
गोरखपुर के पंचायतों के विकास में यूट्यूबर व पोर्टल के फर्जी पत्रकार बने बाधक प्रधान संघ ने जताया विरोध…
मुख्यमंत्री के गृहजनपद में राष्ट्रीय, क्षेत्रीय अखबार व प्रमाणित पत्रकारों को ठेंगा दिखाते हुए, पोर्टल, सॉफ्टवेयर व यूट्यूब के सहारे अपने रोजी रोटी के लिए ग्राम पंचायत के सम्मानित प्रधानों से धन उगाही पे उतारू है।
जनपद गोरखपुर के खजनी विकासखंड के बसडिला, अहिरौली प्रधान प्रदीप शर्मा व श्रवण निषाद से खजनी कस्बे में भेट कर रामप्रताप राव व लालबहादुर पांडेय ने 5000-5000 रुपए कि मांग किया ना देने पर जांच करवाने कि धमकी देते हुए, गलत व फर्जी प्रलाप के साथ फर्जी आरोप लगाते हुए, सॉफ्टवेयर व पोर्टल पे खबर के माध्यम सें प्रधानो को सहमाने का प्रयास किया।
जिसका ब्लॉक प्रधान संघ, जिला प्रधान संघ के साथ प्रदेश के प्रधान संघ ने आपत्ति व विरोध दर्ज कराते हुए, खजनी थाने में प्राथमिकी दी है।
इस तरह के यूट्यूब व पोर्टल के तथाकथित फर्जी पत्रकार बन, पत्रकारिता व अखबार के पत्रकारों को धूमिल करने का प्रयास किया,
जिस पर प्रेस क्लब गोरखपुर के अध्यक्ष श्री मारकंडे जी ने नाराजगी प्रकट करते हुए,
एफआईआर कराने कि बात कि है।
आजकल यूट्यूबर व एम एस एम ई के द्वारा पत्रकारीता का ढोंग रचाने वालों की तादात बहुत हो गई है, यूट्यूबर व एम एस एम ई के मालिक अपने को खुद ही सम्पादक मानकर और लम्बी लम्बी रकम लेकर प्रेस का परिचय पत्र जारी कर दे रहे हैं, सामने वाला तीन पढ़ा हो या तेरह कोई मतलब नहीं है, सामने वाले को बोलने आता है या नहीं उससे मतलब नहीं है, उसको पत्रकारीता की कुछ भी जानकारी है या नहीं है इस से सम्पादक बन बैठे व्यक्ति को कोई मतलब नहीं है रुपया लेकर प्रेस आईडी जारी कर देना है व आई डी पर नियम व शर्तें लागू लिखवा देना है जिससे उनकी जिम्मेदारी समाप्त हो जा रही है
भारत सरकार को भी इस संदर्भ में कोई ना कोई नियम बनाना चाहीए
देखिए ऐसी घटनाएं होने के बाद सरकार कितना जागती है