
सूर्योदय से पहले देशी शराब की भट्ठी पर आ धमकते शराबी,प्रशासन की नही पड़ती नजर
महराजगंज,सदर तहसील अंतर्गत शिकारपुर से दरौली मार्ग पर चल रही देशी शराब की दुकान पर आए दिन पियक्कड़ों से झगड़ा झँझट होते नजर आते रहते है।
इसका मुख्य कारण समय से पहले शराब की बिक्री की ही अहम भूमिका है।
अब सवाल है कि शराब भट्ठी खुलने से पहले कौन बेचता है शराब ,किसके द्वारा शराब मुहैया कराई जाती है।
रोजाना 5बजे सुबह से 9बजे सुबह में पियक्कड़ों का जमावड़ा होता रहा तो कभी भी भयंकर बवाल का घर हो सकता है।
सायं काल मे सड़क पर राहगीरों का चलना मुश्किल बनता जा रहा है।
जिस दिन शराब बंदी का बिगुल बजते ही शिकारपुर देशी शराब की भट्ठी पेटियों को बेचकर बगुला भगत बन जाता है।
आखिर इसपर किसका रहमोकरम है कि 24 घण्टे दरवाजा बंद कर खिड़की से बिक रहा शराब।कहि इसके बिक्रेता सुबह भट्ठी के झाडूपोछा लगाने वाले ही तो नहीहै।