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👉 जीव हत्या को पाप बता दी इससे बचने की सलाह
👉 गंगोह सहारनपुर
कथा वाचक अरुण सांवरे ने जीव हत्या को पाप बताते हुए इससे बचने की सलाह दी।
छठे दिन की कथा में अरुण सावरे ने कहा कि प्राणी वध मत कीजिए, जीव हैं ब्रह्म समान।
कहे रविदास पाप नही छूटे चाहे लाख गाय करो दान। कथा प्रसंग में उन्होंने कहा कि वेवजह जीव हत्या करना पाप है।
संत गुरु रविदास की महिमा का बखान करते हुए कहा कि संत कबीर दास की पुत्री कमाली उनके द्वारा प्रदत तीन बूंद कुण्डी का जल पीकर ज्ञानी हो गई थी। कथा का शुभारंभ मा. वीरेन्द्र कुमार व धीरज डाबरे ने संयुक्त रूप से किया।
भाजपा सभासद नीरज अग्रवाल व विश्वकर्मा समाज अध्यक्ष वेदप्रकाश विश्वकर्मा ने कथा वाचक अरुण सावरे का माल्यार्पण कर स्वागत किया। बृजपाल सहगल, अनिल सहगल, रविन्द्र डाबरे, जोगेन्द्र सहगल, वीरेंद्र कुमार, प्रदीप गन्धर्व, रवि गौतम, टिंकू राजा, विकास गौतम, नरेंद्र सहगल आदि रहे।

