आज मैं इस वर्दी में हूँ तो मेरे इस दोस्त का बहुत बड़ा योगदान है चलिए आपको कुछ खाश बाते अपने दोस्त के बारे में बताते है जरूर आप प्रेरित होंगे हमलोग एक साथ कक्षा 9 में पढ़ते थे स्कूल घर से लगभग 8 किमी घर से दूर था मेरा दोस्त अपनी साइकिल से मुझे पीछे बिठाकर दो महीने लगातार स्कूल ले जाता था कभी मुझे साइकिल भी नहीं चलाने दिया मैं थोड़ा शरीर से कमजोर था हम सभी लोग 12वी पास किए मैं 12वी के पढ़ाई छोड़ के अपने भदोही में मजदूरी करने लगा घर की विषम परिस्थिति थी मैंने सोच लिया था अब मेरा जीवन यही है मैं यही करूँगा मैं अपने काम में पढ़ाई लिखाई सब भूल गया था इधर मेरा दोस्त आर्मी की तैयारी कर रहा था एक दिन मैं काम से थका हारा आ रहा था मेरा दोस्त मिला बोला यार तुम क्या कर रहे हो कैसी हालत बना लिए हो पढ़ने लिखने में इतने सही हो यार छोड़ दो मैं सपोर्ट करूँगा उस दिन मेरे मन में एक अलग ऊर्जा मिली मैं सात महीना मजदूरी करने के बाद काम छोड़ दिया मैदान पर पहली बार जब रनिंग करने गया मैं इतना कमजोर हो गया था कि मैदान का एक चक्कर नहीं मार पा रहा था मेरा दोस्त मेरा भाई मुझे साथ साथ धीरे धीरे लेकर रनिंग करना सिखाया और मेरे पास पैसे नहीं रहते थे उस समय मेरा दोस्त मेरा भाई मुझे अपनी रनिंग किट दी और अपने खाने पीने की चीज हमको दे देता था ये सब बात आज भी मेरे साथ जितने लोग मैदान में तैयारी करते थे सब जानते है आज भी लोग कहते हैं राहुल को बनाने वाला आकाश मेरा दोस्त है मेरे दोस्त की मेहनत की वजह से पाँच महीना में पूरे मैदान में सबसे अच्छा रनिंग करने लगा हम लोग साथ में मिलकर कई बारे आर्मी का रेस निकाला नसीब नहीं सही था हम दोनों नहीं हो पाए आकाश तीन बार आर्मी के अंतिम मेरिट से बाहर हो गए अभी भी संघर्ष कर रहे मेरे दोस्त की वजह और मेहनत से मैं पुलिस में भर्ती हो गया इस वर्दी की देन मेरे भाई मेरे दोस्त आकाश की है सच में आकाश जैसा दोस्त मिलना आज के समय में बहुत कठिन है धन्यवाद दोस्त मुझे इस मुकाम पर पहुचाने के लिए 🫂😭
लेख…. राहुल कुमार यादव उत्तर प्रदेश पुलिस गौरीगंज

