
हनुमान मंदिर भूमि विवाद, मुख्यमंत्री से मिली राज्यमंत्री, ज्वॉइंट मजिस्टेट व सीओ सिटी की भूमिका बताई संदिग्ध देवरिया में श्रीमनोकामना पूर्ण हनुमान मंदिर के समीप विवादित जमीन के मामले को लेकर बुधवार को राज्यमंत्री विजय लक्ष्मी गौतम ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की।
उन्होंने भूमि के जब्ती व गेट पर ताला लगा कर सील करने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट व सदर सीओ को भूमिका को संदिग्ध बताते हुए अपना पक्ष रखा।
राज्यमंत्री ने मुख्यमंत्री को बताया कि उनके पट्टीदारों की पुश्तैनी जमीन देवरिया खास में स्थित है।
जमीन के सहखातेदारों व पट्टीदारों के मध्य लंबे अर्से से मुकदमा चल रहा है।
कुछ दिन पूर्व कुछ संभांत लोगों के पहल पर संबंधित पक्षकारों के मध्य सुलह समझौता होकर विवाद समाप्त हो गया था।
सभी पक्षों की सहमति से जमीन की पैमाईश राजस्व टीम द्वारा की गई।
जिसके बाद चाहरदीवारी का निर्माण हुआ।
चाहरदीवारी निर्माण के दौरान हनुमान मंदिर के तथाकथित उत्तराधिकारी राजेश नारायण उर्फ राजेश यादव ने जिलाधिकारी को गलत सूचना देकर चाहरदीवारीनिर्माण रुकवाया।
जिसके बाद पुनः राजस्व टीम, पुलिस बल व प्रशासनिक अधिकारियों की उपस्थिति में पैमाईश कराई गई।
इस दौरान हनुमान मंदिर की आराजी पूरी होने के बाद भी हजारों वर्ग फीट जमीन अधिक मिली और पट्टीदारों की चहारदीवारी सही पाई गई।
अब बिना किसी सूचना के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट व सीओ सिटी ने गेट में ताला लगाकर सील कर दिया है।।
बता दें कि मंगलवार को मंदिर के उत्तराधिकारी ने जमीन कब्जा करने को लेकर आंदोलन किया, जिसके बाद ज्वाइंट मजिस्ट्रेट की मौजूदगी पैमाईश हुई और देर रात सम्बंधित चारदीवारी के गेट को सील कर दिया गया।
इसके बाद राज्यमंत्री समर्थकों ने प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करने के साथ ही हंगामा किया।