
➡️….पीसीएस प्री मेडिकल-तकनीकी संस्थानों को भी बनाएंगे परीक्षा केंद्र*
*लोक सेवा आयोग के सचिव ने सूबे के सभी डीएम को पत्र लिखकर मांगी सहमति*
*पीसीएस-2024 की प्रारंभिक परीक्षा 22 दिसंबर को प्रस्तावित, केंद्र बनाने की कवायद तेज*
प्रयागराज, कार्यालय संवाददाता। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की पीसीएस-2024 की प्रारंभिक परीक्षा 22 दिसंबर को प्रस्तावित है। परीक्षा सकुशल संपन्न कराने के लिए पहली बार मेडिकल, इंजीनियरिंग, केंद्रीय व राज्य विश्वविद्यालयों को भी परीक्षा केंद्र बनाने की तैयारी है। लोक सेवा आयोग के सचिव ने सूबे के सभी डीएम को पत्र लिखकर ऐेसे शैक्षिक संस्थानों से सहमति मांगी है। इसके लिए आयोग ने एक प्रारूप भी बनाकर दिया है। प्रारूप में मांगी गई सभी सूचनाओं को भरकर आयोग को उपलब्ध कराना होगा। पत्र में सभी डीएम का जिक्र किया गया है, जिससे यह संभावना जताई जा रही है कि आयोग यह परीक्षा प्रदेश के सभी 75 जिलों में कराने की तैयारी में है। अभी तक पीसीएस परीक्षा के लिए ज्यादातर इंटर कॉलेजों को ही परीक्षा केंद्र बनाया जाता था लेकिन, कड़े नियमों और परीक्षार्थियों की बढ़ी संख्या को देखते हुए आयोग उच्च शिक्षण संस्थानों में भी परीक्षा आयोजित करने के लिए प्रयासरत है। प्रयागराज में इलाहाबाद विश्वविद्यालय, प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भय्या) राज्य विश्वविद्यालय, राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, एमएनएनआईटी, ट्रिपलआईटी और मोती लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज सहित कुल 26 संस्थानों से परीक्षा केंद्र बनाने की सहमति मांगी गई है।
*कम से कम 1758 परीक्षा केंद्रों की जरूरत*
पीसीएस प्री के लिए कुल 5,76,154 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। एक दिवस में परीक्षा कराने के लिए 1758 केंद्रों की आवश्यकता है। पूर्व में परीक्षा दो दिनों में होनी थी, जिसके लिए सिर्फ 978 केंद्रों की सहमति मिल पाई थी। डीएम को पत्र भेजकर गाइडलाइन के अनुसार केंद्रों से सहमति लेने को कहा गया है। जिन संस्थानों में 1000 से अधिक परीक्षार्थियों की क्षमता है, उन्हें दो ब्लॉकों (ब्लॉक-ए और ब्लॉक-बी) में विभाजित किया जाएगा।
*बेहतर सुविधा वाले केंद्रों को प्राथमिकता*
सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे, पेयजल, शौचालय और बैठने की उचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। इसके अलावा, परीक्षा केंद्रों के चयन में यह देखा जाएगा कि वे मुख्य मार्ग पर स्थित हों और वहां तक यातायात सुगम हो। पीसीएस को विशिष्ट परीक्षा मानते हुए शासन ने परीक्षा केंद्रों को 10 किलोमीटर के दायरे में रखने की बाध्यता को समाप्त कर दिया है।
*प्रयागराज में 80 केंद्रों पर परीक्षा कराने की तैयारी*
एक से दूसरे अभ्यर्थी के बीच दो वर्ग मीटर की दूरी होनी चाहिए। इसके अनुसार 384 अथवा 480 अभ्यर्थी प्रति केंद्र की क्षमता वाले प्रयागराज में 80 केंद्रों की आवश्यकता होगी। ऐसे में 80 केंद्रों पर परीक्षा कराने की तैयारी है।
*सिपाही भर्ती परीक्षा पर्चा लीक के दो मास्टरमाइन्ड सात दिन की रिमाण्ड पर*
*पहले दिन कुछ देर ही पूछताछ कर सकी ईडी -पर्चा आउट कराने और जमा रकम के बारे में पूछा गया दोनों से*
*सोमवार रात ही जेल से ईडी मुख्यालय लाए गए दोनों*
लखनऊ, प्रमुख संवाददाता।ईडी ने सिपाही भर्ती और आरओ-एआरओ भर्ती परीक्षा का पर्चा लीक कराने के मामले में दो मास्टरमाइंड डॉ. रवि अत्री और सुभाष प्रकाश को भी अपने मुकदमे में न्यायिक रिमाण्ड पर ले लिया। एसटीएफ के हत्थे चढ़ने के बाद से दोनों आरोपित इस समय जेल में बंद हैं। विशेष न्यायालय (पीएमएलए) के जज नीलकंठ मणि त्रिपाठी ने इन दोनों आरोपितों की सात दिन की रिमाण्ड स्वीकृत कर दी है। रिमाण्ड मिलते ही ईडी के अफसर सोमवार रात को ही जेल से दोनों को अपने कार्यालय ले आए थे।लखनऊ स्थित जोनल मुख्यालय में ईडी ने मंगलवार को कुछ देर ही दोनों आरोपितों से पूछताछ की है। इनसे अभी यही पूछा गया कि किस तरह और कहां-कहां से पर्चा आउट कराया है। कितने अभ्यर्थियों से वसूली ली और किसके माध्यम से रकम जमा करवाई गई। ईडी सूत्रों के मुताबिक, अभी फौरी तौर पर ही पूछताछ हो सकी है। बुधवार को ईडी के तीन अधिकारी इन दोनों से कई बिन्दुओं पर पूछताछ करेंगे। पर्चा लीक कराने का मुख्य मास्टरमाइन्ड राजीव नयन था। उसके बाद सबसे अहम भूमिका रवि अत्री और सुभाष प्रकाश की रही थी। एसटीएफ इन दोनों को काफी मशक्कत के बाद पकड़ सकी थी।
