
आजादी के अमृत महोत्सव पर जनपद मऊ के 493 स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और आजाद हिंद फौज के 48 रणबांकुरों का नाम ( स्मारक ) ग्रेनाइट पत्थर पर उकेरने का कार्य किया है पूर्वांचल की जानी …मानी साहित्यिक संस्था “राहुल सांकृत्यायन सृजन पीठ” सिविल लाइंस मऊ ने …….
राहुल सांकृत्यायन सृजन पीठ व जन संस्कृति मंच मऊ ने स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े जनपद मऊ के शहीदों का किया सम्मान …..
स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के यादगार स्मारक का 12 मार्च दिन रविवार को होगा लोकार्पण ……
“भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौर में साहित्यकारों ….पत्रकारों का योगदान” विषयक विचार गोष्ठी में प्रतिभाग हेतु 12 मार्च को मऊ के सिविल लाइंस स्थित राहुल सांकृत्यायन सृजन पीठ कैंपस पर शुभागमण होगा देश के जाने …माने साहित्यकारों ….पत्रकारों एवम विचारकों का ……
**********************************
***********************************
मऊ …. उत्तर प्रदेश
दिल से निकलेगी न मर कर भी वतन की उल्फत ….
मेरी मिट्टी से भी खुशबू … ए… वफा आएगी।
लहू वतन के शहीदों का रंग लाया है …. उछल रहा है जमाने में नाम … ए….आजादी…
आजादी के अमृत महोत्सव पर भारत में विभिन्न… तरह के आयोजन किए जा रहे हैं।
स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नाम पर राजनीति करने और उसका लाभ उठाने की कवायद किसी से छुपी नहीं है । आजादी के 75 वें अमृत महोत्सव वर्ष में हम देश के स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े लोगों को याद कर रहे हैं। वर्तमान पीढ़ी की बात की जाय तो अधिकांसतः को ये पता ही नहीं है की स्वतंत्रता आंदोलन के दौर में अपना सर्वस्व स्वाहा करने वाले रणबांकुरे किस गांव किस ब्लॉक , तहसील , या नगर से ताल्लुक रखने वाले हैं । जनपद मऊ के स्वतंत्रता सेनानियों का नाम एक बड़े शिलापट्ट पर उकेरने का कार्य किया है पूर्वांचल की जानी मानी साहित्यिक संस्था राहुल सांकृत्यायन सृजन पीठ व जनसंस्कृति मंच मऊ ने।”
“अभिनव कदम ” जैसी बहुपठित व बहु प्रशंसित साहित्यिक पत्रिका का प्रकाशन कर राहुल सांकृत्यायन सृजन पीठ मऊ ने भारतवर्ष सहित मारीशस , गुयाना , सिंगापुर ,थाईलैंड , मालदीव , नेपाल , भूटान , यमन , म्यामार , कनाडा , यूके , अमेरिका, फ़िजी, त्रिनिनाद टोबैगो जैसे देशों में साहित्यिक गतिविधियों को न केवल बढ़ावा दिया है अपितु हिंदी भाषा को जन..जन तक पहुंचाने का काम भी किया है।
राहुल सांकृत्यायन सृजन पीठ के अधिष्ठाता जाने माने साहित्यकार / संपादक डॉक्टर जयप्रकाश धूमकेतु ने “पूर्वी संसार” से बातचीत में बताया की उनका प्रयास है साहित्य के हर क्षेत्र को टच करने का। बताते चलें की सन 1996 में प्रकाशित “अभिनव कदम” के कैफ़ी आज़मी अंक ने देश के साहित्य जगत में ऐसा धूम मचाया की नदिया के पार, मैने प्यार किया , हम आपके हैं कौन , दोस्ती , अंखियों के झरोखों से , जैसी सुपर डुपर हिट फिल्म देने वाले राजश्री प्रोडक्शन मुंबई ने “अभिनव कदम” के कैफ़ी आज़मी अंक के लिए मुंबई से गोरखपुर और मऊ तक प्रयास कर कई अंक मंगाया। अभिनव कदम के उसके पहले और बाद के प्रकाशित कई अंकों की इसी तरह देश और विदेश से मांग की जाती रही है।
गौरतलब है की साहित्यिक गतिविधियों को लेकर लगातार सक्रिय रहने वाले राहुल सांकृत्यायन सृजन पीठ व जन संस्कृति मंच सिविल लाइंस भुजौटी मऊ के आयोजन समिति के ओमप्रकाश सिंह,राम अवतार सिंह ,बसंत कुमार , अब्दुल अज़ीम खान ( वरिष्ठ पत्रकार ) गिरीश मासूम ,अरविंद मूर्ति , मनोज कुमार सिंह ने मऊ जनपद के स्वतंत्रता सेनानियों के यादगार स्मारक का लोकार्पण एवम भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौर में साहित्यकारों पत्रकारों का योगदान विषयक विचारगोष्ठी की सफलता के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं।