
मेरी कलम से
स्त्रियों पर विशेष लेख
स्त्रियों के काम में देरी
बाथरूम मे जाकर कपड़े भिगोती हैं,बच्चो और पति की शर्ट की को घिसती है,बाथरूम का फर्श धोती है ताकि चिकना न रहे,फिर बाल्टी और मग भी मांजती है तब जाकर नहाती है
और तुम कहते हो कि स्त्रियां नहाने में कितनी देर लगातीं है।
स्त्रियां
किचन में जाकर सब्जियों को साफ करती है,तो कभी मसाले निकलती है।बार बार अपने हाथों को धोती है,आटा मलती है,बर्तनों को कपड़े से पोंछती है। दही जमाती घी बनाती है
और तुम कहते हो खाना में कितनी देर लगेगी ???
स्त्रियां
बाजार जाती है।एक एक सामान को देखती है,अच्छी सब्जियों फलों को छाटती है,पैसे बचाने के चक्कर में पैदल चल देती है,भीड में दुकान को तलाशती है।और तुम कहते हो कि इतनी देर से क्या ले रही थी ???
स्त्रियां
बच्चो और पति के जाने के बाद चादर की सलवटे सुधारती है,सोफे के कुशन को ठीक करती है,सब्जियां फ्रीज में रखती है,कपड़े प्रेस करती है,राशन जमाती है,पौधों में पानी डालती है,कमरे साफ करती है,बर्तन सामान जमाती है,और तुम कहते हो कि दिनभर घर में क्या कर रही थी ???
स्त्रियां
कही जाने के लिए तैयार होते समय कपड़ो को उठाकर लाती है,दूध खाना फ्रिज में रखती है बच्चो को हिदायते देती है,नल चेक करती है,दरवाजे लगाती है,फिर खुद को खूबसूरत बनाती है ताकि तुमको अच्छा लगे और तुम कहते हो कितनी देर में तैयार होती हो।
स्त्रियां
बच्चो की पढ़ाई डिस्कस करती,खाना पूछती,घर का हिसाब बताती,रिश्ते नातों की हालचाल बताती,फीस बिल याद दिलाती और तुम कह देते हो कि कितना बोलती हो।
स्त्रियां
दिनभर काम करके थोड़ा दर्द तुमसे बाट लेती है,मायके की कभी याद आने पर दुखी होती है,बच्चों के नंबर कम आने पर परेशान होती है,थोड़ा सा आंसू अपने आप आ जाते है,मायके में ससुराल की इज़्ज़त,ससुराल में मायके की बात को रखने के लिए कुछ बाते बनाती और तुम कहते हो की स्त्रियां कितनी नाटकबाज होती है।
पर स्त्रियां फिर भी तुमसे ही सबसे ज्यादा प्यार 😘
करती है…
स्त्रियां
एक बेटी ने पापा से आंगन में खड़े एक पेड़ को बाहर लगाने को पूछा तो पापा ने कहा नहीं बिटिया ये 4 साल पुराना है यहां से बाहर ले जाने पर ये मर जायेगा नई जगह नया वातावरण ये झेल नहीं पायेगा।
तब बिटिया ने कहा पापा एक पेड़ और आपके आंगन में खड़ा है जो 22 साल पुराना है उसे कैसे दूसरे लोगो और दूसरे वातावरण में लगाने की सोच रहे है। वो नही मरेगा क्या..? तब पापा ने अपनी बिटिया से कहा यह शक्ति पूरी कायनात में भगवान ने बस स्त्री को ही दी है कि वो अपनी जड़े छोड़ कर दूसरे आंगन में बस जाति है और सबकी सेवा करती है। फिर भी तुम कहते हो स्त्रियां ऐसी होती है उन्हे तमीज़ नही होती,उनकी अक्ल घुटने में होती है।
सभी स्त्रियों को समर्पित।
नारी शक्ति को नमन
प्रदेश कार्यवाहक अध्यक्ष विनोद कुमार सिंह राष्ट्रीय पत्रकार संघ भारत उत्तर प्रदेश एवं जिला व्यूरो चीफ आजमगढ़ एस टी वी न्यूज चैनल 24 सदमार्ग दर्शन हिन्दी साप्ताहिक अखबार
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