सामाजिक कलंक या दरिंदगी? अविवाहित नाबालिग के नवजात की हत्या का प्रयास, अस्पताल में अफरा-तफरी
स्थानीय संवाददाता – कैलाश सिंह महाराजगंज
महराजगंज,जिला संयुक्त अस्पताल में गुरुवार की सुबह उस समय हड़कंप मच गया जब प्रसव के लिए लाई गई एक नाबालिग लड़की ने बच्चे को जन्म देने के कुछ ही देर बाद ही नवजात की हत्या का प्रयास सामने आया। कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली इस नाबालिग को सुबह अचानक प्रसव पीड़ा बढ़ने पर परिजन अस्पताल लेकर पहुंचे थे। डॉक्टरों ने समय रहते सुरक्षित प्रसव कराया और बच्चे को जन्म दिलाया, लेकिन कुछ ही मिनटों में परिस्थितियां भयावह रूप में बदल गईं।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार प्रसव के तुरंत बाद नाबालिग की मां नवजात को गोद में लेकर अस्पताल परिसर से बाहर निकली और सामने बह रही गंदी नाली के पास पहुंच गई। वहां उसने बच्चे को उल्टा करके नाली में डुबोने का प्रयास किया। यह दृश्य देखकर अस्पताल में मौजूद स्वास्थ्यकर्मी दौड़ पड़े और नवजात को बाहर निकालकर उसकी जान बचाई। गंभीर हालत में बच्चे को तुरंत SNCU में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि उसकी हालत नाजुक है।
उधर नाबालिग लड़की को भी अस्पताल के प्रसूति वार्ड में भर्ती कर उपचार शुरू कर दिया गया है। अस्पताल प्रशासन ने घटना की तुरंत जानकारी उच्चाधिकारियों और पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी महिला से पूछताछ शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में आशंका जताई जा रही है कि नाबालिग से हुई दरिंदगी और सामाजिक बदनामी के डर में परिजनों ने इस अमानवीय कदम की कोशिश की।
पुलिस ने नाबालिग का मेडिकल परीक्षण कराने के साथ ही उसके बयान दर्ज कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि यह नवजात हत्या का गंभीर प्रयास है और इसमें दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। लोगों ने इस बर्बर कृत्य की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि सामाजिक दबाव और कलंक के डर ने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है। समाजसेवियों ने नाबालिग को न्याय दिलाने और नवजात की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है।

