
ब्राह्मण को किसने गाली नहीं दी ?
मायावती (बसपा) ने ब्राह्मण को गाली दी। (मुख्यमंत्री भी रही)
अखिलेश (सपा) मुखिया के सह पर स्वामी प्रसाद मौर्या ब्राह्मण को गाली दे रहे हैं ( मुख्यमंत्री पिता मुख्यमंत्री स्वयं अखिलेश)
संघ प्रमुख मोहन भागवत भी ब्राह्मण (पंडित) पर हमला बोला जिसके संगठन के मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री तक है।
चन्द्रशेखर रावण ( भीम आर्मी) खुलकर ब्राह्मण को गाली देता है और तमाम लोग तमाम नेता संविधान की दुहाई देते हैं भारतीय संविधान एक बहुत बड़ा घोटाला है।
कैसा संविधान?
संविधान घोटाला क्यों कहना पड़ रहा है?
जाति का प्रमाण पत्र लिखित में कौन देता है संविधान ?
अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग कौन लिख कर देता है संविधान।
संविधान क्या कभी ब्राह्मण का प्रमाण पत्र दिया?
संविधान में क्या ब्राह्मण को संरक्षण देने के लिए कोई विशेष ब्यवस्था है ?
नहीं तो फिर अन्य जातियों के लिए प्रमाण पत्र भी और संरक्षण के आर्थिक, कानूनी, रोजगार, छूट, शिक्षा में छूट, चुनाव में छूट हर जगह आरक्षण क्यों?
संविधान घोटाला क्यों ?
ग्राम पंचायत में चुनाव में सदस्य पद के लिए सीधे जनता चुनती है।
क्षेत्र पंचायत सदस्य पद के लिए चुनाव में सीधे जनता चुनती है।
ग्राम पंचायत का प्रधान पद के लिए चुनाव सीधे जनता द्वारा होता है।
*लेकिन संविधान घोटाला देखिए ब्लाक स्तर पर सबसे बड़ा पद ब्लाक प्रमुख का होता है ?*
लेकिन जनता सीधे नहीं ब्लाक प्रमुख को चुन सकती है।
संविधान घोटाला देखिए?
जिला पंचायत सदस्य को जनता सीधे चुनती है ।
लेकिन ज़िला पंचायत अध्यक्ष जनता सीधे नहीं चुन सकती।
संविधान घोटाला देखिए?
विधायक और सांसद को सीधे जनता चुनती है।
एम एल सी का चुनाव सीधे जनता द्वारा क्यों नहीं ?
मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री बिना चुनाव लड़ें बन सकते हैं।
मंत्री, उपमुख्यमंत्री, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री चुनाव हारकर भी बन सकते हैं।
संविधान का सबसे बड़ा घोटाला?
भारत का सर्वोच्च पद राष्ट्रपति का चुनाव सीधे जनता द्वारा क्यों नहीं?
संविधान में एक भारत एक कानून क्यों नहीं?
संविधान में सबके लिए समान अधिकार क्यों नहीं ?
संविधान में जब नन्हा बच्चा स्कूल जाता है तो सबको समान अधिकार क्यों नहीं मिलता है?
पढ़ने वाला बच्चा अनुसूचित जाति का है तो फीस कितनी ?
पढ़ने वाला बच्चा अनुसूचित जनजाति का है तो फीस कितनी?
पढ़ने वाला बच्चा पिछड़ा जाति से है तो फीस कितनी ?
पढ़ने वाला बच्चा अनुसूचित जाति का है तो छात्रवृत्ति योजना में कितना पैसा?
पढ़ने वाला बच्चा अनुसूचित जनजाति का है तो छात्र वृत्ति योजना में कितना पैसा ?
पढ़ने वाला बच्चा पिछड़ा वर्ग से हैं छात्रवृत्ति योजना में कितना पैसा?
आप ब्राह्मण है इसलिए संविधान आपकों न तों प्रमाण पत्र देगा न ही आपके बच्चों को स्कूल में समान अधिकार देगा।
संविधान में इतना घोटाला है क्या क्या लिखूं?
भारत में सबसे कम संख्या ब्राह्मण की है फिर भी अल्प संख्यक में संवैधानिक अधिकार नहीं दिया जाएगा।
संविधान घोटाला में अल्प संख्यक किसी और को कहा जाता है?
