🎯 *बस्ती/ यूपी: गंभीर आरोप के जवाब से बच रहे डॉक्टर आर.के पासवान,
आरोपी डॉक्टर पर कार्यवाही ना होना बता रहा जिम्मेदारों से सांठ गांठ!
♟️डॉक्टर पासवान की शिकायत पर विभाग मौन.
♟️पीड़ित मरीज साक्ष्यो के साथ बयान को तैयार.
♟️डॉक्टर पासवान की सीएमओ से लिखित शिकायत के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं.
♟️डॉक्टर राजेश कुमार पासवान पर कार्यवाही को लेकर हो रही देरी से उठ रहा स्वास्थ्य विभाग पर सवाल.
♟️डॉक्टर राजेश कुमार पासवान पर व्यवसायिक कदाचार के गंभीर आरोप.
♟️डॉक्टर आर.के पासवान पर धन कमाने की लालसा में मरीजों के साथ फर्जीवाड़ा का गंभीर आरोप.
♟️जनपद में 20 वर्षो से सरकारी डॉक्टर के तौर पर तैनात है डॉ पासवान.
♟️दूसरे नर्सिंगहोमो के डॉक्टरों से सेटिंग कर मरीजों की जिंदगी से खेलने का आरोप.
♟️आपराधिक व्यवसायी आपराधिक कृत्य से डॉक्टरी पेशे के साथ विश्वसनीयता पर गंभीर आघात पहुँचा रहे डॉक्टर आर.के पासवान!.
♟️सरकारी डॉक्टर होने के बावजूद धन कमाने के लिए कई नर्सिंग होम पर अल्ट्रासाउंड जांच करते है डॉक्टर पासवान.
♟️व्यावसायिक कदाचार के जरिये डॉक्टर आर.के पासवान ने बनाई है अकूत संपत्ति, हो जाँच.
♟️डॉक्टर आर.के पासवान अल्ट्रासाउंड में गलत रिपोर्टिंग कर भेजते है सेटिंग वाले प्राइवेट अस्पतालों पर.
♟️फर्जी ऑपरेशनों के जरिये बीमारों, गरीबों को लूटने का चला रहे खेल.
♟️ऊँची पहुँच रखने वाले डॉक्टर राजेश पासवान के कुकृत्यों की शिकायत करने से डरते रहे है पीड़ित मरीज.
♟️अधिवक्ता अशोक कुमार ओझा ने की है पहली शिकायत.
♟️जिसके बाद शिकायतों का लगेगा मजमा!.
♟️डॉक्टर पासवान से पीड़ित मरीजों का कहना हैकि बस्ती से न्याय मिलता है तो ठीक नहीं तो जाएंगे योगी जी के पास, वहाँ पर भी अगर मामले को गंभीरता से नहीं देखा गया तो जाएंगे न्यायालय की शरण में.
*🔊एक ताजा मामलें में सेटिंग:
♟️केयर डाइग्नोस्टिक सेंटर पर अल्ट्रासाउंड कराने गए मरीज के गालब्लैडर में डॉक्टर पासवान ने बताया था पथरी.
♟️वहीं तत्काल नवयुग मेडिकल सेंटर पर डॉक्टर अभिजात से जल्द ऑपरेशन कराने की दी सलाह.
♟️21 हजार रुपए में तय हुआ पथरी का ऑपरेशन.
♟️चिंतनकर पीड़ित पहुँचा पीजीआई लखनऊ, जहाँ खुली डॉक्टर आरके पासवान की पोल.
♟️पीजीआई में पीड़ित की हुई जाँच में नहीं निकला गॉलब्लेडर में कोई पथरी.
♟️धनादोहन के रचे षड्यंत्र में खुली डॉक्टरों के सांठगांठ की पोल.
♟️डॉक्टर आरके पासवान को पीड़ित भेज चुके है एक लीगल नोटिस.
♟️आज फिर डॉक्टर पासवान पर कार्यवाही के लिए सीएमओ को दिया है प्रार्थना पत्र.
♟️पीड़ित अशोक कुमार ओझा पेशे से है अधिवक्ता.
♟️पीड़ित का कहना हैकि इस तरह से डॉक्टर धन कमाने के लिए करेंगें तो ऐसे डॉक्टरों पर कठोर से कठोर कार्यवाही होनी चाहिए.
♟️पोल खुलने के बाद भी ऐसे डॉक्टर पर ठोस कार्यवाही नहीं हुई तो यह समाज के लिए, समाज के साथ बड़ा धोखा होगा. np
♟️ऐसे डॉक्टरों की डिग्री रद्दकर इनकी अवैध रूप से कमाई गई संपत्तियों की जांच भी होनी चाहिए-
अधिवक्ता अशोक कुमार ओझा.

