
यह देवी नहीं महा देवी कहलाती है। माँ बगला मुखी ब्रम्ह अस्त्र ।।
ब्रह्मास्त्र मिसाईल जिसे ना चलाना आसान और ना सभालना ना चलने के बाद रोकना कौई भी डिफेंस सिस्टम इसे नहीं रोक सकता
ना चलाने वाला और ना वह जिसके खिलाफ चली यह मिसाईल।। विधा ब्रम्ह विधा ।।जिसे चलाने के लिए माँ स्वयं अपने साधक को चुनौती है।
जिसके कारण कूछ गिने चुने पंडित,साधक,पुरौहीत,हौते है।जौ छोटे मोटे विध्न पैदा होने के बावजूद संयम में रहे और पैसे के लिए ताकत के लिए अपने विरोधियों को पस्त करने के लिए इस विधा का इस्तेमाल ना करे माँ की कृपा आशीर्वाद सिद्धि साक्षात्कर कर सकते हैं।
और परन्तु इतना अवश्य निश्चित है। की जब आप अपने जीवन का लक्ष्य संकल्प माँ बगला मुखी के चरणों में अर्पण समर्पण करते है।
आपके कार्य शत्रु भय निवारण करने वाली आपको निराश नहीं करती है।
भौग मोक्ष दायिनी यह श्री कूल की देवी श्री विष्णु, दुर्वासा,राम,श्री कृष्ण,नारद, अश्वाथामा,विशवामित्र,पशुराम आदि पर प्रसन्न थी और पर इसमे जिसने लोक कल्याण के निम्मित जिसने इस्तेमाल किया वह महान कहलाये
यह महा विधा दस महा विधा सब कुछ अपने साधक पर अर्पण तभी करती है।
जब आप की पूर्णता परीक्षा पूर्ण हो जाती है। और मेरा अपना विचार मत है।
आप माँ की पुजा अर्चना हवन जाप सब कुछ करना पर बहुत ही अवशयक होने पर इस महा विधा इसके साधक, उपासक, पंडित,पुजारी का सहारा लेना आपके कार्य तो पुर्ण हो जाएगा परंतु किसी करण वह आपसे नाराज हो गया आप के मन में कुविचार आ गये आप के साथ आपकी सन्तान परिवार में कष्टदायक समय शुरु हो जाएगा
और अगर आप उसके शिष्य, यजमान,अनकुल बन कर रहते हो माँ बगला मुखी पीताम्बरा का आशीर्वाद आपको दुनिया का सबसे बड़ा व्यक्ति मांगलिक कार्य में पुर्णतया सफलता उन्नति प्राप्त करते हो।
भगवान, राम, कृष्ण विष्णु,पशुराम ने अपने जीवन में विश्व कल्याण के लिए इस विधा का इस्तेमाल किया और अश्वाथामा, दुर्वासा ने नहीं किया है। परिणाम आप स्वयं जानते है। जय माँ बगला मुखी