
वेलेंटाइन स्पेशल स्टोरी
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इसी 6 फरवरी को गोरखपुर के सेशन कोर्ट ने “मो. खुशनूर ऊर्फ शेरू”, और “लकी उर्फ़ आलिया” को आजीवन कारावास (मृत्यु तक) की सजा सुनाई…..
सन 2005,
स्थान घोष कम्पनी मियां बाजार गोरखपुर
जो पाठक नहीं जानते हैं उन्हें बता दें कि घोष कम्पनी मियां बाजार गोरखपुर का हाट लैंड है, यानी मेन बाजार
इसी मियां बाजार में दुर्गेश गुप्ता रहते थे, जिनकी पत्नी का नाम अमृता गुप्ता, एक बेटी लकी गुप्ता उम्र 20 साल, बेटा यश गुप्ता उम्र 6 साल थी यह एक प्रतिष्ठित ब्यापारी थे मियां बाजार में दुर्गेश गुप्ता के तीन प्रतिष्ठान थे
1-लकी इलेक्ट्रनिक,
2-लकी मिर्च मसाला रेस्टोरेन्ट,
3- लकी हास्पिटल
धन दौलत, रूतबा, मान सम्मान सब कुछ से भरा पूरा परिवार था गुप्ता जी का दुर्गेश गुप्ता अपनी बेटी लकी गुप्ता को बहुत चाहते थे, उसकी हर ख्वाईश आंख मूंद कर पूरी करते थे लेकिन खुशी को ग्रहण लग गया 2006 में उसी मोहल्ले में रहने वाले एक ड्राइवर मो.खुशनूर ऊर्फ शेरू उम्र 25 साल की नजर लकी पर पड़ी,
उसने लकी को अपने प्रेम जाल में फांस लिया और लकी को लेकर फरार हो गया।
दुर्गेश गुप्ता ने बहुत खोजा लेकिन निराशा हाथ लगी और कुछ दिन बाद में पता चला कि उसने लकी का धर्म परिवर्तन कराकर उसे लकी से आलिया बना दिया और उसके साथ निकाह भी कर लिया और वही उसी मुहल्ले में आकर रहने लगा….!
सम्मानित दुर्गेश गुप्ता इस घटना के बाद अवसाद में चले गए वह घर से ब
बाहर नहीं निकलते, किसी से आंख तक मिलाने की उनकी हिम्मत नहीं होती थी, वह घर से निकलते ही नहीं थे, ब्यापार भी उनकी पत्नी अमृता और नौकर ही देख रहे थे
आखिर उन्होंने 2007 में एक दिन उन्होने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से खुद को गोली मार लिया, गोली सटीक निशाने पर नहीं लगी,
उनको हास्पिटल ले जाया गया
बहुत ही लम्बे इलाज और लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी 2010 में दुर्गेश गुप्ता की मृत्यु हो गई
पिता की मृत्यु के बाद लकी ऊर्फ आलिया माता के रोने धोने और अपने पिता के श्राद्ध तक रही
कुछ दिन बाद बाद वह अपने माता अमृता को मना कर अपने पति “मो. खुशनूर उर्फ शेरू” के साथ अपने माँ के घर आ गयी और मां के साथ ही रहने लगी
माता ने भी नियति का खेल मान कर उसे अपने घर में रख लिया….!
कुछ दिनो बाद ही इन दोनों ने अपना असली रुप दिखा कर लकी और शेरू अमृता गुप्ता के उपर दुकान के साथ संम्पूर्ण जायदाद उसके नाम लिखने के लिए दबाव डालने लगे लेकिन अमृता ने संम्पूर्ण जायदाद लिखने से साफ इनकार कर दिया इससे यह दोनों चिड़ गए….!
उसके बाद मो. खुशनूर उर्फ शेरू ने अपनी सास अमृता गुप्ता का बलात्कार लकी ऊर्फ आलिया के सामने ही किया
इस कुकृत्य में लकी ने भी शेरू का पूरा साथ दिया
शेरू सिर्फ यही नहीं रूका, उसने अपने दोस्तों को भी बुलाकर अमृता गुप्ता का बलात्कार कराया और बिडियो बनवाया
लोक लाज से कुछ दिन अमृता गुप्ता चुप रही पर जब दर्द असहनीय हो गया तो उन्होने दामाद मो. खुशनूर उर्फ शेरू, बेटी लकी ऊर्फ आलिया और शेरू के अज्ञात दोस्तों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया और सारा बृतांत बयान पुलिस के सामने कर दिया
लेकिन समाजवादी शासन और पुलिस जांच करने लगी इसके पहले कि पुलिस गिरफ्तार कर के कार्यवाही करती, शेरू ने अपनी सास अमृता गुप्ता को गोली मार कर उनकी हत्या कर दिया!
पूलिस ने अमृता गुप्ता के बलात्कार और हत्या के जुर्म में मो. खुशनूर उर्फ शेरू और लकी उर्फ आलिया को गिरफ्तार कर लिया और केस चलता रहा तारीख पर तारीख पड़ता रहा और लगभग 12 वर्ष बाद ही इसमें फैसला आया और इन दोनों को आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई गई है वह दोनों जेल गए हैं लेकिन इन दोनों से एक तीसरा भी आ गया है…..
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(यही आजकल का सच्चा प्रेम है)