*अभ्यर्थियों से करोड़ों रुपये वसूल कर अकूत सम्पत्ति बनाई*
ईडी की जांच में भी यह बात सामने आई थी कि पर्चा लीक कराने वाले मास्टरमाइंड ने अभ्यर्थियों से 100 करोड़ से ज्यादा वसूली कर ली थी। इस अपराध के जरिए कई जगह सम्पत्ति बनाई। हरियाणा के मानेसर और मध्य प्रदेश के रीवा में रिसार्ट के अंदर अभ्यर्थियों को जुटाया गया था। परीक्षा की अधिसूचना जारी के ठीक बाद और परीक्षा की तारीख तक इन आरोपितों के बैंक खातों में काफी बड़ी रकम जमा हुई थी। इसका पूरा ब्योरा ईडी ने निकलवा लिया था।
*एक करोड़ की सम्पत्ति अगस्त में कुर्क की*
ईडी ने इसी साल छह अगस्त को इस गिरोह के आरोपितों की एक करोड़ दो लाख रुपये की सम्पत्ति कुर्क कर ली थी। इसमें भूखंड, अपार्टमेंट, बैंक खाते और ऑटोमोबाइल के अलावा नगदी भी है। पर्चा लीक जैसे अपराध के बूते अर्जित की गई इनकी और सम्पत्तियों का ब्योरा भी जुटाया जा रहा है।
*कक्षा आठ की छात्रा शीतल खण्ड शिक्षा अधिकारी बन पूछ रही थी सवाल*
*कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय कुम्हरावा की कक्षा आठ की शीतल रावत बनी एक दिन की खण्ड शिक्षा अधिकारी*
*कार्यालय में कर्मचारियों से मांगे विद्यालयों की बेहतरी के सुझाव, विद्यालय का निरीक्षण कर जानी गुणवत्ता*
इटौंजा, संवाददाता।कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय कुम्हरावा की कक्षा आठ की शीतल रावत के लिए सोमवार को दिन आम दिनों से बदला हुआ था। आज शीतल बैग लेकर क्लास में शिक्षकों के सवालों का जवाब नहीं दे रही थी बल्कि आज वो खुद खण्ड शिक्षा अधिकारी बनकर न सिर्फ बीआरसी कार्यालय में कर्मचारियों से सवाल जवाब कर रही थी बल्कि पीएमश्री विद्यालय इंटौजा पढ़ने वाले बच्चों से सवाल पूछ रही थी। शीतल को एक दिन नारी शक्ति योजना के तहत खण्ड शिक्षा अधिकारी बनाया गया था और शीतल ने एक दिन की अधिकारी बनने पर गजब का आत्मविश्वास दिखाया। साथ ही अधिकारियों, शिक्षकों पर गहरा प्रभाव पड़ा।कक्षा आठ की छात्रा शीतल को एक दिन पूर्व ही बता दिया गया था कि उसे एक दिन के लिए खण्ड शिक्षा अधिकारी बनाया जाना है। इसलिए शीतल ने खण्ड शिक्षा अधिकारी के कार्यों को समझ लिया। कैसे काम करते हैं और इनके काम क्या होते हैं। फिर सोमवार का दिन आ गया। आत्मविश्वास से लबरेज शीतल सुबह समय पर अपने कार्यालय पंहुची। जहां खण्ड शिक्षा अधिकारी की मुख्य कुर्सी पर बैठते ही उसका पहला सवाल था कि क्या ये पूरा कमरा खण्ड शिक्षा अधिकारी है तो वास्तविक खण्ड शिक्षा अधिकारी प्रीति शुक्ला ने जवाब हां में दिया। इसके बाद छात्रा शीतल ने सभी कर्मचारियों से विद्यालयों की बेहतरी के लिए सुझाव मांगे। साथ ही अपने विद्यालय कस्तूरबा में कई बदलाव किए जाने की बात की।
*और छात्रा पंहुची निरीक्षण करने*
छात्रा से खण्ड शिक्षा अधिकारी शीतल रावत ने कुछ देर कार्यालय में बिताने के बाद पीएमश्री विद्यालय इंटौजा का निरीक्षण करने पंहुच गयी। शीतल जब पहली क्लास में गई तो उसमें थोड़ी हिचक थी लेकिन दूसरी क्लास में जाने के बाद उसका आत्मविश्वास बढ़ चुका था। शीतल ने क्लास में पढ़ रहे बच्चों से पूछा आज आपकी मैम ने क्या पढ़ाया, मैम का पढ़ाने का तरीका आप लोगों को कैसा लगता है? साथ ही जिस विषय को छात्राएं पढ़ रही थी उस विषय से जुड़े सवाल भी पूछे।
*प्रेरणा एप पर लगाते हैं उपस्थिति*
शीतल पर खण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में थी तो उसने सभी स्टॉफ के पास जाकर सवाल जवाब किए। शीतल ने कर्मचारियों से पूछा कि आप उपस्थिति कैसे दर्ज करते हैं, डेटा कैसे अपलोड करते हैं। ये सवाल सुन कर्मचारियों ने भी सभी सवालों के जवाब दिए। वहीं खण्ड शिक्षा अधिकारी प्रीति शुक्ला ने कहा कि शीतल रावत में गजब का आत्मविश्वास है, वो खण्ड शिक्षा अधिकारी के कार्यों का पूरा होमवर्क कर के आयी थी।
*परिवहन निगम में 7188 चालक संविदा पर भर्ती होंगे,विभिन्न इलाकों में लगेंगे रोजगार मेला*
