भारतीय जन औषधि केंद्र कि तरफ से मरीजों को दलालो से मिला छुटकारा
महराजगंज, अब तक मरीज सरकारी अस्पतालो मे भीं डाक्टर दलालो के इशारे पर चलते नजर आ रहे थे। लगभग 80%सरकारी डाक्टर जनपद मे जिला अस्पताल के नजदीक ही अपना प्राइवेट अस्पतालों मे मस्त रहकर मालामाल बनने के चक्कर मे है। जबकि देश स्वास्थ्य, शिक्षा और सुरक्षा पर ही आधारित होता है। जिस देश कि स्वास्थ, शिक्षा व सुरक्षा खराब होती है तो उस देश कि हालात रसातल कि तरफ चला जाता है। जनपद मे ड्रग इंस्पेक्टर कि छपामारी से नक्काले भाग खड़े है। लेकिन वहीं सरकारी डाक्टर अपनी निजी नर्सिंग होम चला रहे है जिसपर किसी कि नजर नहीं पड़ती है। जिला अस्पताल मे प्रशव कक्ष को ले लिया जाय तो देखने को मिला कि ज्यादातर मरीजों से धनादोहन करने के लिए गर्भवती महिलाओ को प्राइवेट अस्पताल भेजा जाता है।जिला अस्पताल मे सरकार मरीजों के लिए भारतीय जन औषधी केंद्र कि व्यवस्था किया जिससे मरीजों को महंगी दवा लेने से मुक्ति मिल सके। इसके वावजूद भीं डाक्टर अपने पाल्य दलाल से अपने जेब गरम करने मे लगे हुए है। जिले मे संबिदा पर रक्खी गई महिला प्रसव चिकित्सिका अपनी निजी प्रसव केंद्र खोलकर 20.000से 30.000 तक लेकर प्रसव कराने मे मस्त है। इस तरह अंधेरगर्दी का पैसा लुटने मे भगवान से भीं डरते।जिन्हे स्वस्थ्य रक्षक कहाँ जाता है वे जिले पर बैठकर आला लगाकर स्वास्थ्य भक्षक बनकर मरीजों के जेब कि तरफ नजर गड़ाए बैठे रहते है।

