
[31/08, 19:05] JP JAISWAL: वाह रे.. भगवान तुम्हारी माया निराली…, बहुत दिलचस्प है फतेहपुर में मां-बेटे के मिलन की ये कहानी
फतेहपुर, जेएनएन। कुदरत भी तरह-तरह के इम्तिहान लेती है, पहले अपनों से दूर कराती है और फिर मिलन के लिए भी कड़ियां जोड़ देती है। कुछ ऐसी ही घटना फतेहपुर के कल्याणपुर थाना क्षेत्र के पहरवापुर गांव में सामने आई है। परिवार से बिछड़ा एक बेटा मिला तो मां की खुशी का ठिकाना नहीं रहा और आंखों से आंसुओं की धारा बह निकली। मां-बेटे के बिछड़ने और मिलन की दास्तां भी बड़ी ही दिलचस्प है।
घर वालों ने छोड़ दी थी अास
हरदोई जिले के भारतपुरवा थाना बघोली निवासी 25 वर्षीय नारेंद्र पाल की मानसिक हालत ठीक नहीं है। मां शिवरानी व भाई सुशील कुमार ने बताया कि तीन साल पहले जुलाई 2017 में नारेंद्र लापता हो गया था। इसके बाद उसकी तलाश करते रहे लेकिन कहीं कुछ पता नहीं चला। मानसिक रूप से कमजोर नारेंद्र के मिलने की आस ही छोड़ चुके थे। सुशील ने बताया कि भाई नारेंद्र के फतेहुपर के गांव पहरवापुर में होने की जानकारी के बाद वह पहुंचे तो उसे सामने देखकर खुशी का ठिकाना नहीं रहा। मां शिवरानी उसे सीने से लगाकर खुशी में रोने लगीं।