लखनऊ, प्रमुख संवाददाता।परिवहन निगम यात्रियों को और बेहतर सुविधाएं देने के लिए संविदा चालकों की भर्तियां शुरू करने जा रहा है। विभाग में 7188 संविदा चालकों की भर्ती के लिए 28 नवम्बर से 10 दिसम्बर तक विभिन्न जिलों में रोजगार मेले का आयोजन किया जाएगा। यह मेले चार दिन लगेंगे। इन भर्तियों से कुम्भ मेले में भी यात्रियों को सहूलियत मिलेंगी।निगम के मुताबिक 28 नवम्बर को नोएडा, आगरा, मुरादाबाद, लखनऊ व गोरखपुर और दो दिसम्बर को गाजियाबाद, अलीगढ़, बरेली, अयोध्या व वाराणसी, छह दिसम्बर को मेरठ, इटावा, हरदोई, देवीपाटन व आजमगढ़ और 10 दिसम्बर को सहारानपुर, झांसी, कानपुर, चित्रकूटधाम-बांदा व प्रयागराज में रोजगार मेला लगेगा।परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने बताया कि इन मेलों के जरिए अगले महीने तक यह भर्तियां पूरी कर ली जाएंगी। इनकी डयूटी निगम द्वारा संचालित बसों के अलावा अनुबंधित बसों में भी रहेगी। महाकुम्भ के लिए विभाग पहले ही 7000 बसों को चलाने की कवायद शुरू कर चुका है।
*सातवें वेतन आयोग की संस्तुतियों को लागू करें*
लखनऊ, संवाददाता। लेखा एवं लेखा परीक्षा संवर्ग के लिए लागू सातवें वेतन आयोग की संस्तुतियों को लागू किया जाए। उप्र. लेखा एवं लेखा परीक्षा सेवा परिसंघ के अध्यक्ष सुशील कुमार बच्चा ने मुख्य सचिव को पत्र भेजा है। बच्चा ने बताया कि विभाग में कार्यरत सहायक लेखाकार व लेखाकार, लेखा परीक्षक, वरिष्ठ लेखा परीक्षक के ग्रेड वेतन में वृद्धि के लिए संस्तुतियां प्रदान की जा चुकी हैं, लेकिन अभी तक कर्मचारियों को इसका लाभ नहीं मिल सका है। पत्र के जरिए मांग की कि सातवें वेतन आयोग के लिए गठित कमेटी की ओर से की गई संस्तुति को तुरंत लागू किया जाए।
*राज्य विवि: लॉगिन न बनाने वालों का नहीं जारी होगा प्रवेश पत्र*
प्रयागराज, कार्यालय संवाददाता। प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भय्या) राज्य विश्वविद्यालय एवं संबद्ध कॉलेजों के सभी छात्र-छात्राओं को प्रवेश पत्र के लिए समर्थ पोर्टल पर लॉगिन आईडी अनिवार्य रूप से बनानी होगी। जिन विद्यार्थियों के लॉगिन नहीं होगी उनका प्रवेश पत्र विश्वविद्यालय जारी नहीं करेगा। विश्वविद्यालय की विषम सेमेस्टर की परीक्षाएं पांच दिसंबर से शुरू होंगी। परीक्षा नियंत्रक की ओर से विज्ञाप्ति जारी कर स्पष्ट किया गया है कि छात्रों को समर्थ पोर्टल पर लॉगिन बनाना अनिवार्य है। बिना लॉगिन बनाए, किसी भी छात्र को परीक्षा का प्रवेश पत्र जारी नहीं किया जाएगा।सत्र 2024-25 में नव प्रवेशित छात्रों के लिए यह व्यवस्था पहले से लागू थी, लेकिन अब इसे पुराने छात्रों के लिए भी लागू कर दिया गया है। परीक्षा फॉर्म भरने की आखिरी तारीख 19 नवंबर थी। वहीं 26 नवंबर तक परीक्षा शुल्क जमा किया जा सकेगा। सत्र 2024-25 के प्रथम सेमेस्टर में नव प्रवेशित छात्रों को छोड़कर, अन्य सभी छात्रों को समयसीमा के भीतर परीक्षा फार्म भरने और शुल्क जमा करने की प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
*परीक्षा में सॉल्वर बैठाने वाला अभ्यर्थी गिरफ्तार*
लखनऊ, वरिष्ठ संवाददाता। कृष्णानगर पुलिस ने सोमवार को परीक्षा में सॉल्वर बैठाने वाले अभ्यर्थी विवेकानंद वाष्ण्रेय को गिरफ्तार कर लिया है। विवेकानंद वाष्ण्रेय के खिलाफ जो जुलाई 2023 में कृष्णानगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुआ था। मुकदमा कृष्णानगर स्थित विश्व भारती शांति निकेतन विद्यालय की केंद्र प्रभारी प्रियंका सोनी ने दर्ज कराया था। उनका आरोप था कि एडुक्विटी करियर टेक्नोलॉजी की ओर से परीक्षा का आयोजन उक्त केंद्र पर किया गया था। इस दौरान परीक्षा दे रहे पुलकित गुप्ता की गतिविधियां संदिग्ध देख चेकिंग और पूछताछ की गई। पूछताछ में उसने अपना नाम विवेकानंद वाष्ण्रेय बताया था। दस्तावेजों और पुलिस की तफ्तीश से पता चला कि वह सॉल्वर है। पूछताछ में जानकारी हुई कि वह उत्तराखंड के रुद्रपुर ऊधम सिंह नगर के वार्ड नंबर 20 आवास विकास में रहने वाले विवेकानंद वाष्ण्रेय के स्थान पर परीक्षा दे रहा है। पुलिस ने पुलकित को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। विवेकानंद फरार चल रहा था। सोमवार को उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया।
*अलग-अलग हादसों में शिक्षिका और युवक ने तोड़ा दम*
मनकापुर/नवाबगंज/धानेपुर, हिटी। जिले में हुए अलग-अलग हादसों में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की शिक्षिका और युवक की मौत हो गई। सोमवार रात अयोध्या दर्शन करके दोस्त के साथ लौट रहे धानेपुर कस्बे के युवक की बाइक पेड़ से टकरा गई। हादसे में युवक की मौत हो गई जबकि उसका साथी गंभीर रूप से जख्मी हो गया। वहीं, सरयू के फोरलेन पुल पर मंगलवार सुबह घर से स्कूल आ रही शिक्षिका की स्कूटी अनियंत्रित ट्रक की चपेट में आ गई। हादसे में शिक्षिका सविता सिंह ने मौके पर दम तोड़ दिया। वह जफरापुर के कस्तूरबा विद्यालय में संविदा पर तैनात थीं। अयोध्या की पुलिस ने आनन फानन मे शव को मौके से उठाकर मोर्चरी भिजवा दिया। हालांकि, हादसा नवाबगंज थाने के सरयू घाट पुलिस चौकी क्षेत्र का है। घटना के बाद दोनों परिवार में कोहराम मचा है।
*कॉलेज से लौट रही शिक्षिका से छेड़खानी*
कैंपियरगंज, हिन्दुस्तान संवाद।कैंपियरगंज इलाके के एक इंटर कॉलेज से शिक्षण कार्य कर घर लौट रही शिक्षिका से रास्ते में बाइक सवार दो युवक छेड़खानी की। शिक्षिका ने युवकों के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।जानकारी के मुताबिक, संतकबीरनगर के एक गांव की शिक्षिका कैंपियरगंज थाने के बलुआ पुलिस चौकी क्षेत्र के एक इंटर कॉलेज में शिक्षण कार्य करती है। मंगलवार की शाम कॉलेज से शिक्षण कार्य कर घर जा रही थी। रास्ते में बाइक सवार दो युवक छेड़खानी करने लगे। जब शिक्षिका ने उन्हें रोकना चाहा तो वे भाग निकले। आगे कुछ दूरी पर दोनों युवक फिर मिले तो शिक्षिका ने कहा कि बदतमीजी कर रहे हो। दोनों युवक तेज आवाज में गाली व अश्लील बाते करने लगे, जिस पर पीड़ित शिक्षिका ने बलुआ पुलिस चौकी प्रभारी को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की। पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी है।
*घूस लेते वीडीए का बाबू गिरफ्तार, निलंबित*
वाराणसी, वरिष्ठ संवाददाता। वाराणसी की एंटी करप्शन टीम ने मंगलवार को कचहरी स्थित वाराणसी विकास प्राधिकरण के संपत्ति विभाग के कनिष्ठ लिपिक रविशंकर को पांच हजार रुपये घूस लेते पकड़ लिया। आरोपी के खिलाफ कैंट थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया। वीडीए उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग ने आरोपी बाबू को निलंबित कर दिया है।शास्त्रीनगर (सिगरा) निवासी अधिवक्ता शिवकुमार सिन्हा ने एंटी करप्शन इकाई में शिकायत की थी। बताया कि फ्लैट पर उनका नाम दर्ज करने के एवज में बाबू 50 हजार रुपये मांग रहा है। चार साल से आवेदन लटकाए है। शिकायत के आधार पर एंटी करप्शन टीम ने जाल बिछाया। शिकायतकर्ता ने रसायन लगे 5 हजार रुपये जैसे ही बाबू को कार्यालय में सौंपा, टीम ने उसे दबोच लिया। गिरफ्तारी होते ही दफ्तर में हड़कंप मच गया। रविशंकर को गिरफ्तार कर कैंट थाने लाया गया और उसके खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। आरोपी मूलरूप से प्रयागराज के बिगहिया (घूरपुर) का निवासी है। उसकी नियुक्ति फरवरी 2008 में हुई थी।
*मांगे गाजियाबाद में चला रहा था फर्जी शिक्षण संस्थान*
लखनऊ।पेपर मिल कालोनी में फर्जी शिक्षा बोर्ड चलाकर जाली मार्कशीट बनाने वाले गिरोह का सरगना मांगे उर्फ मनीष प्रताप सिंह गाजियाबाद में फर्जी शिक्षण संस्थान भी चला रहा था। पुलिस की तफ्तीश में यह पता चला है। इसके बाद मंगलवार रात महानगर पुलिस की एक टीम गाजियाबाद के लिए रवाना हो गई है। पुलिस ने आरोपित की सम्पत्तियां भी चिह्नित कर ली हैं। पुलिस अब फरार सरगना का एनबीडब्ल्यू लेने की तैयारी कर रही है। इसके वाद सम्पत्ति कुर्क करने की तैयारी में है। पुलिस को गिरोह के सदस्यों के पास से बरामद मोबाइल और दस्तावेजों की पड़ताल में कई अन्य अहम जानकारियां मिली हैं। उनके अनुसार पुलिस गिरोह के बारे में और जानकारियां जुटा रही है। इसके साथ ही पुलिस की एक टीम मथुरा, प्रयागराज और बिहार में सरगना मांगे की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे ही है।
*रिटायर कर्मचारी को छह दिन डिजिटल अरेस्ट रख कर 19 लाख हड़पे*
लखनऊ।पंचायती राज विभाग के रिटायर कर्मचारी को साइबर ठगों ने कॉल कर नरेश गोयल मनी लांड्रिंग केस में शामिल होने का आरोप लगाया। मुम्बई पुलिस के अंधेरी ईस्ट स्टेशन से होने का दावा करते हुए वृद्ध को डराया गया। आरोपियों ने दावा किया कि वृद्ध के आधार कार्ड का इस्तेमाल केनरा बैंक में अकाउंट खोलने के लिए हुआ है। इसलिए जांच करनी पड़ेगी। इस दौरान रिटायर कर्मचारी किस से सम्पर्क नहीं करेंगे। करीब छह दिन तक ठगों ने वृद्ध को डिजिटल अरेस्ट रख कर 19 लाख 50 हजार रुपये ट्रांसफर करा लिए। फिर भी रुपयों की मांग बंद नहीं हुई। लाखों रुपये गवां चुके पीड़ित ने परिचितों को घटना के बारे में बताया। जिसके बाद उन्हें साइबर ठगों के जाल में फंसने का पता चला। वृद्ध ने साइबर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
*आधार कार्ड का नम्बर बताने से डर गए*
ठाकुरगंज निवासी कमलाकांत मिश्र नवंबर 2023 में पंचायती राज विभाग से रिटायर हुए हैं। छह नवंबर की सुबह करीब 10.30 बजे अनजान नम्बर से फोन आया। कॉलर ने कमलाकांत को उनके आधार कार्ड का नम्बर बताते हुए नरेश गोयल केस में शामिल होने का आरोप लगाया। पूछने पर कहा कि आपके आधार कार्ड से ही केनरा बैंक में अकाउंट खोले गए हैं। जिनका इस्तेमाल मनी लांड्रिंग के लिए हो रहा है। यह बात सुन कर कमलाकांत घबरा गए। कुछ देर बाद उन्हें मुम्बई अंधेरी ईस्ट पुलिस स्टेशन से कॉल की गई। बताया गया कि आपके खाते में अवैध गतिविधियां हो रही हैं। इसलिए जांच गोपनीय जांच की जाएगी। इस बारे में कमलाकांत को परिवार और दोस्तों को बताने से मना किया गया।
*गिरफ्तारी वारंट जारी हो चुका है, वीडियो कॉल से रखी नजर*
मुम्बई पुलिस के कथित पुलिस कर्मी की कॉल कटने के बाद कमलाकांत को नए नम्बर से फोन आया। कॉलर ने बताया कि वृद्ध को गिरफ्तार किया जाएगा। जिसके लिए वारंट भी जारी हो चुका है। राजेश के तौर पर परिचय देने वाले व्यक्ति ने कमलाकांत से कहा वीडियो कॉल से आप पर नजर रखी जाएगी। इस दौरान आप किसी से सम्पर्क नहीं करेंगे। अगर गड़बड़ी करने का प्रयास किया तो गिरफ्तारी के लिए टीम रवाना होगी। धमकी से सहमे कमलाकांत ने परिवार से भी फोन आने की बात छिपाई। इस बीच उनके बैंक अकाउंट की डिटेल पूछी गई। कथित पुलिस अधिकारी ने दावा किया कि खाते में जमा रुपयों की जांच करनी पड़ेगी। अगर सब कुछ ठीक रहा तो क्लीयरेंस मिल जाएगा।
*आरटीजीएस के साथ ऑनलाइन भेजे रुपये*
आरोपियों के दबाव में कमलाकांत ने पीएनबी बैंक खाते से रुपये ट्रांसफर किए थे। पीड़ित ने पहली बार छह नवंबर को 17 लाख 50 हजार रुपये आरटीजीएस किए। यह रुपये भेजने के बाद आरोपियों ने बेल अमाउंट समेत कई मदों में 12 नवंबर तक कुल 19 लाख 50 हजार रुपये ट्रांसफर कराए। करीब छह दिन तक वीडियो कॉल से निगरानी भी की गई। डिजिटल अरेस्ट के दौरान कमलाकांत ने किसी को घटना के बारे में नहीं बताया। वहीं, रुपये वापस नहीं आने पर उन्हें संदेह हुआ। परेशान होकर पीड़ित ने परिचितों को घटना के बारे में बताया। जिसके बाद उन्हें साइबर ठगों के जाल में फंसने का पता चला। इंस्पेक्टर साइबर थाना बृजेश यादव ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।
*पशुपालन विभाग में 58 उप एवं संयुक्त निदेशकों की पदोन्नति*
लखनऊ, प्रमुख संवाददाता पशुपालन विभाग में 58 उप निदेशक एवं संयुक्त निदेशकों को पदोन्नति दी गई है। लम्बे इंतजार के बाद विभाग में बड़ी संख्या में उप निदेशकों और संयुक्त निदेशकों की पदोन्नति की गई है। शासन की ओर से जारी पदोन्नति आदेश के अनुसार उपनिदेशक / पशु चिकित्साधिकारी स्तर के 44 अधिकारी संयुक्त निदेशक / उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी पद पर पदोन्नत हुए हैं। वहीं संयुक्त निदेशक / उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी स्तर के 14 अफसर अपर निदेशक / मुख्य पशु चिकित्साधिकारी पद पर पदोन्नत हुए हैं। कुछ दिन पूर्व विभागीय पदोन्नति समिति (डीपीसी) के बाद पदोननति को मंजूरी दी गई है। शासनादेश के अनुसार जल्द ही पदोन्नति पाए अधिकारियों की पदोन्नत पद पर तैनाती के आदेश जारी किए जाएंगे।
*योगी सरकार की शिक्षामित्रों को सौगात, बढ़ेगा मानदेय, हाईकोर्ट को दी गई जानकारी*
प्रयागराज।यूपी की योगी सरकार शिक्षा मित्रों को जल्द ही सौगात देने वाली है। प्रदेश के परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में काम कर रहे लगभग डेढ़ लाख शिक्षामित्रों का मानदेय सरकार बढ़ा सकती है। राज्य सरकार की ओर से वित्त विभाग को इस संबंध में पत्र भेजा गया है। इलाहाबाद हाईकोर्ट में शिक्षामित्रों को सम्मानजनक मानदेय दिए जाने को लेकर दाखिल अवमानना याचिका पर सरकार की ओर से यह जानकारी दी गई है।मंगलवार को सुनवाई के दौरान राज्य के वकील ने कोर्ट को बताया कि लगभग एक लाख पचास हजार शिक्षामित्रों के मानदेय वृद्धि से सरकारी खजाने पर काफी भार पड़ेगा इसलिए वित्त विभाग को सहमति के लिए रिपोर्ट भेजी गई है। वाराणसी के विवेकानंद की अवमानना याचिका पर न्यायमूर्ति पीयूष अग्रवाल की पीठ सुनवाई कर रही है।याची के अधिवक्ता सत्येंद्र चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि 2023 में शिक्षामित्रों को समान कार्य के समान वेतन की मांग करते हुए एक याचिका दाखिल की गई थी। याचिका निस्तारित करते हुए न्यायालय ने कहा था कि शिक्षामित्रों को दिया जाने वाला मानदेय काफी कम है। कोर्ट ने सरकार को निर्देश दिया था कि एक समिति का गठन किया जाए। वित्तीय इंडेक्स के अनुसार जीवन जीने के लिए एक सम्मानजनक मानदेय निर्धारित किया जाए। इस आदेश का पालन नहीं किए जाने पर अवमानना याचिका दाखिल की गई है।सरकारी वकील ने कोर्ट को अवगत कराया कि कोर्ट के 12 जनवरी 2024 के आदेश के अनुपालन में शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय समिति बनाई गई थी। समिति ने अपनी रिपोर्ट सरकार को नौ अगस्त 2024 को सौंप दी है। वित्तीय बोझ को देखते हुए वित्त विभाग को रिपोर्ट भेजी गई है।
*शुआट्स : कैंपस प्लेसमेंट में 20 विद्यार्थियों को मिली सफलता*
प्रयागराज।सैम हिगिनबॉटम कृषि, प्रौद्योगिकी और विज्ञान विश्वविद्यालय में दो कंपनियों ने 20 छात्र-छात्राओं का चयन किया। निदेशक कॅरियर प्लानिंग एंड प्लेसमेंट प्रो. अशोक त्रिपाठी ने बताया कि प्लेसमेंट ड्राइव में कई चरण के साक्षात्कार के बाद 20 विद्यार्थियों को सफलता मिली। बीटेक बायोटेक, बी टेक फूड, बीएससी एग्रीकल्चर, एमबीए एग्रीबिजनेस के 16 विद्यार्थियों का चयन बानस डेयरी में हुआ, जबकि बीटेक फूड टेक, बीएससी फूड टेक के चार विद्यार्थियों का चयन बीकानेरवाला प्रा.लि. में हुआ।
*यूपी बोर्ड ने जिले के 10 विद्यालयों को किया डिबार*
गोरखपुर, निज संवाददाता। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और आइंटरमीडिएट परीक्षा का कार्यक्रम घोषित होने बाद यूपी बोर्ड ने जिले के 10 विद्यालयों को इस वर्ष की परीक्षा के लिए डिबार कर दिया है। इनमें सात सहायता प्राप्त व तीन वित्त विहीन विद्यालय शामिल हैं। इन 10 विद्यालयों में पांच सदर तहसील में हैं जबकि गोला में दो, कैम्पियरगंज में दो, चौरीचौरा तहसील में एक विद्यालय स्थित है। इनमें कुछ विद्यालय पहले भी डिबार हो चुके हैं।हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा 24 फरवरी से शुरू होकर 12 मार्च तक चलेंगी। गत वर्ष की भांति इस बार भी परीक्षा 12 कार्यदिवसों में सम्पन्न होगी। परीक्षा दो पालियों में होगी। पहली पाली सुबह 8.30 से 11.45 बजे तक और दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर दो से शाम 5.15 बजे तक होगी। जिले में हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा में 141646 छात्र-छात्रा सम्मिलित होंगे। इनमें 69093 हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के 72553 छात्र-छात्राएं शामिल हैं। परीक्षा केंद्रों के निर्धारण को लेकर तहसील स्तरीय कमेटी की रिपोर्ट के बाद बोर्ड ने जिले में जिला कारागार समेत कुल 187 प्रस्तावित परीक्षा केंद्रों की सूची जारी कर इस पर ऑनलाइन आपत्तियां आमंत्रित की थीं। निर्धारित अवधि तक डीआइओएस कार्यालय के समक्ष 194 विद्यालयों की तरफ से विभिन्न आपत्तियां प्रस्तुत की गई।23 नवम्बर तक इन आपत्तियों का निस्तारण करने के बाद डीएम की अध्यक्षता में गठित समिति बोर्ड को परीक्षा केंद्रों की संस्तुति भेजेगी। इसके बाद बोर्ड द्वारा एक बार फिर आपत्तियां मांगी जाएंगी और ऐसी आपत्तियों का निस्तारण कर सात दिसम्बर को परीक्षा केंद्रों की अंतिम सूची जारी होगी।
*इन विद्यालयों को किया गया डिबार*
-सेंट एन्ड्रयूज इंटर कॉलेज
-श्याम कृष्ण इंटर कॉलेज थवईपार
-आनन्द विद्यापीठ इंटर कॉलेज ककरही
-श्री कृष्ण कृषि उद्योग उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नइयापार
-भारतीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय राजाबारी जसवल
-पं. दीन दयाल इंटर कॉलेज पिपराइच
-डा. श्यामा प्रसाद इंटर कॉलेज लुहसी
-संत रविदास बालिका इंटर कॉलेज जंगल रसूलपुर
-योगी पं. राममूर्ति मेमोरियल इंटर कॉलेज मॉडल स्कूल रामपुर
-देवकी राम चन्द्र पांडेय इंटर कॉलेज नवली गोला
*डीडीयू और कॉलेजों में दो साल बाद बढ़ी नव प्रवेशितों की संख्या*
