ऑपरेशन त्रिनेत्र के लिए लोगों (Logo) प्रतियोगिता में आतिका यूनुस अंसारी रही विजेता
त्रिनेत्र के जरिए अब अपराधियों पर पुलिस के साथ आम जनता की रहेगी नजर
गोरखपुर । एडीजी जोन अखिल कुमार द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन त्रिनेत्र को लोगों ने अब मुहिम बना लिया है इसे अमलीजामा पहनाने के लिए ऑपरेशन त्रिनेत्र का लोगो (Logo) बनकर तैयार हो गया है।
अपराधियों की अब खैर नहीं है क्योंकि पुलिस के साथ अब आम जनता भी इस मुहिम में जुट गई है।
अपराधिक घटनाओं के मद्देनजर अपराधियों का पता लगाकर अपराध नियंत्रण करने तथा जन सामान्य में जन सुरक्षा की भावना विकसित करने के लिए सीसीटीवी कैमरे के महत्व को देखते हुए एडीजी जोन अखिल कुमार द्वारा ऑपरेशन त्रिनेत्र नाम से अभियान चलाया जा रहा है जिसने प्रमुख चौराहों सर्वाजनिक स्थानों पर सीसीटीवी कैमरा लगाने के लिए पुलिस द्वारा जनता के लोगों से अपील की जा रही है इस अभियान के लिए लोगों के चयन में गोरखपुर शहर की ओरियन माल प्रबंधक द्वारा पहल करते हुए ऑनलाइन लोगों (Logo) प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था।
विजेताओं के चयन व पुरस्कार प्रदान करने के लिए ओरियन मॉल में 26 अगस्त को आयोजन किया गया था जिसमें सभी प्रतिभागियों द्वारा भेजे गए लोगों (Logo) ने निर्णायक मंडल द्वारा विजेता की घोषणा की गई इस अभियान के लिए प्रतिभागी आतिका युसूफ अंसारी द्वारा बनाए गए लोगों (Logo) का चयन निर्णायक मंडल द्वारा ऑपरेशन त्रिनेत्र के लिए किया गया।
लोगों (Logo) का चयन समिति में अतुल सर्राफ ऐशप्रा ज्वेलर्स, मयंक अग्रवाल गैलेंट इस्पात, शंभू शाह गीता वस्त्रालय संजय जयसवाल संस्कृति पब्लिक स्कूल तथा सुनीत टेकरीवाल ओरियन मॉल शामिल रहे।
मंडलायुक्त रवि कुमार एनजी कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे जबकि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन गोरखपुर के अध्यक्ष शिव शंकर शाही तथा गोरखपुर स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय शाही बतौर अतिथि उपस्थित रहे।
प्रथम पुरस्कार आतिका यूनुस अंसारी को मिला जिनके द्वारा बनाए गए लोगों (Logo) का अनावरण कमिश्नर ने बटन दबाकर किया। द्वितीय और तृतीय पुरस्कार तनवीर अख्तर और अनुष्का मिश्रा को प्राप्त हुए सांत्वना पुरस्कार विपिन शर्मा आयुष सिंह एवं सौम्या सिंह को प्राप्त हुए हैं ऑपरेशन त्रिनेत्र के संबंध ने अब तक की जनता की प्रतिक्रिया काफी सकारात्मक रही प्रारंभिक चरण में गोरखपुर शहर में कुल 75 स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए विभिन्न प्रयोजको ने अपनी सहमति दे दी है जिनमें अधिकांश स्थानों पर कैमरे क्रियाशील भी हो चुके हैं अन्य स्थानों के लिए भी विभिन्न व्यक्तियों संस्थाओं द्वारा कैमरा लगवाने हेतु तिराहे व चौराहे को गोद लेने हेतु लगातार पहल की जा रही है।

