
: अश्लील गीत गांव से लेकर शहर तक परोसा जा रहा है ;
सभ्य समाज के लिए कलंक हो रहा साबित – लेकिन शासन द्वारा रोक नही लगाया जा रहा
क्षेत्र में आज कल अश्लील गीतों का प्रचलन तेजी से बढ़ता जा रहा है। विवाह समारोह, बाजारों आदि में ऐसे गीत अक्सर बजाए जाते हैं।
इन गीतों के कारण जहां महिलाओं को सभ्य समाज में शर्मिदगी महसूस करनी पड़ती है। वहीं युवाओं पर इसका विपरीत प्रभाव पड़ता जा रहा है।
इस तरह के गीत कुछ समय के लिए लोकप्रियता हासिल तो कर लेते हैं परंतु समाज को लंबे समय तक इसका दुष्प्रभाव भुगतना पड़ता है
। शादी विवाह सहित अन्य शुभ अवसरों पर डीजे आर्केस्ट्रा बैंड बाजा पर खूब अश्लील गाने परोसे जा रहे हैं। जिससे समाज में गलत संदेश जा रहा है।
जो समाज के लिए ठीक नही है। इस पर मनोरंजन विभाग की कोई बड़ी कार्यवाही नही हो रही है। दिन प्रतिदिन अश्लील गाने को बजने से श्श्वा युवा पीढ़ी में गलत प्रभाव पड़ रहा है।