
मनरेगा घोटालाः प्रतापगढ़ में प्रधान ने परिवार के सदस्यों का बनाया जॉब कार्ड, हड़प रहा धन
प्रतापगढ़
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में गरीबों और बेरोजगारों को घर में ही काम दिलाने वाली मनरेगा योजना में ‘घोटाला’ सामने आया है।
ग्राम प्रधान ने अपने परिवार के सदस्यों को ‘कागजी मजदूर’ बना डाला और काम दिखाकर धन हड़प रहा है। सरकारी धन की लूट बे रोक टोक अब भी जारी है।
प्रतापगढ़ के लक्ष्मणपुर विकास खंड स्थित तिलौरी ग्राम पंचायत का प्रधानपति मोहम्मद अख्तर है। इस गांव में कई ऐसे गरीब और जरूरतमंद हैं, जो किसी तरह पेट पाल रहे हैं।
इन सबसे बेखबर प्रधानपति जो कि माफिया प्रवित्ति का है, ने अपने परिवार को मनरेगा का मजदूर बनाया।
इनमें प्रधानपति की माता साबिरा बेगम (जॉब कार्ड संख्या UP-44-007-083-002/1365038) उसके भाई इसरार अहमद उर्फ इसरार मुल्ला (जॉब कार्ड संख्या UP-44-007-083-001/132166) इजहार (जॉब कार्ड संख्या UP-44-007-083-001/136266) (इजहार अनुसूचित जाति के कैटेगरी में है) भांजा शोएब खान (जॉब कार्ड संख्या UP-44-007-083-002/136706) शामिल हैं।
देखा गया है कि प्रधानपति ने अपने कई रिश्तेदारों और सगे-संबंधियों को भी कागजी मनरेगा मजदूर बना रखा है और नियमित भुकतान भी करा रहा है।
मनरेगा ही नहीं इस भ्रष्ट प्रधान ने प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) में आवास के नाम पर ग्रामीणों से 20-20 हज़ार रुपये की वसूली की।
शौचालय बनवाने, हैंडपम्प रिबोर कराने, खड़ंजा मरम्मत और इंटरलॉकिंग जैसा सारा कार्य भी सिर्फ कागज़ पर ही खूब हुआ है।
अब देखना है कि शासन कब चेतता है और इस भ्रष्ट और माफिया प्रवित्ति के प्रधानपति के कार्यों की जांच कब कराता है।
या फिर इसे इसी तरह सरकारी धन की लूट की छूट सरकार देती रहेगी।