ब्राह्मण की संख्या सबसे कम भारत में है लेकिन संविधान के अनुसार ब्राह्मण ही गुनहगार है?
अनुसूचित जनजाति/ अनुसूचित जाति/पिछड़ा वर्ग से मुख्यमंत्री बन जाएं सरकार चलाए कानून बनाए फिर भी ब्राह्मण को ही गाली देंगे ? ये भी संविधान घोटाला है?
सीख लो, आज कैसे सभी जाति के लोगों को ब्राह्मणों के प्रति भड़काया जा रहा है
लेकिन कोई ठाकुर, कोई यादव, कोई मौर्या, कोई वर्मा, कोई सरोज, अन्य सामने नहीं आ रहा है
मैं पूछता हूँ,सभी ब्राह्मणों से क्या ब्राह्मण देश मे शासन कर रहे हैं, नहीं न
उत्तर प्रदेश – ठाकुर मुख्यमंत्री
मध्य प्रदेश – पिछड़ी जाति का CM
बिहार – दलित जाति का CM
राजस्थान – गैर ब्राह्मण जाति का CM
महाराष्ट्र – गैर ब्राह्मण जाति का CM
छत्तीसगढ़ – गैर ब्राह्मण जाति का CM
दिल्ली – गैर ब्राह्मण जाति का CM
Haryana – गैर ब्राह्मण जाति का CM
Panjab – गैर ब्राह्मण जाति का CM
हिमाचल प्रदेश – गैर ब्राह्मण जाति का CM
अब देश के केंद्र की बात
प्रधानमंत्री – पिछड़ी जाति से
राष्ट्रपति – st समाज से
ग्रह मंत्री – गैर ब्राह्मण जाति से
रक्षा मंत्री – ठाकुर जाति से
इनमे से किसी भी पद पर ब्राह्मण कार्यरत नहीं है फिर भी सभी गाली ब्राह्मणों को देते हैं
ये देश चलता है संविधान से और सभी संविधानिक पदों(CM, PM) पर गैर ब्राह्मण जाति के लोगों का क़ब्ज़ा है
इसके बावजूद जनता को ब्राह्मणों के खिलाफ भड़काया जा रहा है, ताकि पदों पर बैठे लोगों से जनता अपने रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, मंहगाई,और बेरोजगारी पर सवाल न पूछ सके
ये देश किसी भी धार्मिक पुस्तकों के आधार पर नहीं चल रहा है, देश जिस पुस्तक से चल रहा है, वो है संविधान
अगर किसी को अपना हक और अधिकार नहीं मिल रहा है तो सवाल करें
देश के प्रधानमंत्री से
सवाल करें अपने राज्य के मुख्यमंत्री से
ब्राह्मणों ने जो भी प्राप्त किया है आजतक वह सिर्फ अपनी मेहनत से और अपनी ईमानदारी से
ब्राह्मणों को कुछ भी थाल मे सज़ा कर नहीं दिया गया जो ब्राह्मण गाली खाए, न ही ब्राह्मणों ने कभी किसी की दया से कुछ प्राप्त किया है
इसलिए सभी ब्राह्मणों से अनुरोध है कि आप लोग जबाब देना शुरू करें साथ ही किसी भी राजनेता की चरण वंदना न करें
अपने हक और सम्मान के लिए आवाज उठाए।
अब ब्राह्मण को गाली दिया जाएगा, वेद उपनिषद, रामायण जलाया जाएगा तो खैर नहीं ?
सबसे पहले संविधान में संशोधन या बदलाव लाओ ये नहीं कि वेद,पुराण, रामायण ग्रन्थ जलाओ।
रामचरित मानस, वेद उपनिषद, सनातन धर्म का अपमान नहीं सहेगा ब्राह्मण समाज।
ब्राह्मण ने सनातन धर्म और संस्कृति की रक्षा की करते रहेंगे ब्राह्मण सबके अधिकार की लड़ाई लड़ता है ब्राह्मण तोड़ने का नहीं अपितु जोड़ने का काम किया है आगे भी करता रहेगा।
बृजेश कुमार तिवारी
राष्ट्रीय संगठन मंत्री
अखिल भारतीय ब्राह्मण परिवार
नोट: कृपया बृजेश तिवारी के द्वारा लिखे गए शब्दों में बदलाव न करें बल्कि संविधान में बदलाव के आवाज बुलंद करो।