
*लखनऊ*:-समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार के एजेण्डे में नौकरी, रोजगार नहीं है।
सरकार युवाओं को नौकरी नहीं देना चाहती है।
साजिश और षडयंत्र करके आरक्षण छीन रही है।
संविधान विरोधी कार्य कर रही है।
अखिलेश यादव आज राजधानी लखनऊ के बीकेटी स्थित सैरपुर बाजार में चिनहट की ब्लाक प्रमुख ऊषा सेन द्वारा आयोजित संविधान मेला एवं युवा महोत्सव कार्यक्रम में आये हुए जन समुदाय को सम्बोधित कर रहे थे।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा की नीतियां युवा, किसान और पीडीए विरोधी है,सरकार ने नौकरियों को आउटसोर्स कर दिया जिससे आरक्षण न देना पड़े।
भाजपा पीडीए से उनका हक छीन रही है।
पीडीए को बराबरी पर नहीं आने देना चाहती है।यादव ने कहा कि भाजपा सरकार पीडीए से घबराई हुई है।
पीडीए देश की 90 फीसदी आबादी का नारा है।
अभी तक बाबा साहब के संविधान ने पीडीए की रक्षा की है।
अब पीडीए और हम सबकी जिम्मेदारी है कि बाबा साहब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर के बनाए संविधान की रक्षा करें।
आज संविधान पर खतरा मंडरा रहा है।
जब तक भाजपा की सरकार है संविधान पर खतरा बना रहेगा। भाजपा देश को संविधान नहीं मनविधान से चलाना चाहती है। अगर इनके विचार नहीं बदले तो ये संविधान बदल देंगे।
हम सभी लोगों को एकजुटता के साथ संविधान बचाने की लड़ाई लड़ते रहना हैं।
संविधान तभी बचेगा जब दिल्ली और लखनऊ से भाजपा की सरकार का सफाया होगा।
अखिलेश यादव ने कहा कि हम गरीबो, दलितो, पिछड़ों, आदिवासियों को हक और अधिकार दिलाने की बात करते हैं तो भाजपा के लोग जातिवाद का आरोप लगाते हैं।
ये जातियां हमने नहीं बनायी है।
हम तो वंचित समाज के लोगों को अधिकार और सम्मान दिलाने की लड़ाई लड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि बाबा साहब का संविधान हम सभी लोगों को जोड़ता है।
हमें सम्मान और अधिकार दिलाता है।
संविधान हमारी रक्षा करता है।
हम सबकी ढाल है।
संविधान हम सबके लिए संजीवनी है।
बाबा साहब ने संविधान में सभी को एक वोट का अधिकार दिलाया है।
उसी से लोकतंत्र है।
सबकी जिम्मेदारी है।
लोकतंत्र और संविधान बचाना है,यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने किसानों, नौजवानों, व्यापारियों सभी को धोखा दिया है। नौजवानों के साथ लगातार साजिश और षड्यंत्र कर रही है।
जो लोग वन-नेशन, वन इलेक्शन की बात करते हैं, वे एक साथ एक परीक्षा नहीं करा सकते हैं।
नौजवान भाजपा की साजिश को समझ गया और लोकसेवा आयोग के सामने धरने पर बैठ गया।
आंदोलन करके भाजपा सरकार को झुकने पर मजबूर कर दिया।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा समाज को बांट रही है।
समाज में नफरत फैला रही है।
मुख्यमंत्री जी का ‘बटोगे तो कटोगे‘ का नारा भारतीय इतिहास का सबसे निगेटिव नारा है।
यह असंवैधानिक नारा है।
मुख्यमंत्री के नारे से भाजपा के लोग और उनके सहयोगी दल किनारा कर रहे हैं।
नारे को लेकर भाजपा की डबल इंजन की सरकार आपस में टकरा रही है।
मुख्यमंत्री जी का नारा अंग्रेजों के डिवाइड एण्ड रूल जैसा नारा है। अंग्रेज तो चले गये लेकिन उनकी सोच वाले लोग उनके विचार को आगे बढ़ा रहे हैं।
यादव ने कहा कि वस्त्रों से कोई योगी नहीं बनता है।
भाषा, व्यवहार और विचार से लोग योगी और संत बनते हैं।
उन्होंने कहा कि उपचुनाव में भाजपा सभी सीटें हारने जा रही है।
वह डरी हुई है।
प्रशासन का दुरुपयोग कर रही है।
सरकार जिलाधिकारियों से जिलाध्यक्ष की तरह काम ले रही है। भाजपा लोगों को वोट डालने से रोकने के लिए सत्ता का दुरुपयोग कर रही है।
यह जनता के वोट के अधिकार पर हमला है।
भाजपा संवैधानिक संस्थाओं को एक विचार और एक रंग में रंगना चाहती है।
हम सभी को संकल्प लेना है कि एकजुट होकर संविधान बचाना है। आगे बढ़ना है।