
अहिल्या उद्धार की कथा सुन भाव विभोर हुए श्रद्धालु
भवानी छापर बजार- भाटपार रानी तहसील के श्रीरामपुर थानान्तर्गत भवानी छापर बजार मे श्रीराम कथा आयोजन समिति द्वारा हर वर्ष चैत्र नवरात्र मे किया जाता है उसी क्रम मे इस वर्ष भी तीस मार्च से भव्य कलशयात्रा के साथ प्रारम्भ हुआ है। जिसमे श्रीधाम वृंदावन से आयी देवी शिखा चतुर्वेदी जी के द्वारा श्रद्धालु कथा का रसपान कर रहे है जिसमे शिव विवाह, मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम जी का जन्म को कथा व दिव्य झांकी के माध्यम से वर्णन किया । उसी क्रम मे कथा के चौथे दिन अहिल्या उद्धार का वर्णन कथा व झांकी के माध्यम से लोगो के सामने रखा और अहिल्या उद्धार का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि भगवान के चरण रज की महिमा बताई उन्होंने बताया कि मुनि विश्वामित्र अपने यज्ञ को सफल करवाने हेतु जब प्रभु श्रीराम व लक्ष्मण को लेकर जब रास्ते में जा रहे थे तभी निर्जन आश्रम दिखाई दिया। यहां पत्थर की शिला देखकर भगवान राम ने विश्वामित्र से उसके बारे में पूछा। उन्होंने बताया कि यह गौतम ऋषि की पत्नी अहिल्या हैं जो श्राप से पत्थर की हो गई हैं अगर आपकी चरण रज का स्पर्श हो जाए तो अहिल्या का उद्धार हो जाएगा। भगवान के चरण रज लगते ही अहिल्या प्रकट हो गईं और भगवान की प्रार्थना की और उनके परमधाम को प्राप्त हुईं। इसके बाद विश्वामित्र दोनों भाइयों के साथ पवन गंगा तट पर पहुंचते है। इस अवसर पर राजकुमार गुप्ता,दीपक श्रीवास्तव, मुन्ना गुप्ता,रामनरेश गुप्ता,राजेश गुप्ता,राजेश प्रधान, बडे सिंह, मंकेश्वर लाल श्रीवास्तव, मुन्ना डाक्टर, कुंदन सिंह, बल्लु जायसवाल,प्रिंस जयसवाल,विकास गुप्ता,अप्प,जयप्रकाश बरनवाल,प्रेमचंद सिंह समेत सैकड़ो की संख्या मे कथा प्रेमी उपस्थित रहे ।
*संवाददाता – भारत भूषण श्रीवास्तव*