
धोखा,,,,,,
अंजलि गांव के माहौल में पली बढ़ी एक साधारण परिवार की लड़की,,
अपने बड़े सपनों को लेकर नये शहर में पढ़ने आई थी,
शहर नया,
माहौल नया, लोग नए, पहनावा नया,,,
इन सब में खुद को ढालती वह अपने पढ़ाई में लगी रहती थी,
उसने कालेज के पास ही एक गर्ल्स हॉस्टल में रूम भी ले रखा था,,
रूम से कालेज और कालेज से रूम,,,
इसके अलावा कहीं आना जाना भी नहीं था
उसका,,, पर कुछ दिनों से वो ये देख रही थी कि एक लड़का उसके कालेज के बाहर रोज आकर खड़ा रहता था,
ना किसी से कुछ बोलता था,,
ना किसी से मिलता था,,
वो बस कालेज के गेट के सामने अपनी बाइक पर बैठा रहता,,
और सबके चले जाने के बाद वहां से चुपचाप चला जाता,,
अंजलि रोज उसे देखती और अपने रूम की तरफ चली जाती,
देखने में वह लड़का बहुत ही स्मार्ट लगता था,,
उसकी गाड़ी और कपड़ों से वो किसी अमीर घर का लड़का दिखता था,,
अंजलि उसे रोज देखती और सोचती थी कि ये कौन है ?
और यहां रोज क्या करने आता है ?
कोई इससे मिलता क्यों नहीं है ?
और ये चुपचाप चला भी जाता है,,
पता नहीं क्या समस्या है,,
गांव में पली भोली लड़की को ये कुछ समझ नहीं आता था,
एक दिन वो छुट्टी के बाद कालेज से निकली और उसने उस लड़के को खड़ा देखा,
तो वो उस लड़के के पास गई और पूछा की तुम कौन हो ?
और रोज यहां क्या करने आते हो ?
तो उस लड़के ने बताया की, उसका नाम “समीर” है, और यहां उसकी गर्लफ्रेंड पढ़ती थी, जो कुछ दिन पहले ही मर चुकी है,,
पर वो उसको भुला नहीं पा रहा है, वो रोज उसको यहां से ही लेकर जाता था,,
तो वो बस उसकी याद में रोज यहां छुट्टी के वक्त आकर खड़ा रहता है और गेट कि तरफ देखता रहता है कि शायद वो किसी दिन मुझे बाहर आती हुई दिखेगी
😭😭 इतना कहते हुए इस लड़के की आंखों में पानी आ गया,,
और उसे रोता देख अंजलि की आंखें भी नम हो गई,, और बातें करते करते दोनों को शाम हो गई,, और दोनों में दोस्ती भी हो गई,,,
अब वो रोज छुट्टी के वक्त कालेज के बाहर आता, और अंजलि उससे मिलती,,
देखते – देखते दोनों में प्यार ❤️हो गया,,
और “समीर” उसे कई बार अपनी गाड़ी से उसके रूम तक छोड़ भी देता,,
कई दिन ऐसे ही बीत गए,
फिर एक दिन “समीर” ने उसे बताया कि 3 दिन बाद उसका जन्मदिन है,,,
और वो अपना जन्मदिन सिर्फ अंजलि के साथ ही मनाना चाहता है,,
ये सुनकर अंजलि बहुत खुश हुई,
और उसने कहा की, बोलो क्या चाहिए तुमको जन्मदिन पर ?
तो “समीर” बोला की उसको जो चाहिए वो सही वक्त पर मांग लेगा,,
फिलहाल तुम इतना करना की उस दिन कालेज की छुट्टी कर लेना,
और हम शहर के बाहर,
बाइक से घूमने जाएंगे और पूरा दिन साथ बिताएंगे,, अंजलि मान गई,,
जन्मदिन वाले दिन अच्छे से तैयार हो कर “समीर” से मिलने पहुंची और दोनों बाइक पर शहर से दूर आ गए,, “समीर” ने सड़क के पास एक होटल देखकर,,
गाड़ी वहां लगाई और एक रूम बुक किया,,
दोनों रूम में आ गए,,
फिर ‘समीर” ने केक और जूस मंगवाया,
दोनों ने मिलकर केक काटा और जूस पिया,,
दोनों बहुत खुश थे,, फिर “समीर” ने अंजलि को कहा की उसको अपना गिफ्ट चाहिए,, तो अंजलि बोली, हां,, बोलो क्या चाहिए तुमको ?
