेही से आलाकत्ल तमंचा व दाव बरामद किया गया है।
एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत और क्षेत्राधिकारी सदर विनय कुमार गौतम आज पत्रकारों को बताया कि शनिवार को थाना छपार पुलिस व सर्विलांस की संयुक्त टीम द्वारा 04 अगस्त को ग्राम बढेड़ी के जंगल में हुई हत्या के अभियोग का अनावरण करते हुए 04 हत्यारे अभियुक्तों को तेजलहेडा चैराहा के पास ग्राम खिन्दडिया के तरफ जाने वाले रास्ते से गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने बताया कि ब्रिजेश पत्नी स्व. राजवीर निवासी ग्राम बढेडी द्वारा थाना छपार पर लिखित तहरीर देकर अवगत कराया गया था कि वादिया के पुत्र स्व. कुलदीप की ग्राम परेई के जंगल मे रास्ते पर हत्या कर दी गयी है, जिसका शक मृतक के मौसेरे भाई अरविन्द उर्फ जोनी पुत्र कालूराम निवासी ग्राम मौलाहेड़ी थाना मन्सुरपुर व्यक्त किया गया था।
पुलिस ने इस मामले में लुकमान पुत्र नूरदीन निवासी ग्राम बिलासपुर, तासीन पुत्र लाला निवासी ग्राम सोरम, साहिर पुत्र अलमूदीन निवासी ग्राम मोलाहेडी और सोनू पुत्र ब्रहमचन्द निवासी ग्राम मोलाहेडी को गिरफ्तार किया है।
एसपी सिटी के अनुसार प्रारम्भिक पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्तगण द्वारा बताया गया कि मृतक कुलदीप की सम्पत्ति का उसके अलावा कोई वारिस नहीं है।
मृतक का मोसेरा भाई अरविन्द उर्फ जोनी पुत्र कालूराम कई वर्षों से मृतक के घर में परिवार सहित रह रहा था। अरविन्द उर्फ जोनी द्वारा कुलदीप की सम्पत्ति हड़पने के उद्देश्य से 10 लाख रुपये में लुकमान, तासीन, साहिर, सोनू, आबिद पुत्र मौशम निवासी माण्डी थाना तितावी, काला पुत्र नामालूम निवासी माण्डी तथा साजिद उर्फ मास्टर पुत्र इलाहू निवासी बिलासपुर से कुलदीप की हत्या करने का सौदा किया था।
अभियुक्त अरविन्द उर्फ जोनी द्वारा अपने साथी साहिर व सोनू को मृतक के खेत पर जाने वाला रास्ता दिखाया गया तथा 4 अगस्त की शाम को जब मृतक कुलदीप अपने खेत से नौकर का खाना वापस देकर लौट रहा था तब रास्ते में उसकी हत्या कर दी गयी थी।
खुलासा करने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक अमरपाल शर्मा थाना छपार, उप निरीक्षक विनित मलिक, नन्द किशोर शर्मा और सेन्सरपाल सिंह, हैड कांस्टेबल राहुल कुमार सर्विलांस सैल, दीपक कुमार सर्विलांस सैल, गौरव और विनय थाना छपार, कांस्टेबल ललित कुमार, अनीस खां, जितेन्द्र सिंह, हरमेश गोला, रजत और विवेक शामिल रहे