
धाय मां बन कन्यादान किया ………..
जाको राखे साइयां मार सके ना कोई.आज हकीकत में सार्थक हुआ. सम्माननीय माधुरी बरनवाल (बरनवाल महिला सेवा समिति नवादा की अध्यक्षा ) ने इसे सार्थक किया. तनु जो अपने माता पिता ननिहाल, ददिहाल, तथा अपने पति बिनोद संग पूरा ससूराल परिवार से प्रताड़ित हुई और घर से भी मार खा कर निष्कासित की गई, अंततः, माधुरी जी ने नि़संकोच, निर्भय हो, उसे अपनी पुत्री समान उसकी दुसरी शादी की जिम्मेदारी निभाई. जिसमें समिति की पदाधिकारी रेखा रानी, सावित्री बरनवाल तथा अन्य कार्य का रिणी ने अपना अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया और यथा संभव कपड़ा जेवर बरतन आदि से सुशोभित कर उसकी दुसरी शादी हर्षोल्लास के साथ संपन्न किया गया.
आज, मैं एक छोटी सी जिम्मेदारी निभा कर खुद को गौरान्वित महसूस कर रही हूँ. यूँ तो कहने को छोटी – सी जिम्मेदारी है लेकिन उस बच्ची से पुछो जो माता पिता, ननिहाल ददिहाल सभी से निराश हो कर ससुराल में पति की बेवफाई और ससुराल वालों की प्रताड़ना को झेलते हुए बेसहारा हो गयी अंत में उसने मुझे अपनी तकलीफ सुनाई जिससे द्रवित हो मैंने अपनी बेटी मान अपना नारी धर्म निभाते हुए बिना किसी संकोच या भय के उसकी दुसरी शादी करने की जिम्मेदारी ली और कई परेशानियों का सामना करते हुए अपनी उस धर्म की बेटी तनु की शादी हर्षोल्लास से आज संपन्न कर खुद को गौरान्वित महसूस कर रही हूँ इस जिम्मेदारी को पूर्ण करने में हमारी समिति (बरनवाल महिला सेवा समिति नवादा ) की अन्य पदाधिकारी रेखा रानी, सावित्री बरनवाल तथा अन्य सभी कार्यकारिणी सदस्यों ने बढ़ चढ़ कर अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया अंत में मैं बस इतना ही कामना करती हूँ कि तनु तुम हमेशा खुश रहो और अपनी नई गृहस्थी में हर सुख प्राप्त करो जिसकी तुम हकदार हो