गोरखपुर, निज संवाददाता। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय और सम्बद्ध महाविद्यालयों से इस सत्र में अच्छी खबर आ रही है। पारंपरिक शिक्षा के घटते क्रेज की चर्चाओं के बीच इस बार डीडीयू और कॉलेजों में दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों की संख्या बढ़ी है। पिछले वर्ष की तुलना में इस बार 7.01 प्रतिशत विद्यार्थी बढ़े हैं।राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत उच्च शिक्षा में जीईआर को लगातार बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है। इधर, एनईपी लागू होने के बाद कॉलेजों में छात्र संख्या में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही थी। कम होती छात्र संख्या को एनईपी लागू किए जाने से जोड़कर धारणा बनाई जा रही थी। अब वर्तमान सत्र में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों की संख्या 6529 बढ़ने से इन चर्चाओं और धारणाओं पर विराम लगेगा।
*कुशीनगर में सर्वाधिक बढ़े, गोरखपुर में गिरावट*
कुशीनगर में सत्र 2024-25 में 29197 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया। सत्र 2023-24 में 22884 और 2022-23 में 25183 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया था। देवरिया में वर्तमान सत्र में 34,638, सत्र 2023-24 में 32073 और 2022-23 में 33868 ने प्रवेश लिया था। डीडीयू और गोरखपुर के कॉलेजों में वर्तमान सत्र में 37781, सत्र 2023-24 में 38130 और सत्र 2022-23 में 39,915 ने प्रवेश लिया था।
*64 प्रतिशत है छात्राओं की संख्या*
डीडीयू व कॉलेजों में कुल 63972 छात्राओं और 35824 छात्रों ने विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रथम वर्ष में प्रवेश लिया है। इस तरह छात्राएं कुल 64.04 प्रतिशत हैं तो छात्रों का अनुपात 35.96 प्रतिशत है।
*कैंपस में पहली बार 7 हजार के पार नए विद्यार्थी*
विश्वविद्यालय परिसर में पहली बार नव प्रवेशित विद्यार्थियों की संख्या 7 हजार के पार पहुंच गई है। इस सत्र में कुल 7409 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है। सत्र 2023-24 में 6041, 2022-23 में 6480, 2021-22 में 5824, 2020-21 में 5112 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया था। कैंपस में वर्तमान सत्र में 4145 छात्राओं और 3264 छात्रों ने प्रवेश लिया। यानी यहां भी छात्राएं 55.95 प्रतिशत और छात्र 44.05 प्रतिशत हैं।
*सत्रवार नव प्रवेशित विद्यार्थी*
*सत्र विद्यार्थी*
2024-25 99,616
2023-24 93,078
2022-23 97,966
2021-22 1,23,969
पिछले चार-पांच वर्षों का अलग-अलग डेटा निकलवाया गया है। इसमें सकारात्मक संदेश मिले हैं। पिछले सत्र की तुलना में इस सत्र में करीब सात प्रतिशत अधिक विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है। जीईआर बढ़ाने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों से यह संभव हुआ है।
प्रो. पूनम टंडन, कुलपति, डीडीयू
*यूपी: प्रदेश के 15 पीसीएस अधिकारियों को आईएएस कैडर में पदोन्नति, 15 पदों के लिए भेजे कुल 46 नाम*,
लखनऊ।यूपी के 15 पीसीएस अधिकारी जल्द ही आईएएस कैडर में पदोन्नति पा सकते हैं। इनमें वर्ष 2002, 2004, 2006 और वर्ष 2008 बैच के पीसीएस अधिकारियों के नामों पर चर्चा होगी। नियुक्ति विभाग ने 15 पदों के लिए कुल 46 नाम भेजे हैं। संघ लोक सेवा आयोग की अनुमति मिलने पर विभागीय पदोन्नति कमेटी (डीपीसी) की बैठक होगी। सूत्रों का कहना है कि पिछले साल की तरह इस बार भी लखनऊ में ही पदोन्नति के लिए डीपीसी हो सकती है। केंद्र सरकार ने वर्ष 2023 के लिए सलेक्ट लिस्ट में 10 रिक्तियां दी हैं। इसके अलावा पांच पद पहले के खाली हैं। इसलिए आईएएस के कुल 15 पदों के लिए पदोन्नतियां दी जाएंगी। नियुक्ति विभाग ने इन 15 पदों के लिए एक-एक नाम पर विचार करते हुए प्रस्ताव तैयार किया है। इस प्रस्ताव में उन नामों को भी भेजा गया है, जिनके नाम पर पिछले वर्ष भी डीपीसी में विचार किया गया था, लेकिन सहमति नहीं बन पाई थी। इनमें कुछ नाम ऐसे भी हैं जिनके खिलाफ किसी तरह की जांच चल रही थी और उन्हें पदोन्नति नहीं मिल पाई थी।उच्चपदस्थ सूत्रों के मुताबिक, इस बार डीपीसी में वर्ष 2002 की अंजू कटियार, वर्ष 2004 के अमर पाल सिंह, वर्ष 2006 व वर्ष 2008 के अधिकारियों आलोक कुमार वर्मा, बलराम सिंह, भानु प्रताप यादव, दयानंद प्रसाद, देवी प्रसाद पाल, गुलाब चंद्र व जयनाथ यादव के नाम पर विचार किया जाएगा। इसके साथ अंजू लता, राजेश कुमार सिंह, राम सुरेश वर्मा, रणविजय सिंह, विधान जायसवाल, विनोद कुमार गौर व शैलेंद्र कुमार भाटिया के नाम पर विचार किया जाएगा। माना जा रहा है कि वरिष्ठता के आधार पर वरीयता क्रम से ऊपर वालों के नामों पर विचार-विमर्श के बाद सहमति बन सकती है। हालांकि, जिनके खिलाफ जांच चल रही है, उनके नाम बाहर किए जाने की पूरी संभावना है।
