
पुलिस कप्तान की मौजूदगी में धरना के आड़ में विधायक पर जानलेवा हमला गाड़ी तोड़फोड़ आखिर युवा संगठन का क्या है मकसद
आखिर भीम युवा संगठन के नाम पर यह हमलावर कौन प्रदर्शन के आड़ में क्या करना चाहते थे बिधायक पर क्या होगी कार्यवाही या फिर मामला हो जाएगा दफन
हमले से आक्रोशित भाजपाइयों ने बीते दिन सलोन एसडीएम अभिषेक वर्मा को राज्यपाल महामहीम के नाम सौपा ज्ञापन की कार्यवाही की मांग
शिव शंकर वर्मा
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नसीराबाद रायबरेली/पिछ्वरीय गांव में बीते तीन दिन पहले बहुचर्चित गोलीकांड से मृतक अर्जुन पासी के मामले में जानकारी होने पर सत्ताधारी पक्ष के विधायक अशोक कुमार कोरी पीड़ित के घर पहुंच कर उनकी हर संभव मदद के लिए जाने के लिए पहुंचते कि गांव के मोड़ पर उनकी गाड़ी को रास्ते में ही रोक लिया और रोड जाम किए धरने के आड़ में बैठे भीम युवा संगठन के बाहरी लोगों ने जानलेवा हमला कर दिया गाड़ी का शीशा तोड़ दिया और अबशब्द भी कहे गए यहां तक की मौके से भाग जाने को भी कह दिया गया हालांकि यह सब मृतक के परिजन और गांव वालों ने नहीं कहां लेकिन रोड जाम किए भीड़ की आड़ में बाहर से आए धरना प्रदर्शन कर रहे भीम युवा संगठन के लोगों ने किया सत्ताधारी बिधायक पर यह घिनौना हरकत करने पर पूरे सलोन तहसील जिला और अन्य जिलों तक के लोग भारी निंदा कर रहे है लोग सोशल मीडिया पर तरह-तरह की चर्चाएं करते हुए पोस्ट करते हुए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे है आखिर सत्ता पक्ष विधायक पर ऐसे हमले क्यों जबकि क्षेत्र वासियों के मतों से ही जीत हासिल करने वाले सत्ताधारी पक्ष के नेता सभी के दुख सुख में क्यों नहीं जाएंगे लोग लिख रहे हैं कि भाजपा के विधायक पर ऐसा हमला बर्दाश्त के बाहर है आखिर ऐसा हमला क्यों इसके पीछे आखिर कौन-कौन है क्या हो सकती है वजह और क्या है राज सबसे बड़ा सवाल यह है कि जो भी विधायक पर यह मामला हुआ वह पुलिस फोर्स और राजस्व विभाग की मौजूदगी में हुआ विडंबना की बात तो यह है कि जिले के पुलिस कप्तान के सामने यह वारदात हुई पुलिस कप्तान की ऐसी क्या मजबूरी रही की हमलावरों की गिरफ्तारी तक नहीं कराई गई और तमाशा देखते रहे दरसल मे मामला यह है नसीराबाद थाना क्षेत्र के बीते दिन पिछवारिया गांव में अर्जुन पासी की गोली मारकर हत्या कर दी गई बताया जाता है की गुड़िया के त्योहार पर अर्जुन पासी ने एक ठाकुर के बेटे और दो यादव के बेटों के साथ मारपीट कर ली थी जिसकी वजह से दोबारा कहा सुनी हुई और अर्जुन पासी को गोली मार दी गई लेकिन यहां भी यह सवाल उठता है की अर्जुन पासी के सीने में एक गोली लगी जो सीना चीर कर पार हो गई और मौत हो गई मुकदमा 12 लोगों को लिखाया गया अब ऐसी स्थिति में यह भी सवाल उठना लाजिमी है कि एक तमंचा से गोली मारी गई तो भला क्या एक तमंचा को 12 लोग पकड़ कर कैसे चला सकते हैं बाहर से आई यह भीम युवा संगठन के लोग साजिश षड्यंत्र करके 12 लोगों पर मुकदमा लिखवा दिया जबकि दोषी चंद ही लोग हैं और सलोन सर्किल का माहौल खराब करने पर लग गए पूरा मकसद था कि सलोन मे बीजेपी