तो “समीर” बोला कि मुझे सिर्फ तुम चाहिए और कुछ नहीं,, और उसको बाहों में लेकर चूमने लगा,, पर अंजलि ने उसको रोक दिया,, क्योंकि उसके गांव के संस्कार उसको इसकी इजाजत नहीं देते थे,, पर “समीर” फिर भी उसको चूमता रहा, और अचानक अंजलि को बेहोशी छाने लगी,, शायद उसके जूस में कुछ मिला हुआ था,, वो अब कुछ नहीं कर सकती थी,, उसे महसूस तो सब कुछ हो रहा था,जो “समीर” उसके साथ कर रहा था पर बेहोशी के कारण वो उसका विरोध भी नहीं कर पा रही थी,,
“समीर”अपना काम कर चुका था,,
और कुछ घंटों बाद जब अंजलि वापस अपने पूरे होश में आई तो उसको समझ आया कि उसके बदन पर एक भी कपड़ा नहीं है और उसकी इज्जत लुट चुकी है,,
और पास ही “समीर” बैठा हंस रहा था,,
अंजलि उसे कुछ बोल पाती,
उससे पहले “समीर” बोला आ गई होश में ?
तो अंजलि नजरें नीची करके पलंग से उठने लगी,,,
तो “समीर” वापस बोला,,
अरे – अरे,, उठो मत,, बैठी रहो,, मैं थोड़ी देर में वापस आता हूं,,
और वो कमरे के बाहर चला गया,,
थोड़ी ही देर में “समीर” वापस कमरे में आया,, पर इस बार उसके साथ एक आदमी और कमरे में आया,,
वो इस होटल का मैनेजर था,,
और इस रूम में उसने पहले से ही एक कैमरा लगा रखा था,
जिसमें अंजलि और “समीर” का पूरा विडियो रिकॉर्ड हो चुका था,,
उस आदमी ने विडियो अंजलि को दिखाया और धमकी दी कि जैसा वो बोले उसको वैसा ही करना होगा,,
वर्ना ये विडियो पूरी दुनिया देखेगी,,
उसके बाद उस मैनेजर और “समीर” ने मिलकर वापस अंजलि का रेप किया,,
पर इस बार अंजलि पूरी तरह से होश में थी और रोने के सिवा कुछ न कर पाई,,
कई घंटों के रेप के बाद जब दोनों का दिल भर गया
तो मैनेजर ने रूम से जाते – जाते
“समीर”
की तरफ देखते हुए कहा,,
“सोहेल भाई”
इस बार तो मजा ही आ गया,,
बिल्कुल कच्ची कली फंसाकर लाए हो,,
अब तो कई महीनों की ऐश है हमारी,,
इस कली का सारा रस जब तक न पी लें इसको बार – बार यहां लाते रहना,,
“सोहेल भी मुस्कुराया”
और मैनेजर को बोला,
“हां – हां तुम जब बोलो इसको लेकर हाजिर हो जाऊंगा,,
आखिर अब भागकर ये जाएगी भी कहां,,
अगर गई तो इसकी विडियो तो हमारे पास ही है ना,,
अंजलि बस नम आंखों से “सोहेल” को देखती रह गई,,
उसे धोखा तो मिल ही चुका था,, प्यार में भी और नाम में भी,,
और अब अंजलि के सामने सिर्फ दो ही रास्ते बचे थे,,
या तो दोनों की बात मानकर जब वो बुलवाए तब आकर अपनी इज्जत लुटवाए या अपनी जान दे दे,,🙏🏻🙏🏻
मेरा सभी लड़कियों ( बेटियों ) से निवेदन है कि दोस्ती और प्यार बहुत सोच समझकर करें,,
क्योंकि भूखे भेड़िए आपको शिकार बनाने को तैयार बैठे हैं,🙏🏻🙏🏻