*संयुक्त शोध प्रवेश परीक्षा के 27 विषयों के रिजल्ट जारी*
प्रयागराज, कार्यालय संवाददाता।इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने संयुक्त शोध प्रवेश परीक्षा (क्रेट-2024) के 27 विषयों के रिजल्ट मंगलवार को घोषित कर दिए हैं। 16 विषयों के परिणाम विश्वविद्यालय के अलगे सप्ताह जारी करेगा। जिन विषयों के रिजल्ट जारी किए गए हैं वह इसी माह विभाग को भेज दिए जाएंगे। लेवल टू के लिए चयनित छात्र दो दिसंबर से विभाग में सम्पर्क करें। अभ्यर्थी अपने परिणाम, स्कोर कार्ड विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट https//aupravesh2024.cbtexam.in/ से देख और डाउनलोड कर सकेंगे।इलाहाबाद विश्वविद्यालय और संघटक महाविद्यालयों में 43 विषयों की 1219 सीटों (विश्वविद्यालय के विभागों केंद्रों में 770 और संघटक महाविद्यालयों में 449 सीटों) पर प्रवेश के लिए क्रेट-लेवल वन आयोजन 22 सितंबर को हुआ था। इसमें 7424 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। मंगलवार को जिन 27 विषयों के परिणाम घोषित हुए हैं उनमें कृषि वनस्पति विज्ञान, मानव विज्ञान, वायुमंडलीय और महासागर विज्ञान, व्यवहारिक और संज्ञानात्मक विज्ञान, जैव रसायन, जैव सूचना विज्ञान, जैव प्रौद्योगिकी, रसायन विज्ञान, ग्रामीण प्रौद्योगिकी में डिजाइन और नवाचार, विकास अध्ययन, पृथ्वी और ग्रह विज्ञान शामिल हैं। इसके अलावा शिक्षा, पर्यावरण विज्ञान, खाद्य प्रौद्योगिकी, विधि, सामग्री विज्ञान, गणित, संगीत और प्रदर्शन कला, दर्शनशास्त्रत्त्, शारीरिक शिक्षा, संस्कृत, सांख्यिकी, रंगमंच और फिल्म तथा जंतु विज्ञान शामिल है।प्रवेश प्रकोष्ठ के निदेशक प्रो. जेके पति मुताबिक क्रेट- लेवल वन में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को संबंधित विभागों/केंद्रों की ओर से आयोजित लेवल-टू प्रक्रिया में शामिल होना होगा। चयनित अभ्यर्थियों की पात्रता संबंधित विभागों की ओर से दस्तावेज़ों की जांच और सत्यापन के बाद तय की जाएगी। लेवल-टू परीक्षा संबंधित विभागों या केंद्रों की ओर से अलग-अलग आयोजित की जाएगी।
*शिक्षामित्रों का मानदेय बढ़ाने के लिए वित्त विभाग को भेजी रिपोर्ट*
प्रयागराज। इलाहाबाद हाईकोर्ट में शिक्षामित्रों को सम्मानजनक गुजारा भत्ता न देने संबंधी मामले में दाखिल अवमानना याचिका पर राज्य के वकील ने पत्र के माध्यम से पक्ष रखा। कहा, करीब एक लाख 50 हजार शिक्षामित्रों के मानदेय वृद्धि का मामला है। अत्यधिक वित्तीय बोझ है। इसलिए वित्त विभाग को सहमति के लिए रिपोर्ट भेजी गई है।न्यायमूर्ति पीयूष अग्रवाल की अदालत वाराणसी के विवेकानंद की अवमानना याचिका पर सुनवाई कर रही है। याची के अधिवक्ता सत्येंद्र चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि 2023 में शिक्षामित्रों को समान कार्य के समान वेतन की मांग करते हुए एक याचिका दाखिल की गई थी। उस पर न्यायालय ने कहा था कि शिक्षामित्रों को भुगतान की जाने वाली मानदेय राशि न्यूनतम है। इसके लिए राज्य एक समिति गठित करे। वित्तीय इंडेक्स के अनुसार जीवन जीने के लिए एक सम्मान जनक मानदेय निर्धारित किया जाए। इस आदेश का पालन नहीं करने पर अवमानना याचिका दाखिल की गई है। अगली सुनवाई 18 दिसंबर को होगी। संवाद
*कक्षा छह के छात्र नहीं लिख पाए गुड आफ्टरनून, प्रधानाध्यापक निलंबित*
उन्नाव। बाजीखेड़ा कंपोजिट स्कूल का बीएसए ने औचक निरीक्षण किया। प्रधान शिक्षक सहित अन्य पांच शिक्षक व शिक्षामित्र समय पर स्कूल नहीं पहुंचे थे। जांच में पता चला कि प्रधान शिक्षक अक्सर गायब रहते हैं। उनके हस्ताक्षर शिक्षामित्र बनाते हैं।पढ़ाई की गुणवत्ता जांची तो कक्षा छह के छात्र, अंग्रेजी में गुड आफ्टरनून नहीं लिख पाए। बीएसए ने प्रधान शिक्षक को निलंबित कर दिया। पांच सहायक शिक्षक और शिक्षामित्र को प्रतिकूल प्रविष्टि देते हुए जवाब तलब किया है।