का एमएलए है और बीजेपी की सरकार है जिसे बदनाम करने का पूरा मक़सद था जबकि पुलिस प्रशासन कई लोगों को पहले से ही गिरफ्तार करके कार्रवाई कर चुकी थी लेकिन भीम युवा संगठन के लोग पीड़ित परिवारों को अपने बहकावे में लेकर पूरा क्षेत्र का माहौल खराब करने के लिए जिद पर अंडे रहे और रोड जाम कर दिया लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा दो एंबुलेंस फंसी रही सूत्रों की माने तो अर्जुन पासी की तरफ से ही विवाद की शुरुआत किया गया था अर्जुन पासी बिवादित युवक था मार पीट उसका पेसा था जिसका अंजाम अर्जुन पासी को अपनी मौत से चुकानी पड़ी जिसे गोली मार दी गई यह सारी बात जब सलोन के वर्तमान सत्ताधारी भाजपा विधायक अशोक कुमार कोरी को पता चली तो लखनऊ से भागते हुए सीधा गांव पिछ्वरिया पीड़ित के घर पहुंचने की कोशिश की जैसे बिधायक मृतक के गांव के मोड़ पर पहुंचे कि रोड जाम था और उन्हें रास्ते में ही भीम युवा संगठन के लोगों ने रोक लिया और विधायक पर जानलेवा हमला करते हुए उनकी गाड़ी के शीशे फोड़ दिए और अपशब्द कहे गए मौके से भाग जाने को बोला गया जबकि मृतक के घर बिधायक संतावना देने जा रहे थे हर संभव मदद करते तो किस लिए रोड जाम करने वाले संगठन विधायक पर जानलेवा हमला जैसी वारदात को भला क्यों अंजाम दै दिया सलोन में करीब 12 लाख से ज्यादा वोटर हैं और इन्ही लोगों से मत पाकर अशोक कुमार सत्ता पक्ष में पहली बार बिधायक का पद पाया और वह भी पिता के गुजरने के बाद पहले ही चुनाव में जीत हासिल की शायद यही बात अब कांग्रेस और सपा के लोगों को रास नहीं आ रही इसीलिए विधायक को टारगेट करने में लग गए हैं कि भाजपा सांसद की कुर्सी गई है अब किसी भी तरह सलोन से भाजपा विधायक की भी कुर्सी छीन लिया जाए यह पूरा मामला एक राजनीतिक षड्यंत्र रच कर संगठन के रूप में आए सपा और कांग्रेस के लोगों ने विधायक पर जानलेवा हमला किया अपशब्द बोले और गाड़ी का शीशा तोड़ा गया और मौके से भाग जाने को कहां गया और यह सब कुछ जिले के पुलिस कप्तान की मौजूदगी में हुआ जो तमाशा देखते रहे हमला करने वालों की गिरफ्तारी तक नहीं कारवाई उधर विधायक पर हमले की खबर को सुनकर पूरे भाजपाइयों में गुस्से का उबाल है और बीते दिन सलोन एसडीएम अभिषेक वर्मा को महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन देखकर पूरे मामले की जांच सरकार कार्रवाई की मांग की है सोशल मीडिया पर भी तरह-तरह के लोग चर्चाएं करते हुए कठोर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं अब देखना है कि पुलिस ईस पर क्या एक्शन लेती है राज फास का खुलासा करते हुए विधायक पर करने वाले हमलावरों को गिरफ्तार करती है या फिर मामले को ठंडे बस्ते में डाल देती हैं
ईनसेट
क्या कहना है मामले में भाजपा विधायक और उनके परिजनों का
नसीराबाद रायबरेली/वही मामले में विधायक और उनके परिजनों का कहना है कि माननीय मुख्यमंत्री जी से मिलकर पूरी बात बता दी गई और पत्र दिया गया है माननीय मुख्यमंत्री जी की तरफ से कार्यवाही का पूरा भरोसा दिलाया है
इनसेट
जो जरा उत्तर प्रदेश पुलिस के मुखिया महानिदेशक की भी जरा सुनते हैं